“महाराष्ट्र – मुंबई का मंत्रालय.”

शिवालय ( शिव का स्थान ), हिमालय ( हिम – बर्फ का स्थान ) और विद्यालय ( विद्या का स्थान ) की तरह मंत्रालय भी मंत्री ओका स्थान कहा जा सकता है. मंत्रालय को सचिवालय के नाम से जाना जाता है. जिसे हम लोग सचिवों का सदन भी कह सकते है.

आज मुजे मुंबई के मंत्रालय की बात आप लोगोंसे शेयर करनी है. मंत्रालय भारत के मुंबई शहर में महाराष्ट्र सरकार का प्रशासनिक मुख्यालय है,जिसे सन 1955 में बनाया गया था.इसका प्रारूप और निर्माण आर्किटेक्ट राजा एडेरीक द्वारा किया गया था.

सोशल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में अधिकांश राज्य सरकारों के मुख्यालयों को सचिवालय कहा जाता है. हालाँकि मंत्री भी उसी इमारत में बैठते हैं और इस तथ्य को रेखांकित करने के लिए लोकतंत्र में मंत्री अधिक शक्तिशाली होते हैं. अस्सी के दशक की शुरुआत में नाम बदलकर इसे मंत्रालय कर दिया गया था. मंत्रालय का पोस्ट पिनकोड 400032 है.

ये वेस्टर्न रेल्वे मुंबई के अंतिम स्टेशन चर्चगेट के निकट विध्यमान है. ये सात मंजलि भव्य ईमारत है. जिसमें राज्य सरकार के अधिकांश विभाग इस भवन में हैं. मुख्यमंत्री छठी मंजिल पर बैठते हैं. और मुख्य सचिव छठी मंजिल पर बैठते हैं. विभागों और कर्मचारियों की बढ़ती संख्या के कारण, एक नया “एनेक्सी” भवन बनाया गया है.इसके अलावा, अन्य अतिरिक्त विभागों को समायोजित करने के लिए मंत्रालय के सामने 19 मंजिलों का एक भव्य नया प्रशासनिक भवन बनाया गया है.

ता : 21 जून 2012 को इमारत में आग लग गई थी. प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार आग बिजली के तार में शार्ट सर्किट की वजह से लगी थी. आग में पांच लोगों की जान चलीं गई थी और बीस लोग घायल हो गए थे. सैकड़ों फाइलें जलकर राख हो गई थी.

इस घटना के बाद एक साल के भीतर महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री का कार्यालय ता : 9 मार्च 2013 को सुबह 11:40 बजे मंत्रालय की चौथी मंजिल पर एक और बड़ी आग लग गई थी. प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी, शॉर्ट सर्किट के कारण इसके नवीनीकरण के लिए इस्तेमाल किए जा रहे रसायनों में आग लग गई थी.

” मंत्रालय ” दक्षिण मुंबई में महाराष्ट्र सरकार का सात मंजिला प्रशासनिक कार्यालय है. इस इमारत में महाराष्ट्र सरकार के अधिकांश विभाग हैं. यह सचिवालय को मंत्रालय कहने का तरीका सिर्फ महाराष्ट्र में है. भारत में अधिकांश राज्य सरकारों के मुख्यालयों को सचिवालय कहा जाता है.

उल्लेखनीय है कि ता : 1 मई 1960 के दिन महाराष्ट्र राज्य की स्थापना की गई थी. उस वक्त चार प्रशासकीय भाग और 26 जिले महाराष्ट्र मे थे.

(1) कोकण विभाग = बृहन्मुंबई, ठाणे, कुलाबा, रायगड, रत्नागिरी.

(2) पुणे विभाग = पुणे, धुळे, नाशिक, जळगाव,अहमदनगर, सातारा,सांगली, कोल्हापूर, सोलापूर.

(3) नागपूर विभाग = नागपूर, वर्धा, चंद्रपूर, भंडारा, यवतमाळ, अमरावती, बुलढाणा, अकोला.

(4) औरंगाबाद विभाग = औरंगाबाद, बीड, नांदेड, परभणी, उस्मानाबाद.

महाराष्ट्र राज्य का मंगल कलश श्री यशवंतराव चव्हाण के हस्ते लाया गया था. ता : 1 मई 1960 के दिन महाराष्ट्र राज्या की घोषणा की गई थी.

महाराष्ट्र के प्रथम मुख्यमंत्री के रूपमें श्री यशवंतराव चव्हाण ने कारोबार संभाला था.

मंत्रालय के नजदीक कई प्रेक्षणीय स्थल है. जिसमे गेट वे ऑफ़ इंडिया, ताजमहल होटल, छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय, राजा बाई टॉवर, क्रिकेट का भव्य ब्रबोर्न स्टेडियम, वानखेड़े स्टेडियम, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल , श्री ज्योतिबा फुले मार्किट, नरीमन पॉइंट चौपाटी, मुंबई यूनिवर्सिटी, रिज़र्व बँक ऑफ़ इंडिया, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल स्टेशन आदि कई प्रमुख विरासत का समावेश है.

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