“जय जय महान राष्ट्र माझा.” Jay Jay Mahrashtra

मी महाराष्ट्र. मेरा जन्म ता : 1 मई 1960 मे हुआ. इससे पहले भी मैं अस्थित्व मे था. तब लोग मुजे ” बॉम्‍बे प्रदेश ” के नामसे पहचानते थे. मेरी मातृभाषा मराठी है. मैं भारत देश का एक अविभाज्य अंग हूं. लोग मुजे प्यार से ” महान राष्ट्र ” कहते है. क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से देखो तो मैं कुल 307713 किमी2 (1,18,809 वर्गमील) क्षेत्र मे फैला हुआ हूं.

जन संख्या के दृश्टिकोण से देखो तो 2011 की जनगणना के आधार पर मेरी जनसंख्या कुल 11,23,72,972 थी. मैं 355 तहसील और 36 जिले से बना हूं. मैं 28813 ग्रामपंचायत और 355 पंचायत समित्या से बना हूं. मेरे 288 विधानसभा आमदार है. भारत देश की जनसंख्या का 9.29% हिस्सा मेरे ( महाराष्ट्र ) मे विद्यमान है.

मेरी खासियत ये है कि मेरे (महाराष्ट्र ) मे सर्वाधिक ( कुल 94.3 लाख ) लोकसंख्या पुणे मे है. और सर्वाधिक कम लोकसंख्या ( कुल 8.50 लाख ) सिंधुदुर्ग मे है. सर्वाधिक जंगल ( वन ) गडचिरोली जिले मे है, तो कम जंगल वाला जिला बीड है.

क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से देखा जाय तो मेरा ( महाराष्ट्र ) अहमदनगर जिला सबसे बड़ा जिला है और सबसे छोटा जिला मुंबई शहर है. मेरा सबसे ऊंचा शिखर कळसुबाई 1646 मीटर है. मेरी गोदावरी नदी सबसे लंबी नदी है.

मेरे मे सबसे ज्यादा समुद्रकिनारा रत्नागिरी मे है. ऑक्टोबर 2016 मे प्रथम संपुर्ण डिजीटल जिला नागपुर बना है.

मेरे पर कई विदेशी आक्रमणकारी ओने हमला किया था मगर मेरी भूमि पर शूरवीर मराठा सम्राट श्री छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे सपूतो ने मेरी रक्षा की थी.

मेरी धरती पर संविधान के प्रणेता बाबा साहेब आंबेडकर , श्री लोकमान्य तिलक, कोकिल कंठी लता मंगेशकर, क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर,

महारानी अहिल्याबाई होलकर, श्री ज्योतिराव फुले, जैसे कई महा पुरुष ने जन्म लिया और मुजे गौरान्वित किया. आज तक 19 मुख्यमंत्री ओने मुजे अपनी कुनेह से सींचा है.

धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाय तो 12 ज्योतिर्लिंग मे 4 ज्योतिर्लिंग मेरी भूमि मे विध्यमान है. जिसमे (1) गोदावरी तट पर बसा त्र्यंबकेश्वर (2) पुणे जिले मे भिमाशंकर (3) औरंगाबाद जिले का घृष्णेश्वर और (4) बीड जिले का परळी वैजनाथ का समावेश है.

महाराष्ट्र को संतों की भूमि कहा जाता है. संत तुकाराम, संत ज्ञानेश्वर, गोरा कुम्भार, समर्थ रामदास स्वामी, संत नामदेव, संत जनाबाई, संत मुक्ताबाई, संत सोपानदेव, संत मुक्ताई, चोखामेळा, संत नरहरी सोनार, संत निवृत्तीनाथ, संत मीराबाई, संत सावता माळी, संत सोयराबाई जैसे अनेक संत मेरी भूमि से प्रकट हुए है.

भारत ता : 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ तब से मै ता : 1 मई 1960 तक बॉम्बे राज्य था जिसे विभाजित कर वर्तमान गुजरात और महाराष्ट्र राज्य का निर्माण किया गया था.

महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थल :

अजंता की प्राचीन गुफाएँ , एलोरा की गुफाएँ , लोनावला , खंडाला , सह्याद्री पर्वत श्रेणी , सिंहगढ़ , महाबलेश्वर हिल स्टेशन,चिखलदरा हिल स्टेशन,पंचगनी,

ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान, मेलघाट की परियोजना, ड्रैगन पैलेस नागपुर, एलीफैंटा की गुफा, माथेरान, बीबी का मकबरा, शनिवार वाड़ा आदि स्थल का समावेश है.

महाराष्ट्र राज्य के महान संत :

(1). संत ज्ञानेश्वर

(2). संत तुकाराम

(3). रामदास स्वामी ( स्वामी शिवाजी महाराज के गुरु थे, जिसकी समाधी सज्जनगढ़ मे है )

(4) संत एकनाथ

(5) संत नामदेव.

महाराष्ट्र के लोगो की वेशभूषा :

पुरुषो की परंपरागत वेशभूषा में धोती/धोतर और कमीज शामिल है. इसके साथ सर पे फेटा/पगड़ी भी पुरुषो द्वारा पहना जाता है, आधुनिक युग में पैंट और शर्ट इत्यादि भी पहना जाता है.

महिलाओ की वेशभूषा में प्रमुखता से साडी या लुगडा पहनने का प्रचलन है, आधुनिक वेशभूषा में सलवार तथा कमीज भी पहनने का प्रचलन आम तौर पर देखा जाता है.

महाराष्ट्र के पवित्र धार्मिक स्थल :

पंढरपुर विठ्ठल-रुख्मिणी मंदिर, शिर्डी साईबाबा मंदिर, शक्तिपीठ वणी सप्तश्रृंगी, श्री माहुर रेणुका देवी , शक्तिपीठ, कोल्हापुर महालक्ष्मी देवी शक्तिपीठ, जेजुरी मंदिर, अष्टविनायक मन्दिर, गणपति पुले, श्री अक्कलकोट, सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई, हाजी अली दरगाह, श्री गजानन महाराज संस्थान शेगांव, श्री स्वामी समर्थ संस्थान, शनि मंदिर – शनि शिंगणापुर इत्यादि.

महाराष्ट्र राज्य की प्रमुख नदी :

भीमा, कृष्णा , गोदावरी, वैनगंगा, नर्मदा, पैनगंगा, कोयना, पंचगंगा, इंद्रायणी, कुंडलिका, मुला, मुठा, मांजरा, पूर्णा, वशिष्टी, प्राणहिता, नीरा, पवना इत्यादि मुख्य नदिया है.

महाराष्ट्रीयन लोगो का खानपान :

पीठला भाकरी, ज्वार की भाकरी, रोटी, आमरस, कढ़ी, साबूदाना खिचड़ी, दाल चावल खिचड़ी, मोदक, पूरन की रोटी, बैंगन भरता, विभिन्न प्रकार की सब्जी, वड़ा पाव, पोहा, भात इत्यादि.

महाराष्ट्र राज्य में शिवाजी महाराज के समय के किले :

सिंहगढ़, रायगढ़, मल्हारगढ़, पुरंदर, राजमाची, प्रतापगढ़, पन्हाला, सिंधुदुर्ग किला, शिवनेरी, तोरणा आदि.

महाराष्ट्र का इतिहास प्राचीन- मध्ययुग से अस्थित्व मे है. बताया जाता है कि ईसा पूर्व 1000 से पहले महाराष्ट्र में खेती होती थी , लेकिन उस समय मौसम में अचानक परिवर्तन आया और कृषि रुक गई थी. इसा पूर्व 500 के आसपास बम्बई प्राचीन नाम शुर्पारक, सोपर एक महत्वपूर्ण बंदरगाह बनकर उभरा था.

प्राचीन 16 महाजनपद, महाजनपदों में अश्मक या अस्सक का स्थान जो आधुनिक अहमदनगर के आसपास है. सम्राट अशोक के शिला लेख भी मुम्बई के निकट पाए गए हैं.

मौर्य वंश के पतन के बाद यहाँ यादवों का उदय वर्ष 230 में हुआ था. वकटकों के समय अजंता गुफाओं का निर्माण हुआ. चालुक्यों का शासन पहले सन् 550 से 760 तथा पुनः 973 से 1180 तक रहा था. इसके बीच राष्ट्रकूटों का शासन आया था.

क्रूर अलाउद्दीन खिलजी वो पहला मुस्लिम शासक था जिसने अपना साम्राज्य दक्षिण में मदुरै तक फैला दिया था. उसके बाद मुहम्मद बिन तुगलक ( 1325 ) ने अपनी राजधानी दिल्ली से हटाकर दौलताबाद कर ली थी. यह स्थान पहले देवगिरि नाम से प्रसिद्ध था और औरंगाबाद के निकट स्थित है.

बहमनी सल्तनत के टूटने पर यह प्रदेश गोलकुण्डा के शासन में आया और उसके बाद औरंगजेब का संक्षिप्त शासन रहा. इसके बाद मराठों की शक्ति में उत्तरोत्तर वुद्धि हुई और अठारहवीं सदी के अन्त तक मराठे लगभग पूरे महाराष्ट्र पर तो फैल ही चुके थे और उनका साम्राज्य दक्षिण में कर्नाटक के दक्षिणी सिरे तक पहुँच गया था.

और 19 वी शताब्दी से मराठाओ ने भी ब्रिटिश विस्तार के आगे घुटने टेक दिए थे.

इसके बाद ब्रिटिशो ने मिलकर “बॉम्बे प्रेसीडेंसी” नामक प्रशासनिक प्रांत की स्थापना की. 1947 में जब भारत को आज़ादी मिली तो प्रांत बॉम्बे राज्य (1950) में परिवर्तित हो गया. बहुत से भूत पूर्व प्रांतीय राज्यों को नए राज्य में शामिल किया गया. 1 नवम्बर 1956 को प्रायद्वीपीय भारत के बॉम्बे राज्य में प्रमुख भाषाई और राजनितिक पुनर्गठन कर मध्य प्रदेश का कुछ भाग इसमें मिला लिया गया, साथ ही उत्तर-पूर्वी भाग से हैदराबाद को हटा दिया गया.

पुनर्गठन का परिणाम फिर भी भाषाई रूप में विभाजित राज्य ही रहा, जहाँ गुजराती बोलने वाले ज्यादातर लोग उत्तर में और मराठी बोलने वाले लोग दक्षिण में रहते थे. दोनों भाषाई समूहों की मांग पर 1 मई 1960 को राज्य को दो भागो में विभाजित कर उत्तर में गुजरात और दक्षिण में महाराष्ट्र की स्थापना की गयी.

बॉम्बे, महाराष्ट्र का हिस्सा और राज्य की राजधानी बना रहा. तत्कालीन शिवसेना सरकार ने आधिकारिक रूप से सन 1995 में बंबई का नाम बदलकर मुंबई नाम दिया.

तारीख : 1 मई 1960 से कोकण, मराठवाडा, पश्चिमी महाराष्ट्र, दक्षिण महाराष्ट्र, उत्तर महाराष्ट्र (खानदेश) तथा विदर्भ, संभागों को एकजुट करके महाराष्ट्र राज्य की स्थापना की गई.

वर्तमान मे राज्य के दक्षिण सरहद से लगे कर्नाटक के बेलगांव शहर और आसपास के गावों को महाराष्ट्र राज्य में शामील करने के लिए मांग उठ रही है.

महाराष्ट्र में विविध उत्सव मनाये जाते है. जिसमें होली, दीपावली, रंग पंचमी, गुढी पाडवा, राम नवमी, गणेश उत्सव अक्षय तृतीया, पोला ( पोला के समय किसान अपने बैलो को सजाते है और ख़ुशी से गलियों में घुमाते है.) महाराष्ट्र दिवस और महाशिवरात्रि हर्षोल्लास से मनाया जाता है.

इसके अलावा महावीर जयंती, ईद, बुद्ध जयंती, नाताल, वट पूर्णिमा, गोकुलाष्टमी, नवरोज़ उर्फ़ पारसी नव वर्ष, गणेश चतुर्थी, नारियल पूर्णिमा, रमजान, दशहरा, सावित्री व्रत इत्यादि. साथ ही मुहर्रम, बकरी ईद सभी विविध धर्मो के त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास से मनाते है.

महाराष्ट्र की मातृभाषा मराठी है इसके आलावा यहां हिंदी, गुजराती, अंग्रेजी कोकणी भाषा बोली जाती है.

महाराष्ट्र मे मुम्बादेवी मंदिर, साईं बाबा मंदिर, कैलाश मंदिर, महालक्ष्मी मंदिर, बालाजी मंदिर, गिरिजा माता विनायक, सिद्धिविनायक मंदिर, वरदविनायक,कपालेश्वर मंदिर,एकवीरा मंदिर, विठोबा पंढरपुर मंदिर, मुक्तिधाम मंदिर, त्र्यम्बकेश्वर मंदिर, एलीफैंटा गुफा त्रिमूर्ति मंदिर आदि कई प्रसिद्ध धार्मिक मंदिर विध्यमान है.

श्री छत्रपति शिवाजी महाराज की कर्मभूमि महाराष्ट्र रही है. उन्हें हिंदू हृदय सम्राटऔर प्रजा वात्सल्य राजाके रूपमें लोग याद करते है. महाराष्ट्र राज्य में शिवकालीन किले आज भी प्रेक्षणीय है.

इनके प्रमुख किलो में शामिल सिंहगढ, रायगढ़, पुरंदर, प्रतापगढ़, शिवनेरी शामिल है.

समाज सेवक ज्योतिराव फुले का नाम आदर के साथ लिया जाता है. आप महाराष्ट्र के समाज सुधारक थे.आपने समाज से जाती व्यवस्था और महिला ओ के शिक्षा पर कार्य किया.उनके कार्य में इन्हे इनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले का काफी योगदान रहा. जिसमे समाज के कामगार, किसान, शोषित वर्ग और जाती व्यवस्था से पीड़ित लोगो के हक़ में इस दम्पति ने आजीवन कार्य किया.

राजर्षी शाहू महाराज कोल्हापुर रियासत के राजा थे. आपको लोग शिक्षा प्रेमी तथा जाती व्यवस्था के कट्टर विरोधी के रूप में इतिहास में याद किया जाता है. शोषित वर्ग के बच्चो को शिक्षा प्रदान करना तथा होनहार बच्चो को विदेश तक पढ़ने लिखने हेतु भेजनें के लिए जाने जाते है. महाराष्ट्र मे आपको समाज सुधारक के रूपमें लोग जानते है. आप प्रजा प्रेमी थे.

बाल गंगाधर लोकमान्य तिलक का जन्म महाराष्ट्र के कोंकण में हुआ था. आप एक प्रखर वक्ता और नेता थे जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजो का प्रतिकार किया. उन्होंने नारा दिया कि, ” स्वराज्य मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है. ” आपने राष्ट्रीय शिक्षा मुहीम, सार्वजानिक गणेश उत्सव की स्थापना, और शिवजयंती त्यौहार जैसे कार्यक्रमों ने देश की अस्मिता को जगाने का महत्वपूर्ण कार्य किया था.

लोकमान्य तिलक ने साल 1920 तक महात्मा गाँधी के स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने से पहले देश और राज्य के कई बड़े जन आंदोलन का नेतृत्व किया. जिसमे कई क्रांतिकारियों को देशहित मे संघटित किया जिसमे चाफेकर, स्वतंत्रतावीर सावरकर आदि शामिल थे.

सचिन तेंदुलकर जिसका नाम क्रिकेट की दुनिया मे लिया जाता है. आप विश्व का बेहतरीन क्रिकेटर और दमदार बल्लेबाज रहे. महाराष्ट्र मे जन्मे सचिन तेंदुलकर के नाम क्रिकेट की दुनिया मे अनेकों कीर्तिमान स्थापित है. आपको क्रिकेट का भगवान भी कहा जाता है. जिनकी उपस्थिति में कई सारे मुकाबले भारत ने जिते है. तेंदुलकर को भारत सरकार की ओर से भारत रत्न सम्मान भी दिया गया है. आप कई सालो तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे.

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जी की कर्मभूमि महाराष्ट्र रही. हमारे भारतीय संविधान के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने वाले आंबेडकर जी दुनिया के चुनिंदा विद्वानों में से एक थे, जिसने समाज से छूत अछूत भेदभाव को मिटाने हेतू संघर्ष किया.उन्होंने नाशिक, महाड, पुणे, मुदखेड इत्यादि जगह पर जनहित मे जन आंदोलन किये. यहाके लोग आज भी उनका विनम्र अभिवादन करती है.

बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम 1960″ द्वारा बॉम्बे राज्य को विभाजित कर के महाराष्ट्र और गुजरात नामक दो राज्यों का गठन किया था.

आपको जानकर ताजुब होगा कि विश्व में सिर्फ़ ग्यारह ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या महाराष्ट्र से ज़्यादा है.

*** महाराष्ट्र राज्य का परंपरागत नृत्य प्रकार (FOLK DANCE) लावणी है.

*** महाराष्ट्र राज्य का प्रमुख खेल कबड्डी है.

महाराष्ट्र के जिलों की सूची :

(1) ठाणे (2) पुणे (3) मुंबई उपनगरीय (4)नाशिक (5)नागपुर (6)अहमदनगर (7)सोलापुर (8)जलगाँव (9)कोल्हापुर (10)औरंगाबाद (11)नांदेड (12)मुंबई (13)सातारा (14)अमरावती(15) बिड (16) सांगली (17) रायगढ़ (18) धुले (19)यवतमाल(20)बुलढाना(21)वर्धा

(22)गोंदिया(23)अकोला (24)भंडारा (25) लातूर (26) चंद्रपुर (27) जालना (28) परभनी (29) उस्मानाबाद (30)

गडचिरोली (31) नंदुरबार (32) रत्नागिरी (33) वाशिम (34) हिंगोली (35)सिंधुदुर्ग (36) पालघर.

” महाराष्ट्र ” भारत का एक राज्य है जो भारत के दक्षिण मध्य में स्थित है . इसकी गिनती भारत के सबसे धनी एवं समृद्ध राज्यों में की जाती है. महाराष्ट्र शब्द संस्कृत का है जो दो शब्दों द्वारा मिलकर बना है महा तथा राष्ट्र इसका अर्थ होता है महान देश. यह नाम यहाँ के संतों की देन है.

इसकी राजधानी मुंबई है जो भारत का सबसे बड़ा शहर और हमारे देश की आर्थिक राजधानी के रूप में भी जानी जाती है. मुंबई का पहले नाम बॉम्बे था जो सन 1995 में तत्कालीन शिवसेना सरकारने बॉम्बे को बदलकर मुंबई रखा. यहाँ का ” पुणे ” शहर भी भारत के बड़े महानगरों में गिना जाता है. पुणे शहर भारत का छठवाँ सबसे बड़ा शहर है.

महाराष्ट्र के जिलों की सूची :

(1) ठाणे (2) पुणे (3) मुंबई उपनगरीय (4)नाशिक (5)नागपुर (6)अहमदनगर (7)सोलापुर (8)जलगाँव (9)कोल्हापुर (10)औरंगाबाद (11)नांदेड (12)मुंबई (13)सातारा (14)अमरावती(15) बिड (16) सांगली (17) रायगढ़ (18) धुले (19)यवतमाल(20)बुलढाना(21)वर्धा

(22)गोंदिया(23)अकोला (24)भंडारा (25) लातूर (26) चंद्रपुर (27) जालना (28) परभनी (29) उस्मानाबाद (30)

गडचिरोली (31) नंदुरबार (32) रत्नागिरी (33) वाशिम (34) हिंगोली (35)सिंधुदुर्ग (36) पालघर.

राज्य की प्रमुख यूनिवर्सिटी :

# मुंबई यूनिवर्सिटी.

# स्वामी रामानंद तीर्थ यूनिवर्सिटी.

# महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी.

# सावित्रीबाई पुणे यूनिवर्सिटी.

# यशवंतराव चव्हाण मुक्त शिक्षा

# शिवाजी यूनिवर्सिटी कोल्हापुर.

# राष्ट्रसंत तुकडोजी यूनिवर्सिटी.

# संत गाडगेबाबा यूनिवर्सिटी.

# बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा.

# यूनिवर्सिटी औरंगाबाद.

# यशवंतराव चव्हाण मुक्त शिक्षा. #:यूनिवर्सिटी नाशिक.

# भारतीय प्रौद्योगिकी शिक्षा संस्थान.

महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल :

महाराष्ट्र अपने पर्यटन स्थल के लिए प्रसिद्ध है. अगर आप समुद्रप्रेमी है तो कोंकण किनारा आप के लिए सही मे उपयुक्त है. रत्नागिरी, गणपतीपुरे ,

अलीबाग, सिंधुदुर्ग, दापोली, हरिहरेश्वर आदि कई प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थल कोंकण मे स्थित है.

ठंडी हवाके लिए माथेरान, खंडाला, लोणावला, महाबलेश्वर और विदर्भके चिखलदरा वगेरा रमणीय तथा सुंदर पर्यटक स्थल है.

महाराष्ट्र के तिर्थस्थल की बात करें तो देवीमाता की साडेतिन शक्तीपीठ महाराष्ट्र राज्य मे स्थित है, जिसमे माहुर, तुलजापुर, कोल्हापुर ये संपुर्ण और नाशिक जिले की वणी – सप्तश्रृंगी अर्ध शक्तीपीठ शामिल है.

इसके अलावा शिर्डी, पंढरपुर, शनि शिंगणापुर, शेगांव, अक्कलकोट आदि जगह पर भाविक भक्तों की भीड़ देखी जाती है.

फ़िल्म इंडस्ट्रीज के श्री दादासाहेब फाळके, लता मंगेशकर, पंडीत भिमसेन जोशी, आशा भोसले, नाना पाटेकर, माधुरी दिक्षीत आदि नामी व्यक्ति ने महाराष्ट्र की शान बढ़ाई. श्री सचिन तेंडुलकर, श्री सुनिल गावस्कर ने भी इसी राज्य मे जन्म लिया.

सामाजिक कार्यकर्त्ता बाबा आमटे, साधनाताई आमटे, डॉ. प्रकाश आमटे, डॉ. सौ मंदाकिनी आमटे, डॉ. विकास आमटे ये संपुर्ण परिवाराने सेकड़ो मिल दुर रहनेवाले आदिवासीयों के लिए कार्य किया.

लता मंगेशकर :

परदे पीछे की गायिका लता को कोकिल कंठी कहा जाता है. जिसने महाराष्ट्र राज्य मे जन्म लिया था. उन्होंने विविध भाषाओ के हजारों गीत इन्होने गाये है.

लक्ष्मीकांत बेर्डे :

लक्ष्मीकांत बेर्डे हिंदी और मराठी फिल्मो के बेहतरीन अदाकार थे जिन्होंने अपनी बेहतरीन कलाकारी से कई वर्षो तक दर्शको का मनोरंजन किया, मराठी फिल्म जगत दर्शक उन्हें सुपरस्टार के तौर पर मानते है. कलाकार लक्ष्मीकांत बेर्डे भी महाराष्ट्र से थे जिनके नाम कई बेहतरीन नाटक और फिल्मे दर्ज है.

दादासाहेब फालके :

भारतीय सिने जगत के संस्थापक के नामसे दादा साहेब फालके का नाम बड़े आदर और गौरव के साथ लिया जाता है. उन्होंने राजा हरिश्चंद्र नामक फिल्म को सबसे पहली बार बनाया था जो तत्कालीन व्यवस्था और तकनिकी सहाय्य के दृष्टीकोण से काफी बेहतरीन साबित हुई थी.

हम लोग जिस राज्य मे वास्तव्य करते है वहांकी लाइफ स्टाइल, संस्कृति के रंग मे हम लोग रंग जाते है.और उसी

राज्य के वातावरण का भाग बन जाते है. और वहांकी संस्कृति को अपना लेते है. इसे कहते है विविधता मे एकता.

यहां हम लोग महान राष्ट्र महाराष्ट्र की बात कर रहे है.

महामार्ग :

हमारे भारत देश की तुलना मे महाराष्ट्र राज्य मे सबसे अधिक मार्ग बने है जिसकी लंबाई 2,67,500 कि.मी. तक फैली हुई है.

महाराष्ट्र की विशेषता :

लोणार सरोवर:

महाराष्ट्र राज्य के बुलढाणा जिले के लोणार गांव मे उल्का के कारण निर्माण हुआ सरोवर हे. इस लोणार सरोवर की निर्मिती बेसाल्ट खडक से हुई है , अतः दुनिया के संशोधन कर्ता यहां आते है.थर्मोल्युमिनेसेन्स तंत्रज्ञान के अनुसार लोणार सरोवर की उम्र करीब 52000 वर्ष है.

शनि शिंगणापूर :

शनि शिंगणापूर अहमदनगर जिले के राहुरी तहसील मे बसा हे. वहाके घरों मे खिड़की दरवाजे नही होते, यहां शनि की कृपा से चोरी नही होती.

मुंबई के दबेवाले (डब्बेवाले) :

ये ऐसे लोगों का समूह है जो भारत में ज्यादातर मुंबई शहर मे काम कर रहे सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों को दोपहर का खाना उनके कार्यस्थल पर पहुँचाने का काम करता है.

इसकी शुरुआत सन 1890 में मुंबई से हुई थी. ये रोजाना 2 लाख लोगों को

तीन घंटे के अंदर खाना घर से लेकर गंतव्य स्थान तक पहुंचता है. डबेवाले संघटन को अनेक पुरस्कार मिले है , जिसमे सिक्स सिग्मा, आय,एस,ओ, प्रमाणपत्र शामिल है.

ये लोग काम के समय कोई नशा नहीं करेते. सर पर सफेद टोपी पहनते है. अपने साथ पहचान पत्र रखते है.

औरंगाबाद शहर:

औरंगाबाद शहर को 52 दरवाजे वाले शहर के रूपमें पहचाना जाता है.

मुगल कालीन शैली मे निर्माण किया गया औरंगाबाद शहर पहले मुगल साम्राज्य मे था. इस शहर को 52 दरवाजे वाला शहर के रूपमें पहचाने जाता है. इस शहर को पर्यटन जिला घोषित किया गया है.

प्रथम रेल्वे की स्थापना:

ता : 16 एप्रिल 1857 के दिन ब्रिटीश शासन के दौरान महाराष्ट्र राज्य के मुंबई मे मुंबई से ठाणे शहर दरम्यान भाप इंजिन से चलाई गई रेल गाडी भारत की प्रथम रेल्वे गाडी थी.

धारावी झोपडपट्टी :

मुंबई शहर मे विध्यमान माहिम धारावी झोपडपट्टी एशिया खंड की सबसे बडी झोपडपट्टी है.

बॉलीवुड फ़िल्म इंडस्ट्रीज :

भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई फ़िल्म उद्योग के लिए प्रचलित है. यहां

रोज अरबो खरबो रूपये का लेनदेन होता है. फिल्मांकन के लिए बड़े बड़े स्टूडियो, पर्यटन केंद्र, समुद्र किनारा, व आजुबाजु का प्राकृतिक सौंदर्य शूटिंग के लिए अनुरूप है. बड़े बड़े कलाकार मुंबई मे वास्तव्य करते है.

पुणे शहर :

पुणे शहर का इतिहास पुराना है. पुणे के लोग नाटक प्रेमी है. यहां अनेक कॉलेज,जुनी विद्यापीठ मौजूद है

हम लोग जिस राज्य मे वास्तव्य करते है वहांकी लाइफ स्टाइल, संस्कृति के रंग मे हम लोग रंग जाते है.और उसी

राज्य के वातावरण का भाग बन जाते है. और वहांकी संस्कृति को अपना लेते है. इसे कहते है विविधता मे एकता.

यहां हम लोग महान राष्ट्र महाराष्ट्र की बात कर रहे है.

महामार्ग :

हमारे भारत देश की तुलना मे महाराष्ट्र राज्य मे सबसे अधिक मार्ग बने है जिसकी लंबाई 2,67,500 कि.मी. तक फैली हुई है.

महाराष्ट्र की विशेषता :

लोणार सरोवर:

महाराष्ट्र राज्य के बुलढाणा जिले के लोणार गांव मे उल्का के कारण निर्माण हुआ सरोवर हे. इस लोणार सरोवर की निर्मिती बेसाल्ट खडक से हुई है , अतः दुनिया के संशोधन कर्ता यहां आते है.थर्मोल्युमिनेसेन्स तंत्रज्ञान के अनुसार लोणार सरोवर की उम्र करीब 52000 वर्ष है.

शनि शिंगणापूर :

शनि शिंगणापूर अहमदनगर जिले के राहुरी तहसील मे बसा हे. वहाके घरों मे खिड़की दरवाजे नही होते, यहां शनि की कृपा से चोरी नही होती.

मुंबई के दबेवाले (डब्बेवाले) :

ये ऐसे लोगों का समूह है जो भारत में ज्यादातर मुंबई शहर मे काम कर रहे सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों को दोपहर का खाना उनके कार्यस्थल पर पहुँचाने का काम करता है.

इसकी शुरुआत सन 1890 में मुंबई से हुई थी. ये रोजाना 2 लाख लोगों को

तीन घंटे के अंदर खाना घर से लेकर गंतव्य स्थान तक पहुंचता है. डबेवाले संघटन को अनेक पुरस्कार मिले है , जिसमे सिक्स सिग्मा, आय,एस,ओ, प्रमाणपत्र शामिल है.

ये लोग काम के समय कोई नशा नहीं करेते. सर पर सफेद टोपी पहनते है. अपने साथ पहचान पत्र रखते है.

औरंगाबाद शहर:

औरंगाबाद शहर को 52 दरवाजे वाले शहर के रूपमें पहचाना जाता है.

मुगल कालीन शैली मे निर्माण किया गया औरंगाबाद शहर पहले मुगल साम्राज्य मे था. इस शहर को 52 दरवाजे वाला शहर के रूपमें पहचाने जाता है. इस शहर को पर्यटन जिला घोषित किया गया है.

प्रथम रेल्वे की स्थापना:

ता : 16 एप्रिल 1857 के दिन ब्रिटीश शासन के दौरान महाराष्ट्र राज्य के मुंबई मे मुंबई से ठाणे शहर दरम्यान भाप इंजिन से चलाई गई रेल गाडी भारत की प्रथम रेल्वे गाडी थी.

धारावी झोपडपट्टी :

मुंबई शहर मे विध्यमान माहिम धारावी झोपडपट्टी एशिया खंड की सबसे बडी झोपडपट्टी है.

बॉलीवुड फ़िल्म इंडस्ट्रीज :

भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई फ़िल्म उद्योग के लिए प्रचलित है. यहां

रोज अरबो खरबो रूपये का लेनदेन होता है. फिल्मांकन के लिए बड़े बड़े स्टूडियो, पर्यटन केंद्र, समुद्र किनारा, व आजुबाजु का प्राकृतिक सौंदर्य शूटिंग के लिए अनुरूप है. बड़े बड़े कलाकार मुंबई मे वास्तव्य करते है.

पुणे शहर :

पुणे शहर का इतिहास पुराना है. पुणे के लोग नाटक प्रेमी है. यहां अनेक कॉलेज,जुनी विद्यापीठ मौजूद है

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