मानवता की प्रेरणा मूर्ति श्रीमती नीलम तेली जैन की गौरव गाथा.

neelam teli

समाज सेविका निलम तेली जैन अपने कर्तव्य के बलबूते पर महान महिला का रुप धारण कर रही है. आज वह मिरा भाईंदर महानगर पालिका शहर क्षेत्र मे बदली बनकर बरस रही है. उनकी ” मानवता की महक ” अब देश भरमे खुश्बू फैला रही है. उन्होंने मरने से पहले अपने अवयव ( अंग ) ORGAN को जन हित मे देश की जनता के लिए दान कर दिया है.

समाज सेविका निलम तेली जैन जी की गौरव गाथा की संघर्ष कहानी शुरु होती है गुजरात राज्य के महेसाणा जिला विजापुर के नजदीक महुडी तीर्थ स्थित महुडी गांव से. बचपन गरीबी मे बिता. कभी कभी तो दो तीन दिन तक खाना नसीब नहीं होता था. पेट की भूख क्या होती है ? ये बात उसे गरीबी ने सिखाई.

विकट परिस्थिति मे भी लगन से बी. कॉम किया. साथ मे टाइपिंग और शॉर्ट हैंड का कोर्स किया. आपने बैंकिंग की दो परीक्षा पास की मगर बादमे मुंबई आना हुआ तो तीसरी परीक्षा से वंचित रह गयी. भाईंदर मे सन 1981 मे अपनी बुआ के घर भाईंदर पश्चिम मोती नगर चाल मे आकर रही, बादमे सन 1985 मे भाईंदर आकर बस गईं.

सन 1990 मे 24 साल की उम्र मे शादी हो गयी. और आज पति हितेश तेली दो बेटी श्रद्धा तथा मैत्री और एक बेटा श्रुत जैसा हरा भरा परिवार है.

जीवन के शुरुआती दिनोमे गृहस्थी को मदद करने के उद्देश्य से ओपेरा हाउस और मनी भवन मे पांच साल तक जॉब वर्क किया. दरम्यान शशिकांत नगर – 1 स्थित 13 साल तक रहने के बाद पटेल नगर वीणा होटल के उपर फ्लैट लिया.

यहां पर भी बच्चे को डांस सिखाना , टूशन सिखाना , बिल्डिंग मे प्रोग्राम आयोजित करना आदि काम करते सन 1999 मे चश्मा कंपनी की लाइन मे पदार्पण किया. साथ मे जरूरमंत को फ्री मे पढ़ाना, किसीको मदद करना , बच्चे एवं बुजुर्ग का ख्याल रखना ये सब समाज सेवा का मानवता वादी कार्य करती रही.

शुरुआत अपने घर से की. दो जरूरतमंद विद्यार्थी को पढ़ाना शुरू किया. आठ दस साल से माहेश्वरी भवन के सामने खुलेमें गटर के उपर श्रेष्ठम स्ट्रीट एजुकेशन के नामसे गरीब बच्चों के लिये आज भी स्कूल चला रही है.

ऐसे मानव सेवा के कार्य मे विग्न डालने वालोंकी समाज मे कमी नहीं है. दो साल पहिले किसीने बरसते हुए बारिस मे नीलम जी के स्कूल का सामान गटर मे बहा दीया.

उसमे कुर्सी,नोटबुक , स्टेशनरी , वॉटर बैग और अन्य स्कूल के सामानो का समावेश था. उस रात नीलम जी खूब रोई. पूरी रात रोती रही. आँसू पूछने वाला कोई नहीं था. एक बेटा और दो बेटी का परिवार को भी पालना था. पति के साथ साथ खुद काम पर लग गईं.

गृहस्थी चलाते हुए ,शादी ब्याह फंक्शन मे बचा हुआ अच्छा खाना एकत्रित करके अपनी एक्टिवा मे डालकर खुद अलग अलग जगह भाईंदर पूर्व काशीमीरा से भाईंदर पश्चिम मूर्धा खाड़ी तक झोपड़पट्टी मे जाकर वितरण करने का काम शुरू किया.

बादमे गरीब बच्चों को शिक्षा देने फिरसे श्रेष्ठम स्ट्रीट एजुकेशन स्कूल का कार्य शुरू किया.आजुबाजु के जरूरमंत बच्चे को मुफ्त मे शिक्षा देनेका मिशन शुरु किया. कारवा आगे बढ़ता गया. कुछ सेवाभावी लोग उनसे जुड़ते गये.

इसकी जब शुरुआत की तब 15 बच्चे थे उसके बाद कुल 55 विद्यार्थी की संख्या हो गईं. उसमे से पहिले कुल 28 और बादमे कुल 7 विद्यार्थी मिलाकर कुल 35 विद्यार्थीयों का मिरा भाईंदर पालिका की सरकारी स्कूल नंबर 30 मे दाखिला ( admission ) दिलवाया. जिसकी न्यूज़ पत्रकार बंधु ओने अपने पत्र एवं न्यूज़ चैनल मे उजागर की.

नारी के रूपमे साक्षात् मसीहा श्रीमती नीलम तेली जी की महानता देखो ! खुद भाईंदर पश्चिम मे चश्मा की रिटेल विक्री की दुकान चलाती है और भाईंदर पूर्व के गरीब अनाथ आश्रम के जरूरतमंद बच्चों को फ्री मे चश्मा देती है , तो कभी कैंप लगाती है.

लोगोंने उसके इस कार्य को सहराया. कोई लोग उसे भाईंदर की मदर टेरेसा कहने लगे तो कोई उसे महिला के रुप मे मसीहा. तो कोई उसे महा महिला के नाम से संबोधित करने लगे. इसका प्रमाण उसे हाल ही मे सर्व श्रेष्ठ महिला के रूपमे ” प्रमाण पत्र ” देकर सम्मानित किया गया.

तीन साल पहले भक्ति वेदांत अस्पताल मे एक कैंसर पेसेंट का ऑपरेशन करवाया था. तब कुल खर्च 150000 ( एक लाख पचास हजार ) का एस्टीमेट था. बादमे खर्चा बढ़कर 250000 ( दो लाख पचास ) हजार हो गया. कई लोगोसे गुहार लगाई. कई लोगोने मदद की फिर भी खुदको 35000 रुपये भरने पड़े थे.

इस पूरी प्रकिर्या मे एक डेढ़ साल लग गये थे. केमो रेडिएशन थाना से करवाया था. इस पुरे कार्य मे नीलम जी के सोशल वर्क के साथी डॉ. बादशाह खान ने बहुत सहयोग देकर अपनी विनम्रता, मानवता का परिचय दीया था.

सौ : नीलम तेली जैन. संघर्ष से कामयाबी की ओर प्रयाण ! सौ : नीलम तेली जैन. मानवता की मिसाल ! सौ : नीलम तेली जैन. भाईन्दर की स्ट्रीट एजुकेशन की प्रणेता ! सौ : नीलम तेली जैन एक बुलंद हौसले की धनी ! एक वो महिला जो बदली बनकर भाईंदर मे बरस रही है.

शांति सेवा फाउंडेशन ( रजि.) संस्था ” शांति सेवा फाउंडेशन क्लिनिक एंड लैब सेंटर ” के तहत रुग्णोपचार उपक्रम चला रही है जहां सिर्फ 30 रुपये कंसल्टिंग फीस लेकर एक दिन की मेडिसिन मुफ्त मे दी जाती है. इसके अलावा लेब मे भारी छूट देकर टेस्ट किये जाते है. तथा जब संस्था का मेडिकल कैंप लगता है तब रक्तचाप, मधुमेह आदि अनेक टेस्ट मुफ्त मे किये जाते है.

शांति सेवा फाउंडेशन संस्था के सचिव श्री प्रकाश शाह तथा उपाध्यक्ष श्री राजेश पुनमिया जी का इस कार्य मे विशेष सहयोग रहता है.

क्लिनिक का पता :

” शांति सेवा फाउंडेशन क्लिनिक एंड लैब.”

शॉप नंबर = 26. महेता पटेल शॉपिंग सेंटर. मोदी पटेल रोड, (स्टेशन रोड ) भाईंदर वेस्ट. = 401101.

क्लिनिक टाइमिंग :

सुबह : 10.00 से 1.00 तक.

शाम : 06.30 से 9.30 तक.

डॉयग्नोस्टिक लैब टाइमिंग :

सुबह : 08:30 से 1.30 तक.

विशेष टिप्पणी : क्लिनिक रविवार शाम बंद रहता हैं.

आप एक निःस्वार्थ समाज सेविका, शिक्षिका, डॉक्टर, नर्स, पुलिस कर्मी, पर्यावरण रक्षक, मूक पशु, पक्षी प्रेमी,

तथा कई गरीब बच्चों की माँ का किरदार ” ALL IN ONE ” बनकर निभा रही है. सैलूट मैडम जी.

उनको कई सामाजिक संस्थाओ द्वारा मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया है. वो संख्या इतनी बडी है की यहां पर सबका जिक्र करना मुमकिन नहीं है.

संस्थापक अध्यक्षा श्रीमती नीलम तेली जी की स्ट्रीट स्कूल का नाम ” श्रेष्ठतम स्ट्रीट एजुकेशन ” रखा गया है. जो भाईंदर ( पश्चिम ) माहेश्वरी भवन के सामने, स्थित सुदामा कंस्ट्रक्शन , 150 फुट फायर ब्रिगेड रोड पर कार्यरत है.

उनकी तमन्ना,स्वपना मिरा भाईंदर मे बिलकुल मुफ्त शिक्षा देनेका है.वरिष्ठ नागरिक के लिये कार्य करना है तथा शांति सेवा के नाम से मुफ्त मे खिचड़ी घर चालू करने का इरादा है. साथ मे गरीब महिला ओको रोजगार देनेके उदेश्य से छोटा सा गृह उद्योग चलाना चाहती है.

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