महेशभाई सवानी : मानव नहीं मसीहा.

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रावण ने सोनेमे सुगंध मिलाने की रीति को ढूंढ निकालने के लिए काफ़ी मसक्कत की थी, मगर वो उसमें अंत तक कामियाब नहीं हो पाया था. मगर आज मुजे बात करनी है, एक ऐसे सोने से ऊंचा इंसान की जो सोना हीरा मोती जैसा कीमती तो है ही मगर उस इंसान में फूलोंसी सुगंध भी भरी हुईं है.

मैं बात कर रहा था, श्री महेशभाई सवानी जी की जो सूरत के प्रसिद्ध हीरा व्यापारी हैं. महेशभाई पिछले 10 सालों से गरीब, अनाथ, बेसहारा लड़कियोंका सामूहिक विवाह कर रहे है. महेशभाई सवानी हर साल एक शाही सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन करते हैं, जहां सैकड़ों अनाथ लड़कियों की शादी होती है. इसके अलावा वे गरीब घरानों की लड़कियों का भी ब्‍याह कराते हैं.

महेशभाई पिछले दस सालों से इस तरह के आयोजन कर रहे हैं. लड़की चाहे कोई भी धरम की हो, कोई भी जाती की हो उन्‍हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता वे सभी को आर्शीवाद देते हैं.

सवानी से कृपा प्राप्त करने वाली लड़कियां सवानी को ही प्‍यार से “पापा” कहकर पुकारती हैं. कई ऐसी लड़कियां भी होती है, जिसने कभी भी सोचा नहीं

होगा कि उनकी शादी ऐसे शानोसोखत से होंगी. इसीलिए वें महेश पापा को इतनी अच्छी शादी कराने के लिए दिल से उनका शुक्रिया अदा करती है.

महेश भाई सवानी का वास्तविक नाम महेश सवानी है. उनका निक नाम महेशभाई सवाणी है. उनका जन्म ता : 3 नवंबर 1970 के दिन ग्राम – रणपर्दा, पालीताना, जिला.भावनगर, गुजरात में हुआ था. आज वें 53 साल के है.

महेश सवानी ने अपनी प्राथमिक और इंटरमीडिएट की तक की पढ़ाई साधना विद्यालय से की और सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई बेंगलुरु के दयानंद सागर विश्वविद्यालय से की है.

महेश सवानी बनिया जातिसे है. सवानी समूह के पास 1000 करोड़ रुपये का स्वामित्व है. महेश भाई गुजरात के सूरत में पीपी सवानी ग्रुप के मालिक हैं. वह इस व्यवसाय को अपने परिवार के सदस्यों जैसे अपने भाइयों और बेटों के साथ चलाते हैं.

महेश भाई एक पूर्व हीरा व्यापारी हैं और अब रियल्टी व्यवसायके किंग हैं. महेश के पास पीपी सवाणी ग्रुप के नाम से अपने रियल्टी व्यवसाय से पर्याप्त पैसा आ रहा है. यह प्राइवेट लिमिटेड फर्म है.

महेश सवानी उन लड़कियों के लिए सामूहिक विवाह की व्यवस्था करते है, जिनके माता-पिता नहीं हैं या जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है , या उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है. वह हर बार 300 से ज्यादा शादियां कराने के लिए जाने जाते है. भी खबरों में रहे हैं. अब तक 2684 लडकियोंकी शादी करा चूके है.

उनको ये प्रेरणा कैसे मिली उसके लिए भी रोचक बात है. उनके एक करीबी रिश्तेदार ईश्वरभाई की मृत्यु उनकी दो बेटियों की शादी से ठीक पहले हो गई. महेश ने उनका कन्यादान किया और उनकी शादी पर 10 लाख रुपए खर्च किए. उस समय महेश भाई को एहसास हुआ कि ऐसी कई बेटियां हैं जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है और शादी का खर्च नहीं उठा सकती हैं और उन्हें उनके जैसे पिता की जरूरत है.

उन्होंने मिशन शुरु किया और आज पीपी सवाणी समूह के महेश सवानी न केवल करियावर (दुल्हन के पिता द्वारा दुल्हन और उसके रिश्तेदारों को दिए गए उपहार) दे रहे हैं, बल्कि अपनी बेटियों की पूरी वैवाहिक जिंदगी की सारी जिम्मेदारी भी उठा रहे हैं.

उनके पिता वल्लभभाई एक मध्यम परिवार से थे और जल्द ही एक सफल व्यवसायी बन गए. शुरुआत में, उन्होंने एक मजदूर के रूप में काम किया और एक हीरे का व्यवसाय खड़ा किया, जिसे महेश सवानी और उनके भाइयों (रमेश और राजेश) ने वर्षों में विस्तारित किया.

बिजनेसमैन महेश सवानी आज इंटरनेट पर लोकप्रिय नाम हैं. वर्तमान महेश सवानी का परिवार कन्याओं की शादी में हर कन्या के लिए 4 लाख रुपए का खर्च करता है. उनके कर्मचारियों को बोनस के तौर पर फ्लैट और कार तक गिफ्ट करते हैं.

महेश जी सूरत गुजरात के सबसे सफल बिजनेसमैन, दानशूर परोपकारी, निवेशक, सामाजिक कार्यकर्ता और पीपी सवानी ग्रुप के चेयरपर्सन में से एक हैं. जिसके कर्मो की खुशबू भारत भर में फैली हुईं है.

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