हरियाणा उत्तर भारत देश का एक राज्य है जिसकी राजधानी चण्डीगढ़ है. इसकी सीमायें उत्तर में पंजाब और हिमाचल प्रदेश, दक्षिण एवं पश्चिम में राजस्थान से जुड़ी हुई हैं. हरियाणा शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के शब्द हरी एवं अयण से हुआ है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है भगवान का निवास.
हरियाणा के नाम की उत्पत्ति के संबंध में विविध व्याख्याएं हैं. हरियाणा एक प्राचीन नाम है. पुराने समय में इस को ब्रह्मवर्त, आर्यवर्त और ब्रहमोप्देस के नाम से जाना जाता था.
पूर्वी पंजाब के विभाजन द्वारा ता : 1नबम्बर 1966 के दिन हरियाणा राज्य की स्थापना हुई थी, उस समय राज्य में 7 जिले थे. (1) रोहतक, (2) जींद, (3) हिसार, (4) महेंद्रगढ़, (5) गुडगाँव, (6)करनाल तथा (7) अम्बाला. सन 2017 तक इन जिलों के पुनर्गठन के माध्यम से 14 नए जिले जोड़े जा चुके हैं.
हरियाणा भारत देश का एक ऐसा राज्य है, जहां पर कृषि के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध है और हरियाणा में कृषि संबंधी वे सभी कार्य किए जाते हैं, जो एक अच्छी कृषि के लिए आवश्यक होता है. हरियाणा को भारत के कई लोग भारत का नीदरलैंड भी कहते हैं.
कुरुक्षेत्र 48 कोस महाभारत की भूमि मानी है. हालांकि कुरुक्षेत्र इससे पहले से ही धर्मनगरी है.
यहीं पर राजा कुरु ने धर्म का बीज बोया था. ब्रह्मा ने यहीं वेदी की स्थापना की. कुरुक्षेत्र एरिया की मिट्टी का रंग लाल है. यहां पर विश्व का सबसे पहला और महाभारत का युद्ध हुआ जिस के कारण लाखों सैनिक और हाथी घोड़ों का रक्त रणभूमि में बहा. इससे ही मिट्टी का रंग लाल हुआ, लेकिन विशेषज्ञ इसका कारण कुछ और मानते हैं.
भूगर्भ विभागाध्यक्ष डॉ. एआर चौधरी कहते हैं कि कुरुक्षेत्र शिवालिक पहाड़ियों के नजदीक है. इन पहाड़ों का रंग चॉकलेट ब्राउन है. यहां से सरस्वती नदी इस धरा पर आती थी. बरसातों में भी पहाड़ों का पानी आता है. यहां पर चॉकलेटी ब्राउन चट्टानों, रेत पत्थर का रंग धीरे-धीरे रमता गया. इससे यहां की धरती का रंग लाल रंग होने का आभास मिलता है.
हरियाणा राज्य में लोगों के द्वारा मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषा हरियाणवी है. हरियाणवी भाषा को हरियाणा की मातृभाषा कही जाती है. हरियाणवी भाषा के आधार पर ही हरियाणा को पंजाब से अलग किया गया था. हरियाणवी भाषा में सुनने में बहुत ही प्रिय लगती है और हरियाणा में महान से महान धुरंधरों ने जन्म लिया है.
यही कारण है कि हरियाणा वर्तमान समय में अन्य राज्यों की तुलना में काफी अच्छा राज्य माना जाता है.
पंडित श्रीराम शर्मा एक महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ साहित्यकार व इतिहासकार भी थे. उन्होंने हरियाणा का इतिहास, हरियाणा के नवरत्न तथा स्वतंत्रता सेनानियों पर कई पुस्तकें लिखी जिन्हे काफी पसंद किया गया.
हरियाणा राज्य में हरियाणवी के अलावा अन्य विविध भाषाएं बोली जाती हैं, जैसा कि हिंदी पंजाबी उर्दू अंग्रेजी इत्यादि . हालांकि हरियाणा में मुख्य रूप से और लगभग सभी लोग हिंदी उर्दू ही बोलते हैं. हरियाणा के छोटे-छोटे कस्बों और बड़े-बड़े शहरों में लोग अंग्रेजी भाषा को ही अपने घरेलू भाषा के रूप में यूज करते हैं. हरियाणा में हिंदी मुख्य रूप से शुद्ध नहीं बोली जाती बल्कि वहां हिंदी और हरियाणवी भाषा के मिश्रण में लोग एक दूसरे से बातचीत करते हैं.
प्राचीन समय में हरियाणा पंजाब का एक भाग हुआ करता था. हरियाणा को पंजाब से 1 नवंबर 1966 में भाषा के आधार पर अलग कर दिया गया था.
हरियाणा राज्य की राजधानी चंडीगढ़ है परंतु आपको यह जानकर बहुत हैरानी होगी कि चंडीगढ़ सिर्फ हरियाणा की ही नहीं बल्कि पंजाब की राजधानी है. यही विशेष हरियाणा राज्य का तथ्य है.
जब 1966 में संयुक्त पंजाब का विभाजन हुआ था उस समय हरियाणा के लिए अलग से राजधानी का प्रस्ताव न रख कर कुछ समय के लिए चंडीगढ़ को ही दोनों की संयुक्त राजधानी रखा गया था जिस पर बाद में कोई भी राज्य अपना अधिकार छोड़ने के लिए राजी नहीं हुआ. इसलिए चंडीगढ़ आज भी दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी है.
इससे पहले शिमला भी पंजाब की राजधानी थी. वहीं आजादी से पहले पंजाब की राजधानी लाहौर हुआ करती थी. 1947 में जब बंटवारा हुआ तो लाहौर पाकिस्तान में चला गया.
हरियाणा राज्य में दो राष्ट्रीय उद्यान मौजूद हैं, जिनके नाम (1) सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान और (2) कलेसर राष्ट्रीय उद्यान है. हरियाणा राज्य में खुदाई के दौरान जितने भी साक्ष्य मिले हैं, वह सभी के सभी सिंधु घाटी की सभ्यता और मोहनजोदरो संस्कृती का ही उल्लेख मिलता हैं. इससे अनुमान लगाया जाता है कि इन दोनों सभ्यताओं का विकास हरियाणा में ही हुआ था.
हरियाणा के पानीपत में विश्व के इतिहास का सबसे बड़ा युद्ध हुआ है.
हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र वाले इलाके में ही प्राचीन समय में भगवान श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था. अतः कुरुक्षेत्र में ही दुनिया का सबसे बड़ा युद्ध महाभारत का युद्ध हुआ था.
हरियाणा महान गुरु द्रोणाचार्य की धरती है. जिसके नाम पर दिल्ली से सटे हरियाणा के एक शहर का नाम गुरुग्राम पड़ा. यह राज्य सिंधु घाटी सभ्यता का पोषक रहा है. हरियाणा की हमारे देश भारत के समृद्ध राज्यों में गिनती की जाती है.
राष्ट्रीय आय की दृष्टि से हरियाणा का स्थान भारत में दूसरे नम्बर पर आता है जबकि पहला स्थान पंजाब का है. हरियाली से परिपूर्ण हरियाणा का समग्र क्षेत्र साफ और सुंदर सड़कों से परिपूर्ण है. यह राज्य तीन तरफ से दिल्ली से घिरा है. कहा जाता हैं की हरियाणा के प्रत्येक गाँव मे सन 1970 से ही विजली उपलब्ध करायी गयी थी. ऐसा करने वाला यह भारत का पहला राज्य बना था. वर्तमान में भारत का यह राज्य आटोमोबाइल उद्योग का प्रमुख हब है.
कारें और दुपहिया वाहन के क्षेत्र में भी यह राज्य अग्रणी है. मारुति का मैन्यफैक्चर हब हरियाणा के गुरुग्राम में ही स्थित है. इसके अतिरिक्त यह राज्य ट्रेक्टर के निर्माण में भी आगे हैं.
सन 2011 की जनगणना के अनुसार हरियाणा की जनसंख्या कुल 2,53,53,081 है. हरियाणा साक्षरता दर : 76.64% है. हरियाणा का कुल क्षेत्रफल 44,212 वर्ग कि मी है.
हरियाणा का इतिहास भारत भूमि को हमेशा से ही गौरान्वित करती रही है. द्वापर में इसी धरा पर भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था. प्रसिद्धि भागवत गीता इसी धरा से निकलकर जनमानस तक पहुंची. कहा जाता है की हरियाणाका इतिहास वैदिक कालीन है.
हरियाणा को पौराणिक भरत वंश की जन्मभूमि के रूप में भी याद किया जाता है. उन्हीं के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा है. महाभारत की लड़ाई हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुई थी. इस बात का उल्लेख प्रसिद्ध महाकाव्य महाभारत में भी की गयी है. वो समय
द्वापर युग का था. इतिहासकारों के अनुसार प्राचीन काल में नंद के समय यह क्षेत्र मगध साम्राज्य के अधीन था. मौर्यों वंश के शासनकाल में यह क्षेत्र मौर्य वंशी राजाओं के राज्य में रहा. मौर्यों वंश के पतन के बाद गुप्त काल तक हरियाणा का इतिहास पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं है.
गुप्तों के बाद थानेश्वर के पुष्य भूतिवंशीय राजाओं ने इस क्षेत्र पर राज किया. कलांतर में यह गुर्जर प्रतिहारों और गहड़वालों के आधिपत्य में रहा.
बाद में महमूद गजनवी ने थानेश्वर पर आक्रमण कर हरियाणा के कुरुक्षेत्र में स्थित चक्रस्वामी नामक भगवान विष्णु की मूर्ति को नष्ट कर दिया. उसके बाद दिल्ली के राजा पृथ्वीराज चौहान ने इस क्षेत्र को मुसलमानों से मुक्त कराया.
राज्य के गठन के बाद से ही हरियाणा लगातार प्रगति कर रहा है. आज इस राज्य की गिनती भारत के सम्पन्न राज्यों में की जाती है. जनसंख्या की दृष्टि से हरियाणा का भारत में स्थान 16वां है तथा क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से हरियाणा का भारत में स्थान 20वां है.