डॉक्टर ऑफ़ फिलोसोफी| Ph.D

graduation

आपने कही बार देखा होगा की कुछ लोग अपने नाम के आगे ” डॉक्टर.” ( Dr.) लिखते है.वास्तव मे यह मेडिसिन वाला डॉक्टर नहीं होता है. ये एक डिग्री कोर्स है, जिसे पास करने के बाद आपको आपके नाम के आगे डॉक्टर लिखनेका अधिकार प्राप्त हो जाता है. 

         ये अपने आपको गौरव प्रदान करने वाला कोर्स है. इस कोर्स के इच्छुक विद्यार्थी ने स्कूल, कॉलेज की परीक्षा को अच्छे मार्क के साथ उत्तीर्ण करना पड़ता है. Ph.D. का फुल फॉर्म होता है डॉक्टर ऑफ़ फिलोसोफी. जिसे हम सभी लोग संक्षिप्त मे ” पीएचडी ” कहते है. 

       वास्तव मे यह कोर्स करने से पहले आपको ग्रेजुएशन पुरा करना होता है. मास्टर की डिग्री हासिल करनी होती है. और अंदाज 60 % मार्क लाना जरुरी होता है. 

      डॉक्टर ऑफ़ फिलोसोफी का कोर्स करने से पहले आपको ये बात का ध्यान रखना होता है की आपको जिस विषय मे रूचि हो वो उस विषय मे 12 वी और ग्रेजुएशन तथा मास्टर डिग्री भी उसी विषय मे उत्तीर्ण करनी होती है , ताकि आपको पीएचडी (Phd) करने मे किसी भी तरह की समस्या या मुसीबत ना हो अगर आप शुरू से एक ही विषय में रूचि रखते है तो पी.एच.डी.करने में आपको आसानी होंती है.  

        पीएचडी डिग्री कोर्स तीन सालका होता है इसके लिये आपको एंट्रेंस एग्जाम देनी पडती है. इसके के लिए अच्छे परसेंटेज लाना जरुरी होता है. हर कॉलेज में इसका निर्धारण अलग अलग होता है. 

         पीएचडी के लिये हर यूनिवर्सिटी अलग अलग फीस लेती है. अगर आप प्राइवेट कॉलेज से पीएचडी करते है तो आपको गवर्मेंट कॉलेज के मुकाबले बहोत ज्यादा खर्चा आ सकता है. इस कोर्स की सालाना फीस करीब तीस हजार तक होती है. तीन सालका करीब एक लाख रूपया खर्चा होता है. मगर ये प्रमाण अलग अलग यूनिवर्सिटी मे कम ज्यादा होता है. किसी भी कॉलेज मे प्रोफ़ेसर बनने के लिये ये डिग्री ज्यादा उपयोगी होती है. 

       इस कोर्स को करने के बाद आपको अपने विषय मे भरपूर ज्ञान हो जाता है और आप उस विषय का एक्सपर्ट कहलाने लगते है. लेकिन पीएचडी करने से पहले आपको किसी भी सब्जेक्ट में अच्छे मार्क के साथ मास्टर डिग्री पूरी करनी पड़ेगी. पीएचडी करने के बाद आप किसी भी कॉलेज में एक प्रोफेसर बन सकते है. इतनाही नहीं, पीएचडी करने के बाद आप रिसर्च या एनालिसिस कर सकते है.

        केमिस्ट्री में PhD की डिग्री हासिल करने के बाद आप केमिकल रिसर्च सेंटर एंड लेबोरेट्रीज एनालिस्ट में काम कर सकते हो. अथवा न्यूट्रीशन में PhD करने के बाद आप साइंटिफिक एडवाइजर के क्षेत्र में कार्य कर सकते हो. 

       अगर आप सरकारी विभाग में एडवाइजरी पद पर काम करना चाहते है तो लॉ में PhD करने के बाद कार्य कर सकते हो. और भी बहुत से क्षेत्र है जिसे आप अपने विषय अनुसार चुन सकते है और कार्य कर सकते हो.

         पीएचडी करने के बाद आपके नाम के आगे डॉ. (Dr) लग जाता है. पीएचडी करने के बाद आप किसी भी पोजीशन के लिए जॉब में अप्लाई कर सकते है. 

      ये डिग्री पाने के लिए आपको अन्य पीएचडी प्राप्त व्यक्ति के मार्गदर्शन मे ये कार्य करना पड़ता है. आपकी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी हो जाती है तो आपके पीएचडी (Phd) करने के लिए यूजीसी नेट (UGC NET) के एग्जाम देना होगा और इससे क्लियर करना होगा पहले ये एग्जाम नहीं होता था , लेकिन अब पीएचडी करने के लिए इस एग्जाम को क्लियर करना अनिवार्य कर दिया गया है

       नेट एग्जाम क्लियर करने के बाद आप को पीएचडी 

(Phd) एंट्रेंस एग्जाम देने के लिए जिस कॉलेज से पीएचडी की पढाई करनी है उस कॉलेज के एंट्रेंस एग्जाम देना होता है. हर यूनिवर्सिटी (University) अपनी अपनी एंट्रेंस एग्जाम का बंदोबस्त करती है पीएचडी के लिए आपको अच्छे मार्क से इस एग्जाम को क्लियर करना जरुरी है तभी आपको उस कॉलेज मे एडमिशन मिल सकता है. 

             पीएचडी एक उच्च स्तर की डिग्री हैं, जिसमे पास होना उतना आसान नहीं होता. पीएचडी में किसी एक ख़ास विषय पर ही अध्यन किया जाता है.

            कुछ ऐसे ही लोग जो पहले से नौकरी कर रहे हैं, वो प्रमोशन पाने या अपनी तनख्वाह बढ़ाना चाहते हैं, ऐसे लोगो के लिये सरकारी यूनिवर्सिटी से पार्ट टाइम पीएचडी कोर्स करने की सुविधा है. 

           पीएचडी डिग्री उन छात्रों को प्रदान की जाती है जो अपने विषय में ज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान देने वाले एक प्रमुख शोध को पूरा करने की पुर्णतः कोशिश करते है. पीएचडी की डिग्री सभी विषयों में उपलब्ध हैं और आम तौर पर एक व्यक्ति को प्राप्त होने वाली सर्वोच्च शैक्षणिक डिग्री का उच्चतम स्तर है. 

       पीएचडी करने वाले छात्रों के लिये पिछले साल के प्रश्न पत्रों की मदद लेना हितकारी रहता है. इसके द्वारा आपको पता चलेगा की किस तरह के प्रश्न पूछे जाते है. अगर आप उस छात्र का मार्गदर्शन लेते हो जिसने पीएचडी की डिग्री हासिल की है तो आपको बड़ी सहायता होंगी. आपका विषय कोई भी हो आपको उस विशेष पर ज्यादा ध्यान देना होता है.

         अभी आपको अच्छी तरह पता चल ही गया होगा की पीएचडी करने के लिये…. 

( 1 ) 12 वी से तैयारी करनी होती है. 

( 2 ) ग्रेजुएशन पुरा करना होता है. 

( 3 ) मास्टर डिग्री अच्छे मार्क से पास करनी है. 

( 4 ) ( UGC NET की परीक्षा पास करनी है. 

( 5 ) पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम पास करनी होती है. 

         उसके बाद तीन सालका यूनिवर्सिटी कोर्स पुरा करके पास होने के बाद Ph.D. डिग्री नसीब होती है. 

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