1) दुर्लभ तस्वीर नंबर = 1.
यह तस्वीर तभिकी है, जब भाईंदर पश्चिम स्थित बावन जिनालय का निर्माण हो रहा था. यह जैन मंदिर बावन जिनालय को महाराष्ट्र राज्य का शत्रुंजय कहा जाता है. यह तस्वीर मे निर्माणाधीन मंदिर दिखाई दे रहा है.
(2) दुर्लभ तस्वीर नंबर = 2.
यह तस्वीर करीब 35 साल पुरानी है. यह तस्वीर मैंने भाईंदर पूर्व स्थित काशीमीरा रोड फाटक के नजदीक से ली गई है. तस्वीर मे दूर गोड़देव गांव दिखाई दे रहा है. बीचमे दूर तक खेती का हिस्सा दिखाई दे रहा है.
(3) दुर्लभ तस्वीर नंबर = 3.
यह तस्वीर 30 साल पुरानी है. ये तस्वीर मेरे द्वारा भाईंदर पश्चिम स्थित फाटक से ली गई है. तस्वीर मे मीरारोड की ओर रेल्वे समान्तर खुली कच्ची नाली दिखाई दे रही है. आज यहांपर पक्की गटर बनी हुई है.
(4) दुर्लभ तस्वीर नंबर = 4.
भाईंदर मे पानी के लिए अनेक आंदोलन हुए. प्यासे लोग पानी के लिए तरसते थे. टैंकर आते ही लोग उमड़ पड़ते थे. प्रमाण की पुरानी तस्वीर. लोग टैंकर के उर्दगिर्द पानी के लिए खड़े नजर आ रहे है.
(5) दुर्लभ तस्वीर नंबर = 5.
ये तस्वीर पानी के लिए हुए आंदोलन की है. तस्वीर मे तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर श्री खान साहब रेल्वे ट्रैक से अपने सहयोगी पुलिस कर्मियों के साथ भाईंदर स्टेशन की तरफ बढ़ रहे है. भीड़ मे से पत्थराव होने से उनके कपाल पर पत्थर लगनेसे लहू टपक रहा था. उन्होंने मुजे देखकर उंगली दिखाकर आवाज दी, ये प्रेस देखो लोग पत्थर बाजी कर रहे है.
(6) दुर्लभ तस्वीर नंबर = 6.
यह तस्वीर 53 साल पुरानी है. ये भाईंदर पश्चिम काशीमीरा रोड स्थित शिवार तालाब के सामने से खींची गई है. तस्वीर से स्पष्ट हो रहा है कि आज जो महानगर खड़ा है, तब यहां कुछ भी नहीं था. दूर दूर रेल्वे लाइन और उसपे जा रही ट्रैन दिख रही है.
(7) दुर्लभ तस्वीर नंबर = 7.
ये तस्वीर 90 साल पुरानी है. जो भाईंदर भूमि के सौजन्य से प्राप्त हुई है. भाईंदरमे प्रथम कार (four wheelar) का आगमन हैदराबाद वाले बंगले मे सेठ श्री राय बहादुर राय के यहां आयी थी.