प्यार से हम तुम है. प्यार से जीवन सृस्टि है. प्यार है तो पृथ्वी रंगीन है. यदि प्यार ना होता तो पृथ्वी निर्जीव होती. इस धरा पर प्यार शुरु से था. आज भी है और आगे भी रहेगा. आदि काल से आज तक प्यार का सिलसिला बरकरार रहा है. प्यार का इजहार करने की रीत रसम जमाने के साथ साथ बदलती रही है. आज लोग पाश्चात्य देशों का अंधा अनुकरण करके वैलेंटाइन डे मनाते है.
फरवरी महीने को प्यार का महीना माना जाता है. 7 फरवरी से 14 फरवरी तक लोग कई तरहके दिन मनाते हैं. इस पूरे सप्ताह भर हर तरफ प्यार ही प्यार छाया रहता है. लोग प्यार के रंग में डूबे रहते हैं. 7 फरवरी को रोज डे मनाकर वैलेंटाइन वीक की शुरुआत होती है.
फिर 8 फरवरी को प्रपोस डे मनाते है. 9 फरवरी को चॉकलेट डे, फिर 10 फरवरी को टेडी डे,11 को प्रॉमिस डे, 12 को हग डे, 13 को किस डे और फिर अंत में 14 को वैलेंटाइन डे आता है. क्या आपको इस बात की जानकारी है कि “वैलेंटाइन वीक” खत्म होते ही एक नया सप्ताह एंटी-वैलेंटाइन वीक (2024) मनाने का सिलसिला शुरू हो चूका है. ता : 15 फरवरी से लेकर ता : 21 फरवरी तक एंटी-वैलेंटाइन वीक में कौन-कौन से दिन आते हैं, जानते हैं.
वैलेंटाइन डे के खत्म होने के अगले ही दिन यानी ता : 15 फरवरी से शुरू हो जाता है एंटी-वैलेंटाइन वीक मनाने का सिलसिला. यह पूरे 7 दिन चलता है, ता : 15 से लेकर ता : 21 फरवरी तक. आपको बता दें कि इसमें प्यार जैसी कोई भावनाएं नहीं होती हैं. कहने का मतलब है कि इस सप्ताह का प्यार से कोई नाता नहीं होता है. इस पूरे सप्ताह निम्न दिन आते हैं, जिन्हें कुछ लोग अपने-अपने मजेदार तरीके से मनाना पसंद करते हैं.
स्लैप डे (SLAP DAY) :
एंटी-वैलेंटाइन वीक में सबसे पहले 15 फरवरी को स्लैप डे आता है. ऐसा कहा जाता है कि यदि किसी का ब्रेकअप हो गया है, तो एक्स बॉयफ्रेंड, गर्लफ्रेंड को भुलाने के लिए, उसके द्वारा दिए गए प्यार में धोखा, दर्द, स्ट्रेस को दूर करने के लिए, भुलाने के लिए सेलिब्रेट करते हैं. यह दिन उन कड़वे अनुभवों को अपनी जिंदगी से दूर करने का समय होता है.
किक डे (KICK DAY) :
किक डे है एंटी-वैलेंटाइन वीक का दूसरा दिन यानी इसे ता :16 फरवरी को मनाया जाता है. इसमें एक्स बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड की नेगेटिव और कड़वी फीलिंग्स को जीवन से किक (Kick) यानी लात मारकर बाहर निकाल देने के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है.
परफ्यूम डे (PERFUME DAY) :
परफ्यूम डे ता : 17 फरवरी को सेलिब्रेट किया जाता है. यह तीसरा दिन है , एंटी-वैलेंटाइन डे का और ये दिन है खुद को पैम्पर करने का. इस दिन आप अपनी फेवरेट परफ्यूम लगाएं और कहीं घूमने निकल जाएं. चाहें तो किसी को परफ्यूम गिफ्ट भी कर सकते हैं.
फ्लर्ट डे (FLIRT DAY) :
ये चौथा दिन है, जिसे 18 फरवरी को सेलिब्रेट किया जाता है. फ्लर्ट डे पर आप किसी नए दोस्त के साथ भी जुड़ सकते हैं. उसकी तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा सकते हैं. इस दिन का ये मतलब कतई नहीं है कि आप किसी के भी साथ फ्लर्ट करने लगें. ऐसा करेंगे तो लेने के देने पड़ सकते हैं.
कन्फेशन डे (Confession Day)
फ्लर्ट डे के बाद आती है बारी कन्फेशन डे सेलिब्रेट करने का. कन्फेशन डे 19 फरवरी को मनाया जाता है. इस दिन आप अपने लाइफ पार्टनर या किसी भी करीबी दोस्त को अपने अंदर दबी बात कह सकते हैं. आपने कोई गलती की हो, तो यही दिन है, जिसे आप कन्फेस करते हुए अपने किए की मांफी मांग सकते हैं. आप अपने जीवनसाथी, दोस्त, परिवार के सदस्यों से भविष्य में कोई गलती ना करने का वादा भी कर सकते हैं.
मिसिंग डे (MISSING DAY) :
ये दिन 20 फरवरी को लोग सेलिब्रेट करते हैं. इस दिन आप किसी को मिस कर रहे हैं तो उसे जताने का दिन है. आपका जीवनसाथी, बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड दूर है और आपको उसकी याद आ रही है तो ये दिन आपको मौका देता है कि आप उसे अपनी भावनाओं को जाहिर कर सकें.
ब्रेकअप डे (BREAKUP DAY) :
एंटी-वैलेंटाइन डे का आखिर दिन है ब्रेकअप डे. यह ता : 21 फरवरी को पड़ता है. इस दिन आप अपने उस टॉक्सिक रिलेशन से ब्रेकअप कर सकते हैं, जिनमें आपको खुशी नहीं महसूस हो रही हो. आप अपने प्रेमी-प्रेमिका से भी ब्रेकअप कर सकते हैं, यदि वे आपको चीट कर रहे हैं. ब्रेकअप होने के बाद आप जीवन में रुकें या उदास ना हों, बल्कि हमेशा आगे बढ़ते रहें. जीने की इच्छा को कम न होने दें.
वैलेंटाइन डे फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है ? ये प्रश्न उचित है. कि
आखिर 14 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन्स डे ? विश्व भर में हर साल ता : 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाता है. जिसकी शुरूआत रोम के राजा क्लॉडियस के समय में हुई थी. कहा जाता है कि उस वक्त रोम में एक पादरी थे,जिनका नाम सेंट वैलेंटाइन था. वैलेंटाइन डे की ये कहानी उन्हीं के प्यार और बलिदान को समर्पित करती हैं. जिनके नाम पर बाद में वैलेंटाइन डे मनाने की शुरूआत हुई.
वैलेंटाइन डे का इतिहास :
राजा क्लॉडियस का मानना था कि प्यार और शादी पुरुषों की शक्ति को खत्म कर देती है. अपनी इसी सोच की वजह से उन्होंने अपने पुरे राज्य में ये आदेश तक पारित कर दिया कि, राज्य के अधिकारी और सैनिक शादी नहीं कर सकते हैं. लेकिन इसके विपरीत सेंट वैलेंटाइन हमेशा से ही दुनिया में प्यार को बढ़ावा देने की बात कहते थे.
सेंट वैलेंटाइन को जब राजा के इस आदेश की जानकारी हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया. उन्होंने सेना के कई अधिकारियों और सैनिकों की शादी करवा दी. राजा को जब ये बात पता चली तो उन्होंने ता : 14 फरवरी 269 के दिन सेंट वैलेंटाइन को फांसी के मंच पर चढ़ा दिया. उनके मरने के बाद लोगों ने उनके बलिदान को सम्मान दिया और उनकी याद में ” वैलेंटाइन डे ” मनाने का फैसला किया.
वैलेंटाइन डे मनाने की शुरुआत रोमन फेस्टिवल से हुई. दुनिया में पहली बार 496 में वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट किया गया था. जिसके बाद पांचवी शताब्दी में रोम के पोप गेलैसियस ने 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के रूप में मनाने का ऐलान किया. इस दिन से रोम समेत दुनिया भर में हर साल धूमधाम से 14 फरवरी का दिन वैलेंटाइंस डे के रूप में मनाया जाने लगा.