हमारे शरीर का अंग ” नाक “| Nose

naak

सुबह से सोच रहा था, आजके आर्टिकल का विषय क्या होना चाहिए ? अचानक मेरी उंगली नाक पर चली गयी. मन ही मन सोचने लगा मुजे विषय मिल गया, “नाक”. मगर नाक के बारेमें क्या लिखा जा सकता है ? मन बनाया बस लिखना है तो नाक के बारेमें ही ! मेरे मन मस्तिक मे विचारों का प्रवाह उछलने लगा…. 

       नाक मनुष्य की सुंदरता मे बढ़ोतरी करता है. किसी की नाक लम्बी होती है, तो किसी की नाक नाटी होती है. चाइना के लोग अपनी नाक की वजहसे दुनिया मे अलग मालूम पड़ते है. उनकी नाक देखते ही हमें पता चल जाता है की ये चाइना के लोग है. 

     आजकल बॉलीवुड हो या होलीवुड़ की कुछ हीरोइने अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिये नाक की प्लास्टिक सर्जरी करती है. आजकल तो फ़िल्मी हीरो भी अपनी सुंदरता बढ़ाने नाक की प्लास्टिक सर्जरी करने लगे है. ये प्रकिर्या जन्म जात नाक के दोष, नाक के आकार को बदल कर सुंदरता लाने के लिये की जाती है. 

      नाक मे नथनी लगानेसे महिलाओ की सुंदरता मे चार चांद लग जाते है. पुराने ज़माने मे कान के रिंग की तरह ही गोल नाक की नथनी होती थी मगर आजकल नाक की नथनी के भी सेकड़ो प्रकार होते है. 

 नाक का कटना, नाक रगड़ना या नाक कटवाना शब्द प्रयोग हम किसीकी बेईज्जती करने के लिये करते है. रामायण मे रावण की बहन सूर्पनखा का नाक श्री लक्ष्मण जी ने काट कर उसका अपमान किया था, तबसे नाक कटना शब्द का शब्द प्रयोग होते आया का अनुमान है. 

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हमारे शरीर का अंग " नाक "| Nose 3

      नाक श्वसन प्रणाली का पहला अंग है. नाक सेप्टम सहित, जो नासिकाको अलग करती है और नाक गुहा को दो में विभाजित करती है औसतन पुरुष की नाक मादा की तुलना में बड़ी होती है. नाक का मुख्य कार्य श्वसन है. 

         नासिका में नाक के बाल , हवा को छान कर बड़े कणों को फेफड़ों में प्रवेश करने से रोकता है. छींक नाक से अवांछित कणों को बाहर निकालने मे मदद करती है.

      छींक के लिये एक प्रचलित पहेली है की ऐसी कोनसी चीज है जो आंखे बंद किये बीना हम नहीं खा सकते ? 

तो उसका उत्तर है, छींक. छींक खाते समय नाक बंद हो ही जाता है. ये बात सबको पता है. 

        जबसे कमबख्त कोरोना की महामारी फैली है तबसे छींकना भी संकास्पद हो गया है, हमेशा मनमे डर रहता है की कोई ये ना समज ले की , कोरोना संक्रमित है !.

   मगर छींकने से संक्रमण फैल सकता है. नाक का एक अन्य प्रमुख कार्य घ्राण , गंध को पहचानना है. ये हवामे फैली अलग अलग प्रकार की गंध को तुरंत पहचान लेता है. और सुगंध दुर्गंध का अहसास भी कराता है. 

         मानव नाक श्वसन प्रणाली का हिस्सा होने के अलावा जो ऑक्सीजन को अवशोषित करता है और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालता है. नाको का आकार आनुवंशिक भी होता है. 

  विश्व गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अनुसार एक जीवित व्यक्ति की सबसे बड़ी मानव नाक तुर्की के मनुष्य की नापी गईं है जो पुल से टिप तक 3.46 इंच (8.8 सेंटीमीटर) लंबी है. वैसे देखा जाय तो श्वसन प्रणाली में , नाक हवा के लिए एक मार्ग है.

      कई लोगोंको नाक के उपर मसा होता है. कोई लोग उसे ऑपरेशन करके निकाल देते है तो कुछ कुछ लोग उसे सुकन का मसा मानते है. 

       नाक मनुष्य की सुंदरता बढ़ाता है. चाइना ओर जापान के लोग अपनी नाक की वजह दुनिया मे अलग दिखाई देते है. 

       ——=== शिव सर्जन ===——

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