मिरा भाईंदर शहर क्षेत्र अपने स्टील उद्योग के लिए एशिया खंड मे मशहूर है. यहांका स्टील उत्पादन मजबूत, टिकाऊ और उत्तम क़्वालिटी का होने की वजह से विदेशों मे भी प्रसिद्ध है.
मिरा भाईंदर शहर क्षेत्र मे स्टील के पतरे से थाली, कटोरी, तपेला, चमच, जग, हांडा, कलसी, टंकी, ग्लास, गैस का चुला, लोटा और स्टील के डिब्बे आदि सेकंड़ो छोटी बडी वस्तुए बनाई जाती है.
भाईंदर का स्टील उद्योग ग्रामपंचायत के समय से अस्तित्व मे है. अस्सी के दशक मे यहां अनेकों कंपनी अस्थित्व मे आयी, कामगार रोजगार की तलाश मे यहां तक आये. जिससे यहां पर भवन निर्माण मे तेजी आयी. और भाईंदर के विकास का मार्ग खुला हुआ.
जनसंख्या के आधार पर गांव को शहर का दरज्जा मिला और 12 जून 1985 को मिरा भाईंदर नगर परिषद् की स्थापना हुई. शुरु से यहां घर पट्टी के नाम पर लाखों रुपये वसूले गए मगर सुविधा के नाम पर दुर्लक्षता की गई. पानी की किल्लत, मच्छरो का साम्राज्य, गटरों की अनियमित सफाई की वजह से स्टील उद्योग एरिया को काफ़ी हद तक परेशानी जेलनी पड़ती थी.
मिरा भाईंदर शहर के स्टील उद्योग के लिए कच्चा माल जिसे पाटा (पटरा) कहते है वो जोधपुर, दिल्ली और मद्रास से लाया जाता है. फिर उसे पावर प्रेस से आइटम के अनुसार कटिंग किया जाता है. फिर उसे मोल्डिंग किया जाता है, उसके बाद कुछ आइटम को सोल्डरिंग किया जाता है. फिर उसे बफिंग करके चमकाया जाता है. लास्ट मे कंपनी के नाम का स्टीकर लगाकर उसे मार्किट मे उसे गंतव्य स्थान तक भेजा जाता है.
सन 1988 – 90 के साल की बात है. तत्कालीन मिरा भाईंदर स्टील उद्योग कामगार संघ के माजी अध्यक्ष श्री नरेन्द्र गुड़िया (जैन ) ने उस वक्त स्टील उद्योग की जकात जैसी समस्या के समाधान हेतु काफ़ी मसक्कत की थी. उन्होने छोटे कारखाने दारो को मजदूरी बढ़ाने के लिए आवाज उठाई थी. ताकी देहाड़ी कामगारों का वेतन बढ़ा सके.
उस वक्त छोटे बड़े करीब 2500 स्टील उद्योग भाईंदर मे थे. नगर परिषद की स्थापना होने के कुछ साल बाद यहां ओक्ट्रॉय लागू की गई. तब उद्योगों को दुगुनी ओक्ट्रॉय भरने पड़ती थी. जब कच्चा रॉ मटेरियल भाईंदर आता था तब, और बनके मुंबई जाता था तो वहां दहिसर चेक नाके स्थित फिर ओक्ट्रॉय भरनी पड़ती थी. उस वक्त कई उद्योगने वसई, विरार मे स्थानान्तर करना उचित समझा था .
स्टील उद्योग जितना सुहाना दीखता है उतना ख़तरनाक भी है. कभी कटिंग मशीन मे उंगली या हाथ कटने का भी खतरा रहता है. ऐसा कई लोगो के साथ हुआ है. किसीजी ऊँगली तो किसीका हाथ भी चला गया है.
भाईंदर मे आपको स्टील के बर्तन खरीदना हो तो आप भाईंदर ( पूर्व ) मे नवघर रोड पर सुजाता शॉपिंग मार्किट मे आप अपनी मन पसंद आइटम खरीद सकते हो. यहां पर आपको होलसेल रेट पर भी स्टील की विविध वेराइटी मिल जायेगी.
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