पर्यायवाची शब्द की परिभाषा :
ऐसे शब्द जिनके अर्थ समान हों, वे पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं.
आपको पता है ? पत्नी को कितने नामसे पुकारा जाता है ? आज हम आपको हिदीं में पत्नी के कितने नाम है ? बताएँगे.
पत्नी के 55 पर्यायवाची शब्द :
पत्नी. अर्धांगिनी. लुगाई. बीवी.
प्राणेश्वरी. प्रिया. प्रियतमा. बन्नी. दारा.
परिणीता. भार्या. वधू. वल्लभा. वामा.
धर्मपत्नी. घरवाली. संगिनी. औरत. जीवनसंगिनी. तिय. प्राणप्रिया. तिरिया. दयिरा. कलत्र. कांता. सहचरी. जाया. गृहस्वामिनी. गृहिणी. जनाना. गेहिनी. सहधर्मिणी. स्त्री. अंकशायिनी. जोरू. नारी. वामांगिनी. सजनी. रमणी. बहु.
गृहलक्ष्मी. दुलहन. दुलहिन. हृदयेश्वरी. प्राणवल्लभा. वनिता. बेगम. श्रीमती. सहगामिनी. फलानी. अजी सुनती हो. घरैतिन. श्रीमती. वामांगना. प्रेयसी.
शादी के बाद पति पत्नी के रिश्ते में जितना प्यार होता है उतना ही एक दूसरे से नोक झोक और एक दूसरे को चिढ़ाने में मजा होता है. आपने देखा होगा कि पति पत्नी आपस में दोस्त की तरह रहते हुए एक दूसरे को अकसर किसी न किसी प्यार के नाम से बुलाते हैं. तो अगर आप ये सोचते हैं कि बीवी को किस नाम से बुलाये तो आपके लिए हम यहां प्यार से बुलाने के लिए नाम की तलाश कर रहे हैं तो हम यहां पत्नी को प्यार से बुलाने वाले नाम हिंदी में प्रस्तुत कर रहे है :
*** माई लव :
ये एक बहुत प्यारा नाम है जो आपकी वाइफ को जरूर पसंद आएगा.
*** स्वीटू :
अगर आपको पत्नी स्वीट लगती है तो उसे स्वीटू नाम से बुलाएं.
*** बटरफ्लाई :
आपकी पत्नी बहुत सुंदर है, तो उसे बटरप्लाई नाम भी दिया जा सकता है क्योंकि तितली बेहद खूबसूरत होती है.
*** क्वीन :
हर महिला अपने घर की रानी होती है. उन्हें खुश करने के लिए और उनकी मौजूदगी को खास बनाने के लिए आप उन्हें क्वीन कहकर पुकारें तो वो राजी होती है.
*** सोना :
अगर आपकी पत्नी का नाम सोनाक्षी, सोनल या सोनाली है, तो आप उन्हें प्यार से सोना बुला सकते हैं. यह छोटा सा नाम सुनने में बहुत अच्छा लगता है.
*** स्वीटी :
बहुत से पति का कहना होता है कि उनकी पत्नी बहुत प्यारी है. ऐसे में पत्नी को खुश करने के आप उन्हें स्वीटी कहकर भी पुकार सकते हैं.
*** क्यूटी :
अगर आपकी वाइफ बहुत क्यूट हैं, तो आप उन्हें प्यार से क्यूटी भी कह सकते हैं. क्यूटी के साथ-साथ टेडी भी बहुत प्यारा नाम है.
*** एंजल :
अगर आपकी वाइफ किसी परी से कम नहीं है, तो आप उन्हें एंजल कहकर भी प्यार का इजहार कर सकते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक सफल गृहस्थ जीवन के लिए पति-पत्नी के बीच गुणों का मिलना बहुत ही जरुरी होता है, ये गुण कुंडली के द्वारा मिलाए जाते हैं. किसी भी मनुष्य की कुंडली उसकी जन्म तारीख, समय और स्थान के आधार पर बनाई जाती है. जन्म के समय गृह नक्षत्रों की स्थिति को देखते हुए ये कुंडली बनती है. शादी के समय लड़का लड़की की कुंडली मिलाई जाती है.
गुण कितने प्रकार के होते है :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुण मिलान में कुल 8 गुण देखे जाते हैं. हर गुण का अपने एक अलग अंक होता है. इसके आधार पर ही यह तय किया जाता है कि कुल कितने गुण मिलते हैं. सबसे पहले जानते हैं, ये 8 गुण क्या है और उनके अंक क्या हैं.
{1} “वर्ण” जिसका अंक 1,
{2} “वश्य” जिसका अंक 2,
{3} “तारा” का अंक 3,
{4} “योनि” का अंक 4 होता है.
{5} “ग्रह मैत्री” 5 अंक,
{6} “गण” का 6 अंक,
{7} “भकूट” 7 अंक,
{8} “नाड़ी” का 8 अंक,
इन सभी को मिलाकर कुल 36 गुण बनते हैं.
गुण मिलने पर उत्तम रहता है विवाह :
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति के 18 से कम गुण मिलते हैं तो ऐसा विवाह के सफल होने की संभावना बहुत कम होती है. वहीं, अगर किसी व्यक्ति के 18 से 25 गुण मिलते हैं तो ऐसा होने विवाह के लिए अच्छा माना जाता है. वहीं, अगर 25 से 32 गुण मिलते हैं तो यह विवाह के लिए उत्तम माने जाते हैं. कहा जाता है कि ऐसा विवाह सफल होते हैं. अगर किसी के 32 से 36 गुण मिलते हैं तो ऐसे होने बहुत ही उत्तम माना जाता है. ऐसा विवाह सफल रहता है.
(1) 18 से कम गुण :
विवाह योग्य नहीं अथवा असफल विवाह.
(2) 18 से 25 गुण :
विवाह के लिए अच्छा मिलान.
(3) 25 से 32 गुण :
विवाह के उत्तम मिलान, विवाह सफल होता है.
(4) 32 से 36 गुण :
ये अति उत्तम मिलान है, ये विवाह सफल रहता है.
( समाप्त )