टूथपेस्ट की पहचान किसे करें ?

हम रोज टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं, मगर क्या कभी हमने ये जानने की कोशिश की है कि, उस पर बनीं पट्टीयां का क्या मतलब होता है? इसीमे टूथपेस्ट का असली राज छुपा है कि कौन सा टूथपेस्ट हर्बल है और कौन सा केमिकल युक्त है. ये जानने के लिए हमें

टूथपेस्ट पर होने वाली पट्टियां का छुपा राज समजना होगा.यह पट्टियां टूथपेसकी खूबियों और खामियों के बारे में हमें बताती हैं.

टूथपेस्ट जितना हमारे दांतों को साफ करने का काम करते हैं, उससे कहीं ज्यादा नुकसान भी पहुंचाते हैं. नियमों के मुताबिक सभी कंपनियों को अपने टूथपेस्ट में इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थो के बारे में बताना अनिवार्य है. मगर कंपनियों ग्राहकों को गुमराह करने के लिए इसमें पदार्थों के अलावा कोड का इस्तेमाल करती है. इसके लिए अलग-अलग रंगों की पट्टियां टूथपेस्ट ट्यूब पर लगाई जाती हैं.

जब आप टूथपेस्ट खरीदते है तो पैकके निचले भाग पर अलग-अलग रंग की पट्टी दिखाई देती है. जो लाल, काले, नीले एवं हरे रंगकी पट्टी होती है. लेकिन आपको इस बात का अंदाजा नहीं होता है की इन अलग-अलग रंगो की पट्टियों का क्या मतलब होता है?

टूथपेस्ट में कई प्रकार के केमिकल पाए जाते हैं. फ्लोराइड, बेकिंग सोडा, डिटरजेंट, सोर्बिटोल,पोटेशियम नाइट्रेट, कैल्शियम, डाई कैल्शियम फास्फेट के अलावा भी कई केमिकल होते हैं.

हमारी जिंदगी में ऐसी कई चीजें हैं, जिनके जवाब हमें नहीं पता. इन चीजों को हम रोज देखते हैं लेकिन वजह जानने की हम कोशिश बिलकुल नहीं करते. इंसान हर तरह की चीजें रोज देखता है. इन चीजों के पीछे की वजह क्या है, इसकी जानकारी बेहद कम होती है. डेली लाइफ में हर दिन इन चीजों को देखने की वजह से हमारे लिए ये काफी नॉर्मल है.

लेकिन इनके पीछे की वजहें भी बेहद रोचक होती है. लगभग हर शख्स की दिन की शुरुआत ब्रश करने से शुरू होती है. लोग अपने ब्रश पर पेस्ट लगाते हैं और अपने दांत साफ़ करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी अपने टूथपेस्ट की ट्यूब के पीछे के कलर को चेक किया है ? नहीं ना ?

अगर आप तेज दिमाग के हैं तो आपने अपने पेस्ट के पीछे के कलर को जरूर चेक किया होगा. अगर नहीं तो तुरंत अपने पेस्ट के ट्यूब के पीछे देखें. हर ट्यूब के पीछे एक ख़ास रंग की पट्टी होती है. कई लोग इस रंग को देखते हैं लेकिन ये नहीं जानते कि आखिर इनका मतलब क्या होता है ? अतः आज हम आपको बताने जा रहे हैं हर रंग के पीछे का ख़ास मतलब. एक बार आपने मतलब जान लिया तो अगली बार से पेस्ट खरीदने से पहले इसका रंग जरूर चेक करेंगे.

टूथपेस्ट के ट्यूब के पीछे बने इन मार्क्स का अपना मतलब होता है. अगर आपने गौर किया होगा तो पाएंगे कि इसपर कभी काला, हरा, लाल और नीला निशान बना होता है. इसके कई मतलब होते हैं. अगर आपने पेस्ट खरीदने से पहले रंग चेक नहीं किया तो दांत मजबूत होने की जगह खराब भी हो सकते हैं. आइये आपको बताते हैं इन रंगो का मतलब….

*** काले रंग की पट्टी का निशान :

जब आप टूथपेस्ट खरीदते हैं तो पैक के निचले हिस्से पर कई बार काले रंग की पट्टी आपने देखी होगी. इस काले रंग के पीछे टूथपेस्ट के कई राज छुपे होते हैं. जो टूथपेस्ट कंपनी पेस्ट में सबसे ज्यादा केमिकल का उपयोग करती है. वह अपने पैक के नीचे काले रंग की पट्टी का इस्तेमाल करती है, इसीलिए ऐसे पेस्ट को खरीदने से जरूर परहेज करना चाहिए.

*** हरे रंग की पट्टी :

जिस टूथपेस्ट पर हरे रंग की पट्टी बनी होती है, वह हमारी सेहत के लिए सबसे बेहतर माना जाता हैं. हरे रंग की पट्टी का मतलब आपके पेस्ट में सिर्फ प्राकृतिक या हर्बल तत्वों का इस्तेमाल किया गया है. जो सेहत के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है.

*** लाल रंग की पट्टी :

आप जिस टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं, उसके निचले हिस्से में अगर लाल रंग की पट्टी बनी हुईं है, तो इसका मतलब है कि ये पेस्ट मिक्स है. इसमें भी केमिकल है. मगर ये काले रंग के पेस्ट से थोड़ा बेहतर है. क्योंकि केमिकल के साथ ही इसमें प्राकृतिक चीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है.

*** नीला रंग की पट्टी :

जिस टूथपेस्ट पर नीले रंग का मार्क बना होता है वह टूथपेस्ट आपके लिए काफी सुरक्षित होता है. इस पेस्ट में प्राकृतिक चीजों के साथ-साथ मेडिकेशन वाले तत्व भी मौजूद होते हैं. यह पेस्ट आपके दांतों को साफ और चमकदार रखने के साथ ही मुंह की अलग-अलग बीमारियों में भी काफी कारगर होता है. ( समाप्त )

कलके आर्टिकल की प्रतिक्रिया : 👇

मैं नेवी में था इस लिए बता रहा हूं कि चीन के पास 1965/66 में ही ऐसी पनडुब्बी थी जिसमें एक चने (gram) जितना बारूद डाल दें तो दुनियां के आठ चक्र लगा सकता(1965/66 में)

तो अब क्या ताकत होगी??

दूसरा, भूगोलिक स्थिति उनके हक में जाती है

तीसरा—- फौजों को राजनीतिक गुड़ती (Communism) उनमें कूट -कूट कर भरा जाता है जो किसी भी बारूद से टक्कर ले सकता है। आज हम ही उनके सामने कुछ नहीं बल्कि दुनिया कुछ नहीं है

चीन, हमसे दो साल बाद आजाद हुआ था!!!

—- एस. एस. राजू. एक्स नेवीमैन.

About पत्रकार : सदाशिव माछी -"शिव सर्जन"

View all posts by पत्रकार : सदाशिव माछी -"शिव सर्जन" →