भाईंदर विकास के शिल्पकार गुजराती – Part – L

Geeta Jain 1

समाज सेवक श्री धीमंतभाई सी. शाह.

पुराने भाईंदर वासियोमे श्री धीमंतभाई जी का नाम आदर के साथ लिया जाता है. आप भवन निर्माता है. और आदर्श समाज सेवक के रूपमें जाने जाते है.

लायंस क्लब ऑफ़ भाईंदर की स्थापना 1978 मे की गई थी, जिसके आप फाउंडर मेंबर है. आप सन 1980 से 1982 तक दो साल के लिए लायंस क्लब के कोषाध्यक्ष के रुप मे कार्य कर चुके है. आपके कार्य की कदर करते हुए आपको लायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 323 ए द्वारा श्रेष्ठ कोषाध्यक्ष का पारितोषिक प्रदान किया गया था.

सन 1987-88 मे एक साल आप लायंस क्लब के प्रेसिडेंट पद पर रहे उस समय आपने मेडिकल शिबिर लगाये तथा सामाजिक सेवा कार्य किया. सन 1989-90 मे आप डिस्ट्रिक्ट कमिटी चैयरमेन पद पर रहे तथा ईसवी सन 1992-93 मे आप डिस्ट्रिक्ट चैयरमेन मेम्बरशिप के सलाहकार रहे

सन 1995-96 मे आपने लायंस इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 323- ए -3 के जोन चेयरमैन पद पर कार्य किया. भाईंदर लायंस क्लब के पद पर रहते हुए आपने भाईंदर के विकास मे पुरा सहयोग दिया. आप भाईंदर शेतकरी शिक्षण मंडल की कार्यकारिणी कमिटी के सदस्य रहे. आप भाईंदर केलवनी मंडल के मेनेजिंग कमिटी के मेंबर रहे.

भाईंदर गांव मे 100 साल से अधिक समय से सार्वजनिक नवरात्र उत्सव मनाते आये है. उसमे धीमंतभाई का हमेशा योगदान रहा है. उनके राव तालाब स्थित पुराने घर स्थित बर्षो से गणेशोत्सव मनाया जाता है.

***

श्री तुलसीदास दत्रात्रेय म्हात्रे.

आपमे से बहोतसे लोगोने श्री तुलसीदास दत्तू म्हात्रे का नाम नहीं सुना होगा . मगर भाईंदर पूर्व गोड़देव गांव निवासी श्री म्हात्रे साहब यहाके पुराने गाव वालोमे से एक हे. हसमुख स्वभाव , निर्मल हृदय के धनी श्री म्हात्रे साहब जरूरमंत, शोषित लोगोकी सेवा करने हमेशा तैयार रहते थे. बचपन से सेवाभावी प्रवृति से जुड़े म्हात्रे साब कोई भी काम पुरी निष्ठा और लगन से करते हे.

आप मिरा भाईंदर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर कार्य कर चुके हे. मिरा भाईंदर नगर पालिका की स्थापना पूर्व आप भाईंदर ( पूर्व ) नवघर ग्रुप ग्रामपंचायत के सरपंच पद पर रह चुके हे. भाईंदर इतिहास के शिल्पकारों मे आपका नाम भी प्रमुखता से आदर के साथ लिया जाता हे. आपने आरोग्य समिति के सभापति रहते हुए सफाई कर्मचारी ओकी वाचा को, इनके प्रॉब्लम को सुलझाने मे मदद की.

अभिनव विद्या मंदिर गोड़देव के शुरू के दिनोमे आपने आगरी समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तिओ के साथ मिलकर स्कूल निर्माण के कार्य मे महत्त्व पूर्ण भूमिका निभाई, उस समय अभिनव विद्यामंदिर मे सिर्फ 67 विद्यार्थी थे.

श्री महात्रे साहब हमेशा खुश मिजाज मे रहते थे , सभीके साथ मिल जुलकर रहना आपकी खासियत थी . समाज सेवा के साथ साथ आपने बिल्डर , बिल्डिंग मटेरियल वितरक का भी काम किया हे.

कांग्रेस के हर कार्यक्रम मे बड़े उत्साह के साथ भाग लेते थे. आज भी लोग उनकी सेवा भावी प्रवृति के कारण उनको याद करते हे. उनका मानना था की, लिखो पढोगे तो आगे बढ़ोगे, सितारों से ऊँचा तुम्हारा होगा नाम.

आगरी समाज के बच्चों के शिक्षण के लिए हमेशा तैयार रहकर उनको मार्गदर्शन करना , यथा शक्ति उनको मदद करना उनके जीवन का मकसद रहा हे. आज मेरे स्तंभ राजकीय सृस्टि , चकोर दृस्टि के जरिये उनका मे दिलो जानसे आदर पूर्वक बहुमान करता हुं. और सलाम करता हुं.

उनको भावपूर्ण श्रद्धांजलि :

किसीकी मुस्कुराहटो पे बेमिसाल….. किसीका दर्द ले सको तो ले उधार….. किसीके वास्ते जो तेरे दिलमे प्यार… जीना उसीका नाम हे… !.

——=== शिवसर्जन ===——

About पत्रकार : सदाशिव माछी -"शिव सर्जन"

View all posts by पत्रकार : सदाशिव माछी -"शिव सर्जन" →