मिरा भाईंदर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास मे कांग्रेस पार्टी का प्रशंसनीय योगदान. ( कोंग्रस के जन प्रतिनिधि ) Part – LXXVII

Gilbert

गिल्बर्ट मेंडोंसा का उदय होते ही मीठालाल जैन और गिल्बर्ट के बिच वर्चस्व की लड़ाई चालू हुई. सन 1984 मे ग्रामपंचायत के चुनाव हुए. वार्ड क्र : 5/3 पैनल द्वारा कॉग्रेस पार्टी ने कुल 15 उम्मीदवार खड़ा किये.भाजपा ने भी 5 पैनल मे उम्मीदवार खड़े किये.

ता : 29/03/1984 को चुनाव संपन्न हुए. जिसमे कांग्रेस के 9 सदस्य चुने गये. जिसमे 1 पैनल मे शशिकांत शाह, सी डी सिंह और महेन्द्र सिंह चौहान चुनकर आये, बाकी पैनलो मे एक दो करके कांग्रेस के कुल 9 और भाजपा के कुल 6 सदस्य चुने गये.

ग्रामपंचायत पर गिल्बर्ट मेंडोंसा का दबदबा रहा. गिल्बर्ट की ही चलती थी. लोग विरोध मे जानेसे डरते थे. तब श्री शशिकांत को सरपंच चुन लिया गया. मीठालाल जैन ठाणे जिलाध्यक्ष पद पर थे. उसके निर्देश पर यहां कुछ होता नहीं था. एक साल बीना काम व्यतीत हो गया. मेंडोंसा का दबाव था, मगर उसका आम व्यवहार काफ़ी अच्छा था.

धीरे धीरे कई सदस्य गिल्बर्ट के साथ होते गये. सन 1985 मे आम ठराव करके भाईंदर ब्लाक युवक कांग्रेस के महा सचिव श्री एस आर मिश्रा, शिक्षक श्री सुभाष मिश्रा “भाईन्दर भूमि” पत्र के प्रधान संपादक श्री पुरुषोत्तम “लाल” चतुर्वेदी जी को मंत्रालय – मुंबई लेकर गये. वहा पर श्री राम मनोहर त्रिपाठी जी से बातचीत हुई. उन्होंने अपने सचिव से मिल कर समय निर्धारित करने को कहा.

बादमे मंत्री जी 17 अप्रेल 1985 के दिन भाईन्दर पधारे. भाईन्दर पश्चिम चर्च के पुराने हॉल मे सभा हुई. इस सभामे उन्होने आश्वासन दिया कि वे मुख्यमंत्री को यहा का, सब हाल बतायेंगे और नगर पालिका स्थापना करने की उन्हें सिफारिश करेंगे. उन्होंने दो महीने मे आश्वासन पूरा किया.

ग्रामपंचायत बर्खास्त हुई.उसके बाद ता : 12 जून के दिन शासकीय आदेश क्रमांक: सीओएन 1082/2953 सी आर. 660/82 युडी – 15 अनुसार भाईंदर मे बी ग्रेड नगर पालिका की स्थापना की गई. उसके बाद मे इसका विस्तार करते उत्तन, डोंगरी, राई , मूर्धा, मोरवा ओर चेना आदि अन्य गावोका समावेश किया गया.

मिरा भाईंदर नगर पालिका के प्रथम प्रशासक रहे तहसीलदार बी डी म्हात्रे ज्यादा दिन तक नहीं रहे, उनकी जगह पर तहसीलदार श्री दलाल को भाईंदर और विरार दोनों नगर पालिका के प्रशासक के रूपमे नियुक्त किया गया. कार्य के बोज को देखते पहलीबार मुख्याधिकारी के पद पर श्री संपतराव शिंदे की नियुक्ति की गयी.

प्रशासकीय कारोबार सन 1991 तक चला. मिरा भाईन्दर नगर पालिका परिषद का 50 वार्डों में नगर सेवको के लिये 24 नवम्बर 1991 के दिन आम चुनाव संपन्न हुए थे. 47 मेसे 42 नगर सेवक कांग्रेस के चुनकर आये. कोंग्रेस पार्टी शासन पर बिराजमान हुई .

तारीख : 17 दिसंबर 1991 के दिन श्री गिल्बर्ट जॉन मेंडोसा ने चुनाव जीतकर प्रथम नगर अध्यक्ष बनने का बहुमान प्राप्त किया था.

तुसीदास म्हात्रे को उप नगराध्यक्ष बनाया गया. श्री लियो कोलासो को नियोजन , श्री मोहन पाटील बांधकाम, थॉमस दिसोजा पानी पुरवठा, सी डी सिंह को शिक्षा विभाग दिया गया. इस तरह नगर परिषद् का गठन हुआ.

——=== शिवसर्जन ===——

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