किंगफ़िशर पक्षी को हिन्दी भाषामें रामचिरैया कहते हैं. यह एक छोटे से मध्य आकार का रंग-बिरंगा पक्षी होता है. जो पूरी दुनिया में वास्तव्य करते हैं.
इसकी अधिकांश प्रजातियाँ अफ्रीका, एशिया व ओशिनियाके उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में रहती हैं, लेकिन यूरोप और अमेरिका में भी पाई जा सकती हैं.
ये शांत तालाबों और छोटी नदियों के पास गहरे जंगलों में दिखाई देते हैं. परिवार में 118 प्रजातियाँ हैं और यह तीन उप-परिवारों और 19 पीढ़ी में विभाजित है. भारत में किंगफिशर की 9 प्रजाति मिलती है. सभी किंगफिशर के बड़े सिर, लंबी, तीखी, नुकीली चोंच, छोटे पैर और छोटी पूंछ होती है.
अधिकांश प्रजातियों में चमकीले पंख होते हैं जिनमें लिंगों के बीच केवल थोड़ा अंतर होता है. किंगफ़िशर अपना समय अकेले ही बिताते हैं. किंगफ़िशर पानी में झपट्टा मारकर और गोता लगाकर मछलियों का शिकार करते हैं.
किंगफ़िशर के अंडे हमेशा सफ़ेद होते हैं. किंगफ़िशर 20 साल तक जीवित रह सकते हैं.
किं गफिशर पक्षी दिखने में बहुत सुंदर होता है. यह एक छोटे आकार का पक्षी है. आम भाषा में इसे राम चिड़िया या किलकिला भी कहते हैं. इस चिड़िया को किंगफिशर इसलिये कहा जाता है क्योंकि यह फिशिंग करने में मास्टर होता है.
लाफिंग जैक नामक किंगफिशर प्रजाति ऑस्ट्रेलिया में मिलती है. यह अपनी चिल्लाने जैसी हंसी के लिए फेमस है. स्माल ब्लू किंगफिशर एक गौरैया चिड़िया के समान होती है. यह नीले हरे रंग की होती है. यह मछली का शिकार करने में माहिर होती है.
यह पक्षी नदियों और तालाबो के किनारे पर अक्सर रहता है. यह पेड़ो के अलावा भी कई जगहों पर घोसला बना लेते है. यह किसी दूसरे वीरान पड़े घोसले में भी रहता है और कभी कभी घोंसला भी बना लेता है. यह जमीन पर बने बिल में भी रह लेता है. इसके घोंसले में मछलियों की हड्डियां मिल जाती है.
इस पक्षी का अधिकतर भाग कत्थई रंग का होता है. इसके पंख चमकीले नीले रंग के होते है. इसके सर पर नीले रंगकी धारिया भी होती है. अन्य पक्षियों के मुकाबले इस पक्षी के पैर छोटे होते है. इसकी चोंच एक चाकू की आकृति के समान लम्बी होती है.
किंगफिशर पक्षी आकार में छोटे और बड़े दोनों ही होते है. दुनिया का सबसे बड़ा किंगफिशर पक्षी ऑस्ट्रेलिया में मिलता है. सबसे छोटे आकार का पक्षी अफ्रीका में पाया जाता है.
किंगफिशर मुख्यत: पेड़ो पर और पानी के आस पास निवास करते है. इसलिए इनकी परवर्ती भी भिन्न होती है. पेड़ो पर रहने वाले किंगफिशर किट पतंगों को खाते है और पानी के पास निवास करनेवाले मछलियों को खाते है.
यह मुख्यत: मांसाहारी पक्षी है. किंगफिशर पक्षी का मुख्य भोजन किट पतंगे होते है. यह छोटी मछलियों को भी अपना शिकार बनाता है. मछलियों का शिकार करते वक्त यह पानी के ऊपर मंडराता रहता है. जब मछली इसको दिखाई देती है, तब यह उस पर झपट्टा मारकर चोंच से पकड़ लेता है.
किंगफिशर को कई जानवर शिकार बना लेते हैं. इनमें से प्रमुख जानवर लोमड़ी और बिल्ली है. किंगफिशर की आंखे बहुत तेज और शार्प होती है. यह अधिक समय तक पानी के ऊपर उड़ सकता है. यह पक्षी फुर्तीला और तेज होता है.
नर और मादा किंगफिशर दोनों दिखने में बिल्कुल एक जैसे होते है. लेकिन मादा पक्षी नर से भी ज्यादा चमकीला होता है. मादा किंगफिशर आमतौर पर औसतन 3 से 6 अंडे देती है. दोनों ही पक्षी अंडों को सेते है. बच्चो के लिए भोजन का इंतजाम भी करते है. जन्म के 2 से 3 महीने तक बच्चे पेरेंट्स की निगरानी में रहते है.
सर्दियों में यह पक्षी प्रवास भी करता हैं. उस समय यह उन क्षेत्रों में चला जाता है, जहा पानी बर्फ में जमा नही हो. किंगफिशर पक्षी का जीवन काल अधिकतम 10 वर्ष होता है. यह पक्षी विलुप्ति के कगार पर हैं.
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