विश्वका सबसे छोटा देश, ” सीलैंड.”

दुनिया में बड़े देशोंकी बात करें तो चीन, रूस, भारत और अमेरिका जैसे आनेको बड़े क्षेत्रफल वाले देश हैं. जहांकी आबादी करोड़ों में है. मगर क्या आपको पता है ? इंग्लैंड के सफोल्क बीच से लगभग 10 किलामीटर की दूरी पर सीलैंड नाम का एक देश है जिसकी

जनसंख्या मात्र 27 लोगों की है और क्षेत्रफल महज 250 मीटर है.

तारीख : 9 अक्टूबर 2012 को रॉय बेट्स नाम के शख्स ने खुद को सीलैंड का प्रिंस घोषित कर दिया था. जिनकी अब मौत हो चुकी है. रॉय बेट्स की मौत के बाद उनके बेटे माइकल का सीलैंड पर शासन है. दरअसल, माइक्रो नेशन उन देशों को कहा जाता है जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त नही होती है.

सीलैंड समुद्र के बीचो-बीच महज 250 मीटर में फैला हुआ देश है, ऐसे में यहां के लोगों के पास जीने के लिए कोई संसाधन नहीं है.

वास्तव में सीलैंड भले ही दुनिया का सबसे छोटा देश है, लेकिन असल में विश्व का सबसे छोटा देश वेटिकन सिटी है, यह इटली की राजधानी रोम के बीचो बीच बसा है. यह विश्व का सबसे छोटा अज्ञात देश है. यह दुनिया का सबसे छोटा स्वयंभू देश है. इस छोटे से देश की अपनी मुद्रा और पासपोर्ट है.

आधिकारिक तौर पर “सीलैंड की रियासत” के रूप में जाना जाता है, इस अजीबोगरीब देश का प्रबंधन देश के राजा और रानी द्वारा किया जाता है.

सीलैंड को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन ने बनाया था. किले को ब्रिटेन ने बनाया था, जिसे बादमें खाली कर दिया गया था, तब से ही सीलैंड पर अलग अलग लोगों का कब्जा रहा है.

सीलैंड को रफ फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है. यहां के लोगों के पास जीने के लिए कोई संसाधन नहीं है. जब इस देश के बारे में अन्य दूसरे देशों और लोगों को जानकारी मिली तो खूब सारे डोनेशन मिलने लगे. डोनेशन मिलने से यहां के लोगों को जीने के लिए जरूरी चीजों की पूर्ति हो गई.

मान्यता के अनुसार द ऑस्ट्रेलियन और रेड बुल के साइमन सेलर्स नामक व्यक्ति ने सीलैंड को दुनिया का सबसे छोटा देश बताया है, लेकिन सीलैंड को आधिकारिक तौर पर किसी स्थापित संप्रभु राज्य द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है. सीलैंड सरकार का दावा है कि इसे वास्तव में यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी द्वारा मान्यता दी गई है, क्योंकि जर्मनी ने एक बार सीलैंड में एक राजनयिक भेजा था.

सीलैंड का दावा है कि उसके पास अपनी सेना, झंडा और यहां तक ​​कि मुद्रा भी है. सीलैंड की वेबसाइट का दावा है कि इसे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों द्वारा बनाया गया था और इसे सेना और नौसेना के किले के रूप में इस्तेमाल किया गया था. युद्ध के बाद इसे ध्वस्त कर दिया जाना था, लेकिन किसी कारणवश इसे नष्ट नहीं किया जा सका.

सीलैंड एक माइक्रोनेशन राष्ट्र है जो इंग्लैंड के उत्तरी सागर में बसा हुआ है. जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के दरम्यान जर्मन हमलावरों से तट की रक्षा के लिए सन 1942 में बनाया गया था.

सन 1967 में, पूर्व ब्रिटिश सेना प्रमुख रॉय बेट्स ने सीलैंड को खरीदा और इसे एक स्वतंत्र संप्रभु राज्य घोषित किया. उन्होंने अपना नाम सीलैंड का प्रिंस रॉय रखा और अपने पासपोर्ट और टिकटें जारी कीं.

सीलैंड का अपना खुदका झंडा, मुद्रा और सरकार होते हुए भी यूनाइटेड किंगडम सीलैंड को एक देश के रूप में मान्यता नहीं देता है, न ही कोई अन्य राष्ट्र. हालाँकि, सीलैंड का अपना झंडा, मुद्रा और सरकार है.

सन 1978 में, डच कमांडो के एक समूह ने सीलैंड पर कब्ज़ा करने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे. ई. 1990 में, सीलैंड पर ब्रिटिश पुलिस ने छापा मारा, जिसने रॉय बेट्स के बेटे, माइकल को गिरफ्तार कर लिया.

सीलैंड देश पर समुद्री डाकुओं और हैकरों का स्वर्ग होने का आरोप लगाया गया है. 2000 में, यह बताया गया कि सरकारी वेबसाइटों पर हमले शुरू करने के लिए हैकरों के समूह द्वारा सीलैंड का उपयोग किया जा रहा था. 2012 में, समुद्री डाकुओं के एक समूह ने कथित तौर पर शिपिंग जहाजों पर हमले शुरू करने के लिए सीलैंड को एक अड्डे के रूप में इस्तेमाल किया था.

बताया जाता है कि सीलैंड का भविष्य अनिश्चित है. यह संभव है कि सीलैंड को अंततः एक संप्रभु राज्य के रूप में मान्यता दी जा सकती है, लेकिन यह भी संभव है कि इसे छोड़ दिया जा सकता है या नष्ट किया जा सकता है.

सीलैंड सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने और व्यवसायों को आकर्षित करने के लिए काम कर रही है. हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं है कि सीलैंड लंबे समय तक रह पाएगा या नहीं

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