भायंदर विशेष मीरा भाईंदर शहर क्षेत्र मे मुस्लिम समाज – Part – XLV

आज मीरा भाईंदर शहर गांव से महा नगर पालिका मे तबदील हो चुका है. और मेघा सिटी की और प्रयाण कर रहा है. वर्तमान भाईंदर की जन संख्या करीब 15 लाख होनेका अनुमान है, जिसमे मुस्लिम समाज की आबादी की संख्या लगबग देढ लाख से ज्यादा मानी जा रही है. मिरा भाईंदर में करीब 300 मस्जिद, तथा शिक्षा के लिए 200 मदरसा व ऊर्दु स्कुल है. मिरा भाईंदर शहर के सर्वांगीण विकास में मुस्लिम समाज का महत्त्व पूर्ण योगदान रहा है.

यहां अनेकता मे एकता देखने को मिलती है. हर जाती धर्म के लोग आपस में प्यार मोहब्बत व भाईचारे के साथ मिलजुल कर रहते है. और हर धर्म के लोग एक दूसरे के त्यौहार मे सामिल होते है. आजतक यहाॅं पर एक भी जातपात के नामपर दंगा फसाद नहीं हुआ है, जो अनेकता में एकता की मिसाल है इसलिए तो मिरा भाईंदर शहर को हिंदुस्थान का मिनी इंडिया कहते है.

भाईंदर पश्चिम स्थित मुस्लिम कब्रस्तान ब्रिटिश काल से यहां पर है तथा श्री लल्लूभाई बेचारदास शाह के पौत्र श्री चंद्रकांत केशवलाल शाह ने मुस्लिम बिरादरी के लिये मुख्य रोड से वहां तक जाने वाले रोड के लिये जमीन देकर हिंदू मुस्लमान एकता की मिशाल स्थापित की थी.

मुस्लिम समाज के प्रतिष्ठित डॉ. आसिफ गुलाब शेख पत्रकार से नगर सेवक व विरोधी पक्ष नेता से राज्य मंत्री महाराष्ट्र सरकार मे महामंडल अध्यक्ष बनने वाले मीरा भाईंदर के प्रथम राज्य मंत्री रहे है.

मुस्लिम समाज के आदरणीय समाज सेवी पत्रकार डॉ. श्री आसिफ शेख की कहानी शुरु होती है ” भाईंदर भूमि ” पत्र के संवाददाता से और बादमे दै. नवाकाल , दैनिक सांज लोकसत्ता , संझा जनसत्ता तथा नवभारत टाइम्स मे 18 साल तक पत्रकारिता की बाद मे 20 साल नगर सेवक, एन सी पी जिला अध्यक्ष , प्रदेश के महा मंत्री व प्रभारी महाराष्ट्र सरकार मे राज्य मंत्री दर्जा महामंडल अध्यक्ष का कार्यभार बखूबी निभाया है.

सर्व धर्म सम भाव मे विश्वास रखने वाले डॉ. आसिफ शेख ( एम कॉम, बी एड, पीएचडी ) उच्च शिक्षित होनेके साथ ही साफ सुथरी छबि रखते है. यहीं कारण वे लगातार 20 साल तक नॉन मुस्लिम मतदार क्षेत्र से जहां पर जैन, गुजराती , मराठी, क्रिश्चन, उत्तर भारतीय मतदाताओ की बस्ती से भी जीतकर आते रहे.

काशीमीरा के स्व: गुलमरसूल पटेल की पत्नी श्रीमती शमसुननिसा पटेल नगर परिषद मे नगर सेविका के रुप मे चुनकर आयी थी. मुस्लिम समाज के श्री याक़ूब कुरैशी दुल्हन बी परिवार भी नगर सेवक तथा उप नगर अध्यक्ष पद पर रह चुके है.

कांग्रेस के राष्ट्र समर्पित कार्यकर्त्ता श्री मुजफ्फर हुसैन जी 10 साल नगर सेवक और सन 2004 से लेकर सन 2016 तक 12 साल विधायक रहे है.

तारीख : 26 अगस्त 1966 के दिन जन्मे सैयद मुजफ्फर हुसैन भारतीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ तथा पेशे से बिल्डर है. सर्व प्रथम 1991 मे मीरा भाईंदर के नगर सेवक के रूपमे चुने गये थे. श्री मुजफ्फर हुसैन महाराष्ट्र राज्य कांग्रेस कमेटी के लिए हाल ही में नियुक्त 5 अध्यक्षों में से एक हैं.

मुस्लिम बिरादरी के मुजफ्फर हुसैन ने 1985 में एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी . तब से, उन्होंने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के भीतर विभिन्न पदों पर कार्य किया है. उन्होंने दो बार विधान समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया है. सन 2019 मे कार्यकारी अध्यक्ष, ( महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी ) सन 2014 से सन 2016 ( महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य ) सन 2010 मे अखिल भारतीय कांग्रेस प्रेषक, उत्तर प्रदेश चुनाव 2012.

2004 से 2019 तक ( महासचिव, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस )

2004 से 2009 तक (महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य )

2004 से 2006 प्रवक्ता, ( एमपीसीसी और एमपीसीसी के मीडिया सेंटर के प्रभारी ) सन 2002 से 2004 तक उप महा पौर ( मीरा भाईंदर म न पा ) और सन 1999 से 2004, सन 1996 से 2001, व सन 1992 से 1996 तक महाराष्ट्र प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रह चुके है.

मीरारोड पूर्व नयानगर मे मुस्लिमो की जन संख्या को देखकर लोग उस एरिया को मिनी पाकिस्तान कहते हे. मगर सक्षम नेतृत्व की वजह यहां पर अमन शांति से लोग रहते है.

सन 1988 तक मीरारोड मे सुविधा के नाम पर शून्यता थी. जनता नागरी सुविधा से त्रस्त थी. श्री मुजफ्फर हुसैन राजनीत मे नये थे. मीरारोड की समस्या अपरंपार थी, तब मै संदेश मे लिखता था. तब पहली बार मैंने उनकी अस्मिता काम्प्लेक्स के कार्यालय मे उनका इंटरव्यू लिया था और न्यूज़ दी थी, की मीरारोड की जनसमस्या की ऐसी तैसी करके हुसैन के कार्यकर्ताओ को पावड़ा और कुडारी लेकर श्रमदान करते खुद रास्ता बनाते हुए दिखाया था.

सन 2011 की भारतीय जन गणना के अनुसार मीरा भाईंदर नगर पालिका क्षेत्र की कुल जनसंख्या 814655 की थी. जिसमे हिंदुओंकी जनसंख्या कुल 558176 यानी 68.96 % थी. तो मुसलमानो की जनसंख्या कुल 131781 यानी 16.28 % थी.

अब जब फिरसे सन 2021 मे जन गणना होंगी तो मीरा भाईंदर क्षेत्र की कुल संख्या करीब 15 लाख से उपर होनेका अनुमान है. तथा मुसलमानो की जन संख्या करीब दो लाख से उपर जानेका अनुमान है.

सन 2011 की जनगणना अनुसार हमारे भारत देश की कुल जन संख्या 1210854977 की थी. जिसमे हिंदुओंकी जनसंख्या 96.8 करोड़ यानी 79.8 % थी. जबकि मुसलमानो की जनसंख्या कुल 17.2 करोड़ यानी !14.2 % थी.

अब भारत देश की सन 2021 मे जन गणना होंगी तब कुल जन संख्या करीब 1350000000 ( एक अरब 35 करोड़ ) तक पहुंच गयी होनेका अनुमान है.

आजादी की लड़ाई हिंदू मुसलमानो ने साथ मे मिलकर लड़ी थी. और दोनों कोमो के हजारों क्रन्तिकारी ओने अपनी जान गवा दी थी. हिंदुस्तान स्वतन्त्र होनेके बाद यहांकी सभी कोमो ने मिलजुल कर देश का विकास किया है. मगर कुछ नेतागण भड़काऊ भाषण देकर , आम जनता को उकसाकर दंगा फिसाद करवाते है उनको नज़रिया बदलने की अति आवश्यकता है.

मीरा भाईंदर शहर की बात करें तो यहांकी हिंदू, मुस्लिम, जैन, ईसाई आदि सभी जाती शांति प्रिय है और दूध मे सक्कर की तरह मिलकर रेन बसेरा कर रही है. और एक दूसरे की ख़ुशी मे सामिल होते है. ऐतिहाहिक विगतो को देखते मीरा भाईंदर मे मुस्लिम कोम का योगदान सहरानीय, शांति प्रिय रहा है.

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