भारत समेत विश्व के विनाशक भूकंप

Earthquake Safety

भूकंप एक प्राकृतिक प्रकिर्या हैं.

इसके प्रमुख परिणामों में हमारी पृथ्वी की जमीन का हिलना, सतह पर दरारें पड़ना, भूस्खलन, सुनामी और मिट्टी का द्रवीकरण शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, भूकंप से इमारतों और अन्य बुनियादी ढाँचे को नुकसान, आग और बाढ़ भी हो सकती है.

भूकंप के विविध परिणाम :

जमीन का हिलना :

भूकंप के कारण जमीन हिलती है, जिससे इमारतें गिर सकती हैं और लोगों और जानवरों को चोट लग सकती है.

सतह पर दरारें पड़ना :

भूकंप के कारण जमीन पर दरारें पड़ सकती हैं, जिससे भूस्खलन और मिट्टी का द्रवीकरण हो सकता है.

भूस्खलन :

भूकंप के कारण भूस्खलन हो सकता है, खासकर ढाल वाले क्षेत्रों में.

सुनामी :

यदि भूकंप महासागर के भीतर होता है, तो इससे सुनामी आ सकती है.

मिट्टी का द्रवीकरण :

भूकंप के कारण मिट्टी का द्रवीकरण हो सकता है, जिससे जमीन ढीली हो जाती है और इमारतें गिर सकती हैं.

इमारतों व बुनियादी ढाँचे को नुकसान :

भूकंप के कारण इमारतें, पुल, सड़कें और अन्य बुनियादी ढाँचे क्षतिग्रस्त हो सकते हैं.

आग :

भूकंप के कारण गैस लाइनें और बिजली के तार टूट सकते हैं, जिससे आग लग सकती है.

बाढ़ :

भूकंप के कारण बांध टूट सकते हैं, जिससे बाढ़ आ सकती है.

भूकंप के मानव पर प्रभाव :

भूकंप से कई लोग मारे जा सकते हैं या घायल हो सकते हैं.

सामाजिक और आर्थिक प्रभाव :

भूकंप से लोगों को बेघर किया जा सकता है, और स्थानीय अर्थव्यवस्था को नुकसान हो सकता है.

मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव :

भूकंप के बाद लोगों में तनाव और चिंता बढ़ सकती है.

भारत मे हुए विनाशकारी भूकंप :

भारत में अब तक के सबसे अधिक विनाशकारी भूकंपों में से कुछ 1934 का बिहार भूकंप, सन 2001 का भुज भूकंप, 1991 का उत्तरकाशी भूकंप व 2005 का कश्मीर भूकंप शामिल हैं.

*** 1934 का बिहार भूकंप :

15 जनवरी 1934 को बिहार में 8.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने बिहार और नेपाल में व्यापक तबाही मचाई थी.

*** 2001 का भुज भूकंप :

26 जनवरी 2001 को गुजरात के भुज में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी.

*** 1991 का उत्तरकाशी भूकंप :

20 अक्टूबर 1991 को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 2000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.

*** 2005 का कश्मीर भूकंप :

8 अक्टूबर 2005 को कश्मीर में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और भारतके जम्मू-कश्मीर में व्यापक रूपसे तबाही मचाई थी.

*** 1950 का असम भूकंप :

15 अगस्त 1950 को असम में 8.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने भारत-तिब्बत सीमा के पास असम और तिब्बत में भारी तबाही मचाई थी,

*** 1905 का कांगड़ा भूकंप :

12 अप्रैल 1905 को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसने 20,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी.

विश्व के विनाशकारी भूकंप :

*** चिली भूकंप (1960) :

9.5 तीव्रता का यह भूकंप चिली में आया था और इसे अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है. सन 1960 के चिली भूकंप में 6,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और लाखों लोग बेघर हो गए थे.

*** सुमात्रा-अंडमान द्वीप समूह भूकंप (2004) :

9.1 तीव्रता का यह भूकंप इंडोनेशिया के सुमात्रा के पास आया था और इससे सुनामी आई थी, जिसने कई देशों में तबाही मचाई थी.

*** तोहोकू भूकंप (2011) :

9.1 तीव्रता का यह भूकंप जापान में आया था और इससे भी सुनामी आई थी, जिसने तबाही मचाई थी.

*** प्रिंस विलियम साउंड भूकंप (1964) :

9.2 तीव्रता का यह भूकंप अलास्का में आया था और इससे काफी नुकसान हुआ था.

*** कामचटका प्रायद्वीप भूकंप (1952) :

9.0 तीव्रता का यह भूकंप रूस के कामचटका प्रायद्वीप में आया था.

*** मौले भूकंप (2010) :

8.8 तीव्रता का यह भूकंप चिली में आया था.

*** बिहार भूकंप (1934) :

8.1 तीव्रता का यह भूकंप भारत के बिहार में आया था और इससे 30,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

*** गुजरात भूकंप (2001) :

7.7 तीव्रता का यह भूकंप भारत के गुजरात में आया था और इससे 20,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

( समाप्त )

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