अटल फुट ओवर ब्रिज साबरमती नदी पर साबरमती रिवरफ्रंट के तट पर बना एक पैदल पुल है. साबरमती नदी गुजरात के अहमदाबाद शहर से होकर बहती है. ब्रिज का नाम भारत के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है, और इस पुल का उद्घाटन तारिख : 27 अगस्त, 2022 के दिन प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कर कमलो द्वारा किया गया था.
अटल ब्रिज सभी पैदल यात्रियों व साइकिल चालकों के लिए सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेता है. सभी आगंतुकों को पुल पर अधिकतम 30 मिनट के लिए ही अनुमति दी जाती है.
यह ब्रिज तारिख : 21 मार्च 2018 के दिन साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SRFDCL) द्वारा कुल रुपये 74 करोड़ की लागत से साबरमती नदी के दोनों किनारों को जोड़ने वाले एक स्टील फुट ओवरब्रिज (पैदल पुल) को मंजूरी दी गई थी.
अहमदाबाद नगर निगम ने ता : 25 दिसंबर 2021 को उनकी जयंती पर पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर इसका नामकरण किया था. निर्माण जून 2022 तक पूरा हुआ था और ता : 27 अगस्त 2022 को , इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
यह दो अतिरिक्त नींवों के साथ सिंगल स्पैन स्टील ट्रस ब्रिज है. ट्रस की ऊंचाई एक मेहराब का आभास देती है जो प्रत्येक छोर पर गोलाकार बीयरिंगों पर समर्थित है. ट्रस की गहराई लंबाई भर में भिन्न होती है. पुल को रंगीन कपड़े के पैनल से छायांकित किया गया है, जिसमें पतंग से प्रेरित रंग हैं. वे लोगों को कठोर जलवायु से बचाते हैं. इसके निर्माण में कुल 2600 मीट्रिक टन स्टील पाइप का इस्तेमाल किया गया था. रेलिंग स्टील और कांच से बने होते हैं. यह एलईडी रोशनी से जगमगाता है.
यह ब्रिज 300 मीटर (980 फीट) लंबा और 10 मीटर (33 फीट) से 14 मीटर (46 फीट) इतना चौड़ा है. इसमें साबरमती रिवरफ्रंट के ऊपरी और निचले सैरगाहों को जोड़ने वाले प्रत्येक छोर पर दो स्तरों के पैदल मार्ग हैं. इसके पश्चिमी छोर पर एक फूलों का बगीचा है. और पूर्वी छोर पर एक कला और संस्कृति केंद्र बना है.
ज्यादातर विजिटर्स खासकर युवा, नदी और पुल के दृश्य की सेल्फी लेना पसंद करते हैं. विदेशियों सहित लोग इसके खुलेपन, बैठने की व्यवस्था, साफ-सफाई और अच्छे रखरखाव की सराहना करते हैं.
पुल पर नाचना, साइकिल चलाना, पालतू जानवरों को साथ लाना आदि प्रतिबंधित है. साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SRFDCL) के सूत्रों के अनुसार प्रति दिन औसत आगंतुक लगभग 7,000 हैं, और रविवार को यह 22,000 तक पहुंच जाता है.” वास्तव में अब तो यह सेल्फी पॉइंट जैसा बन गया है.
इसका डिजाइन पतंग से प्रेरित है.
अटल ब्रिज के लिए टिकट की कीमत :
साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (S.R.F.D.C.L) द्वारा निर्धारित पुल का उपयोग करने के लिए एक टिकट शुल्क रखा गया है.
12 से 59 वर्ष के आयु वर्ग के लिए, टिकट की कीमत 30 रुपये है. वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों (3 से 12 वर्ष) को 15 रुपये का भुगतान करना पडता है. 3 साल से कम उम्र के बच्चों और विकलांगो के लिए प्रवेश निःशुल्क है.
फ्लावर पार्क और अटल ब्रिज के साथ 12 से 59 वर्ष के आयु वर्ग के लिए, टिकट की कीमत 40 रुपये है. तथा वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों (3 से 12 वर्ष) को 20 रुपये का भुगतान करना पडता है.
आगंतुकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वे पुल पर कोई भी खाद्य सामग्री नहीं ला सकते हैं. धूम्रपान या पान चबाना भी प्रतिबंधित है. कोई भी प्रकारकी प्रोफेसनल फोटोग्राफी या तो शूटिंग के लिए , साबरमती रिवरफ्रंट के नीति नियम लागु होगा .