“आधी मुंबई बसाने के वाला शापूरजी पालोनजी मिस्त्री.”

शीर्षक पढकर आपको अवश्य अजीबसा लगा होगा. मगर ये सच है कि मुंबई के चौपाटी फुटपाथ से लेकर मस्कट के सुल्तान का पैलेस तक, आधी मुंबई बसाने के पीछे शापूर जी पालोनजी मिस्त्री का हाथ है. पालोनजी मिस्त्री ने जो ईमारत बनाई थी ये इमारते आज मुंबई की शान हैं. श्री पालोनजी शापूरजी मिस्त्री समूह ने लगभग आधी मुंबई बसाई थी. जिसमे मुंबई चौपाटी फुटपाथ से लेकर मस्कट के सुल्तान का पैलेस तक बनाया है.

श्री पालोनजी शापूर जी मिस्त्री ( पालोनजी मिस्त्री के दादा) ने 1865 में पालोनजी एंड कंपनी की स्थापना की थी. कंस्ट्रक्शन की दुनिया में पहली कंपनी थी. उन्होंने बॉम्बे चौपाटी का फुटपाथ बनाया था.

आप जिस चौपाटी पर टहलते हैं उसको पालोनजी शापूर जी कंपनी ने ही बनवाई थी. मुंबई सेंट्रल स्टेशन सन 1930 में एस.पी. ग्रुप ने ही इस स्टेशन का निर्माण कराया था. आज भी जो पुराने लोग हैं वो इस स्टेशन को बॉम्बे सेंट्रल स्टेशन ही कहते हैं. ई.सन 1937 मे बना 30 हजार प्रेक्षकों की क्षमता वाला मुंबई का बेबोर्न स्टेडियम भी इसी ग्रुप ने बनवाया था.

पालोनजी मिस्त्री को अपने पिता से संपत्ति विरासत में मिली थी. जिसको उन्होंने कई गुना बढ़ा दिया था. मिस्त्री ने एसपी ग्रुप को भारत के आगे मध्य पूर्व में ले गए थे. खासकर ओमान में मस्कट उन्हें उस व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है, जिसने केवल आधे बॉम्बे का निर्माण ही नही किया, बल्कि सुल्तान के महल सहित अधिकांश मस्कट का निर्माण किया था.

सन 1939 मे इसी ग्रुप ने मुंबई स्थित रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के हेड क्वार्टर की स्थापना की थी. ये बिल्डिंग के अलावा एस.पी.ग्रुप ने सिटी बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एचएसबीसी तमाम बैंकों के मुख्यालय बनवाए. सन 1975 मे एस.पी. ग्रुप के पालोनजी मिस्त्री के पिता का निधन हुआ और इसी साल ओमान के सुल्तान का महल उनको सौंप दिया गया. 1978 को इस ग्रुप ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर सहित देश भर में कई कॉरपोरेट ऑफिस बनवाए. 1990 को मुंबई का मशहूर लीलावती अस्पताल भी एसपी ग्रुप ने ही बनवाया.

सन 1996 में ही नरीमन हाउसिंग सोसायटी का निर्माण किया और इसी साल ये ग्रुप देश-विदेश में मशहूर हो चुका था. इस साल मुंबई में नरीमन पॉइंट इलाके में प्रीमियम आवासीय फ्लैट्स का निर्माण इसी ग्रुप ने किया था. आज मुंबई शहर के सबसे पॉश इलाके में बनी नरीमन पॉइंट की बहुमंजिला इमारत में कई नामचीन लोग रहते हैं. दिल्ली एनसीआर में 2010 के आसपास ऐसी इमारतों का निर्माण शुरू हुआ मगर पालोनजी मिस्त्री तकरीबन 15 साल पहले ही मुंबई में इसको हैंडओवर कर चुके थे.

सन 1865 में स्थापित एस.पी. ग्रुप ने मुंबई में भारतीय रिजर्व बैंक, घाना में राष्ट्रपति कार्यालय और मस्कट में एचएम सुल्तान काबूस बिन सैद अल सैद के महल जैसे प्रतिष्ठित निर्माणों के लिए जाना जाता है. जब 1975 में मस्कट महल टूरिस्टों के लिए खोला गया था, तो यह एस.पी. ग्रुप और भारत दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था. एस.पी. कंपनी न केवल विदेश में एक परियोजना को पूरा करने वाली पहली भारतीय निर्माण कंपनी बन गई, बल्कि इसने अन्य भारतीय निर्माण कंपनियों के लिए भी दरवाजे खोल दिए थे.मस्कट पैलेस ने मध्य पूर्व में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने और अफ्रीका में प्रवेश करने के लिए एसपी ग्रुप के लिए एक लॉन्चिंग पैड प्रदान किया. इसके बाद एसपी ने गाम्बिया की नेशनल असेंबली और मॉरीशस में एबेने आईटी पार्क जैसी ऐतिहासिक परियोजनाओं को अंजाम दिया.

ता : 1 जून 1929 को जन्मे श्री पालोनजी ने अपने पिता श्री शापूरजी पल्लोनजी मिस्त्री की देखरेख में 1947 में 18 साल की उम्र में पारिवारिक व्यवसाय में शामिल हुए. इससे पहले उन्होंने बॉम्बे में अपनी स्कूली शिक्षा और कॉलेज की शिक्षा पूरी की थी. सन 1975 में अपने पिता के निधन के बाद उन्होंने एसपी ग्रुप की बागडोर संभाली. पालोनजी ने स्टर्लिंग एंड विल्सन, यूनाइटेड मोटर्स, फोर्ब्स गोकक और एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी अन्य कंपनियों में रणनीतिक हिस्सेदारी हासिल करके अपने साम्राज्य का विस्तार किया. उन्होंने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, डब्ल्यू एच ब्रैडी, द एसोसिएटेड सीमेंट कंपनीज (एसीसी) के बोर्ड में भी काम किया, जिसके वे कई वर्षों तक अध्यक्ष भी रहे.

अरबपति शापूरजी पालोनजी समूह के प्रमुख पालोनजी मिस्त्री का उनके घर पर निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. मिस्त्री का एसपी समूह 18.4 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ टाटा समूह का सबसे बड़ा शेयरधारक है.

पालोनजी का नेटवर्थ करीब 29 अरब डॉलर था और वह भारत तथा यूरोप के बड़े रईसों में से एक थे. साल 2003 में उन्होंने भारतीय नागरिकता छोड़ दी थी और आयरलैंड के नागरिक बन गए थे. उनकी बेटी की शादी रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा से हुई थी.

पालोनजी शापूरजी मिस्त्री भारतीय मूल के एक आयरिश अरबपति तथा कंस्ट्रक्शन टाइकून और शापूरजी पालोनजी समूह के अध्यक्ष थे तथा सबसे अमीर आयरिश व्यक्ति थे. पालोनजी मिस्त्री का 93 साल की उम्र में मुंबई में 27 जून 2022 की रात निधन हो गया. फोर्ब्स के अनुसार, पालोनजी मिस्त्री की ताजा नेटवर्थ 12.9 बिलियन डॉलर थी.

कंस्ट्रक्शन सेक्टर के दिग्गज पालोनजी ने एक आयरिश महिला से शादी की थी और इसके बाद वह आयरलैंड के नागरिक हो गए थे. हालांकि इसके बाद भी वे ज्‍यादातर समय भारत में ही मुंबई के वाकव्श्वर में सागर किनारे वाले बंगले में रहते थे.

साल 2016 में भारत सरकार ने पालोनजी को कारोबार जगत में उनके योगदान के लिए शीर्ष सिविलियन अवार्ड में से एक पद्म भूषण से सम्मानित किया था. भारत के सबसे पुराने बिजनेसमैन में से एक पालोनजी का जन्म गुजरात में एक पारसी परिवार में हुआ था. पालोनजी को सबसे अमीर पारसी व्यक्ति भी कहा जाता था. चूंकि उनके पास आयरलैंड की नागरिकता थी, इस कारण वह आयरलैंड के सबसे अमीर व्यक्ति थे.

शापोरजी पालोनजी ग्रुप की स्थापना साल 1865 में हुई थी. मुख्य तौर पर कंस्ट्रक्शन सेक्टर की यह कंपनी इसके अलावा इंजीनियरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, जल, ऊर्जा और वित्तीय सेवाओं के सेक्टर्स में भी मौजूदगी रखती है. अभी इस समूह का कारोबार सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि 50 देशों में फैला हुआ है. पालोनजी के बड़े बेटे शापोरजी मिस्त्री अभी इस समूह में अपने पिता की विरासत संभाल रहे हैं

पालोनजी के छोटे बेटे साइरस मिस्त्री टाटा समूह के साथ विवादों को लेकर चर्चा में आए थे. साइरस मिस्त्री 2012 से 2016 के दौरान टाटा संस के चेयरमैन रहे थे. हालांकि बाद में उन्हें पद से हटा दिया गया था. इसके बाद टाटा समूह और साइरस मिस्त्री के बीच लंबा कानूनी विवाद चला था, जिसमें अंतत: टाटा समूह को जीत हासिल हुई थी. हालांकि आपको बता दें कि अभी भी टाटा समूह में मिस्त्री परिवार की अच्छी-खासी हिस्सेदारी है. टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस में मिस्त्री परिवार के पास करीब 18 फीसदी हिस्सेदारी हैं.

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