पुराने भाईंदर गांव की बीती हुई यादे| Part XXXI-भाईंदर विकास के प्रमुख चरण एवं पुरानी ऐतिहासिक घटनाये.

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एक समय ऐसा था, जब भाईंदर पानी समस्या से त्रस्त था. लोग यहां रहने आने के लिये कतराते थे. मगर मुंबई से सस्ते आवास ने लोगों को यहां आने पर आकर्षित किया. जन संख्या विस्फोटक हुई. समस्या बढ़ती गईं और जन संख्या के आधार पर 12 जून 1985 के दिन सरकार द्वारा नगर पालिका की स्थापना की गईं.

पूर्व पश्चिम वाहनों की यातायात के लिये रेल फ्लाई ओवर ब्रिज बना, लोगों को पूर्व पश्चिम आवाजाही के लिये फाटक स्थित सबवे बना. बंदर वाडी नाका स्थित शहीद भगत सिंह रेलवे भुयारी मार्ग बना. भाईंदर पश्चिम स्थित अध्यतन सुंदर मीरा भाईंदर का मुख्य कार्यालय बना. जेसल पार्क खाड़ी किनारे का सुशोभीकरण हुआ. सुभाष चंद्र बोस क्रीड़ांगन का विकास किया गया, नगर भवन बना. रोड पर सिंगनल प्रणाली कार्यान्वित की गयी. सीमेंट कंक्रीट का रोड बनना शुरु हुये. नवघर, कनकिया, एवं भाईंदर पश्चिम का पुलिस स्टेशन बना. सुंदर उद्याने बने.

फिर सन 2002 मे महा नगर पालिका बनकर अब मेगा सिटी की तरफ प्रयाण कर रही है.

मैंने यहापर भाईंदर विकास के प्रमुख चरण के रूप मे भाईंदर की रोचक बातें शेर करने का प्रयत्न किया है. प्रस्तुत है विकास के प्रमुख चरण…….

(1) सन 1795 के करीब गुजरात, जामनगर से भाईंदर पधारे शाह परिवार 250 साल से भाईंदर मे वास्तव्य कर रहे है. इस परिवार का भाईंदर के विकास मे सहरानीय योगदान रहा है. उनके पूर्वज श्री कबला बापू शाह 175 साल पहले यहाके नगर शेठ थे. उसके बाद उनके भतीजे श्री छबीलदास वनमाली दास शाह भी यहाके नगर शेठ के नामसे प्रसिद्ध हुए. उसके बाद सन 1846 मे शेठ श्री नंदलाल गाडोदीया का परिवार राजस्थान से भाईंदर पधारे और नमक का व्यापार करने लगे थे.

(2) सन 1860 मे ब्रिटिश सरकार ने भाईंदर, घोड़बंदर, काशीमिरा यह तीनो गांव की खार जमीन के बांध बंदोबस्त के लिये इस्टेट इन्वेस्टमेंट नामक कंपनी को 999 वर्षका ठेका दीया था.

(3) सन 1870 मे भाईंदर की खाड़ी पर पुराना रेलवे पुल का निर्माण कार्य शुरु हुआ था.

(4) सन 1881 के करीब भाईंदर पश्चिम का श्री राम मंदिर का निर्माण नमक व्यापारीओके ट्रस्ट के सहयोग से बना था.

(5) सन 1886 मे नगर संघ चालक ( राष्ट्रीय स्वयं संघ ) के श्री गंगाधर गाडोदीया का परिवार भाईंदर पधारे थे. भाईंदर के विकास मे इनके पुरे परिवार का योगदान रहा है.

(6) सन 1901 के करीब भाईंदर रेलवे स्टेशन का निर्माण किया गया था.

(7) सन 1931 मे महात्मा गांधी के नमक आंदोलन के वक्त पूर्व प्रधानमंत्री श्री मोरारजी देसाई और लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक भाईंदर पधारे थे.

(8) सन 1932 मे पर्फेक्ट फोर्ड कार का आगमन राय बहादुर राय साहब के बंगले स्थित हुआ था. जबकि मुंबई मे पहेली मोटर कार 1897 मे आयी थी.

(9) सन 1936 मे भाईंदर (पूर्व ) खारीगांव की संख्या करीबन 200 लोगोंकी थी. और करीब 35 मिट्टी के कच्चे घर थे.

(10) सन 1942 मे श्री भालचंद्र आनंदराव रकवी को भारत छोडो आंदोलन मे सक्रिय भाग लेनेके जुर्म मे छह साल ठाणे कारावास मे रखा गया.

(11) सन 1942 मे भाईंदर पश्चिम, गोड़देव, नवघर, खरिगॉव, बंदर वाडी को मिलाकर ग्रुप ग्राम पंचायत की स्थापना हुई और जे. बी. सी. नरोना प्रथम सरपंच बने थे.

(12) सन 1945 मे भाईंदर पश्चिम मे दो कमरे का प्रथम पुलिस स्टेशन बनाया गया. जो आज भी नये पुलिस स्टेशन के पश्चिम दिशा के बाजु मे मौजूद है.

(13) सन 1846 मे शेठ श्री नंदलाल गाडोदीया का परिवार राजस्थान से भाईंदर पधारे और नमक का व्यापार करने लगे.)

( 14 ) सन 1947 मे भाईंदर से थाना के बिच प्राइवेट बस श्री इब्राहिम शेठ ने शुरु की थी. जिसका एक तरफ जाने का भाड़ा एक आना था. मतलब ( 16 आने का एक रूपया ) के हिसाब से लगभग आजका 6 नया पैसा होता है.

(15) सन 1948 मे शेठ श्री चंदूलाल छबीलदास शाह ने पूर्वजो का बनाया राव तालाब स्थित श्री शिवालय मंदिर का जीर्णोद्धार किया था.

(16) सन 1948 मे भाईंदर मे पहली बार टेलीफोन की लाइन डाली गयी थी. उस समय पुलिस स्टेशन , इब्राहिम शेठ , श्री चंदू लाल शेठ , श्री बंकट लाल शेठ आदि के घर पर लाइन दी गयी थी.

कुछ पुरानी ऐतिहासिक घटनाये :

*** श्री चंद्रकांत केशवलाल शाह ने अपने पूर्वजो की याद मे घोड़बंदर स्थित करीब 1500 वार जमीन अस्पताल के लिये एक धर्मादा संस्था को भेट मे दी थी.

*** श्री वजुभाई वोरा ( सुदामा बिल्डर ) ने भाईंदर पश्चिम मे कपोल वाडी का निर्माण किया है.

*** स्वतंत्रता संग्राम के वक्त नेताजी सुभाष चंद्र बोस, पंत प्रधान श्री मोरारजी देसाई, सरदार वल्लभ भाई पटेल, जैसे महानुभाव भाईंदर पधारे थे.

*** प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपई , श्री बाला साहेब ठाकरे , श्री प्रमोद महाजन , श्री उद्धव ठाकरे, भाईंदर स्थित केशव सृस्टि प्रकल्प की मुलाक़ात ले चुके है.

*** स्वतंत्रता सेनानी श्री भालचंद आनंद राव रकवी के परिवार ने भाईंदर पूर्व गोड़देव स्थित अभिनव विद्या मंदिर स्कूल के लिये लाखो रूपया की जमीन दान मे दी है. उन्ही के परिवार ने भाईंदर पश्चिम मे भाईंदर सेकेंडरी स्कूल के लिये भी जमीन दान मे दी है.

*** राई गांव के श्री सदानंद मुकुंद तेंदुलकर. राई – मूर्धा ग्राम पंचायत के सरपंच पद पर 6 साल और उप सरपंच पद पर 5 साल तक रहे और विकास कार्य मे मददगार रहे.

*** कांग्रेस के सक्रिय कार्य कर्ता श्री राजाराम पाध्ये गुरुजी ने 1942 के स्वतंत्रता संग्राम मे भाग लीया था और आदर्श शिक्षक के रूप मे सम्मानित किये गये थे.

*** शाह परिवार के श्री धीमंत भाई चंद्रकांत शाह 1978 मे स्थापित की गयी लायंस क्लब ऑफ़ भाईंदर के फाउंडर मेम्बर है.

*** प्रतिष्ठ समाज सेवक श्री राजेंद्र मित्तल. भाईंदर अग्रवाल सेवा समिति के अध्यक्ष पद पर एवं प्रताप सेना की युवा शाखा के ठाणे जिला अध्यक्ष पद पर रह चुके है.

*** श्री डॉ. वारंग भाईंदर के इतिहास मे प्रथम सरकारी चिकित्सालय के डॉक्टर थे. और व्यक्तिगत रूपसे पहला डॉक्टर का बहुमान श्री डॉक्टर गुप्ता को जाता है. जबकि एक आदर्श डॉक्टर का बहुमान डॉ. गुणवंत त्रिवेदी को जाता है.

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