नाख़ून पशु , पक्षी , प्राणी और मानव जाती को मिली प्रकृति प्रदत्त अनमोल भेट है. नाख़ून मनुष्यों के हाथ पांव की अंगुलियों के आख़िरी हिस्से के ऊपरी भाग में होते है. अनेक पशु, पक्षीओ में ये नोकीले होते है, जो उनके लिए शस्त्र का काम करके रक्षा कवच देता है. शेर, बाघ, चित्ताओ के नाख़ून की वजह से ही अन्य जीव उनसे डरते है और जो ख़तरनाक साबित होते है.
महिलाएं अपने हाथ पैर के नाखुनो को रंग बेरंगी रंगों से रंगकर, अपनी सुंदरता को निखारते है. कई महिलाएं नाख़ून को बढ़ाना पसंद करती है मगर उसके साफ सफाई के लिए बड़ा जतन करना पडता है. नाख़ून उंगलियों की पकड़ को मजबूत बनाने में सहायता करता है. ये बाल की तरह धीरे धीरे बढ़ते जाते है.
हिंदू हृदय सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज ने बघनखी से कपटी अफजल खानका पेट फाड़कर वध किया था. वाघ, चित्ता, शेर के नाख़ून अति तीक्ष्ण होते है, जिससे वो अपने शिकार को दबोच लेता है.
ज्योतिषशात्र में नाख़ून का बड़ा महत्त्व है, नाख़ून का अध्ययन करके हस्तरेखा शास्त्री किसी भी व्यक्ति के नाखून देखकर व्यक्ति के जीवन के बारेमें विस्तार से बता देते है. जैसे धन का आगमन कब होगा. रुके हुए कार्य में कब सफलता मिलेंगी. स्वास्थय कैसा रहेगा.
जिस व्यक्ति की तर्जनी यानी अंगूठे के पास वाली उंगली के नाखून पर कोई सफेद निशान होता है, वह अतियंत लाभदायी माना जाता है. उस व्यक्ति को समाज में बहुत सम्मान मिलता है , और हर क्षेत्र से धन लाभ होता है. इसके अलावा जिस व्यक्ति की बीच वाली उंगली के नाखून पर सफेद धब्बा होता है, वह काफी शुभ फल देता है. मगर उनको अपने शत्रुओं से संभलकर रहना होता है.
यदि कनिष्ठिका यानी सबसे छोटी उंगली के नाखून पर सफेद निशान होता है तो अति सौभाग्यशाली माना जाता है. ऐसे व्यक्ति को व्यापार में काफी तरक्की मिलती है, तथा यात्रा का योग बनता है. कोई व्यक्ति के अनामिका यानी छोटी उंगली के पास वाली उंगली के नाखून पर अगर सफेद निशान होता है तो खूब शुभ माना जाता है.इससे समाज या सरकार से सम्मान प्राप्त होता है. और यश, प्रतिष्ठा की वृद्धी होती है.
समुद्रशास्त्र के अनुसार, जिस तरह सफेद निशान नाखूनों पर शुभ माना जाता है, उसी तरह काला निशान अशुभ माना जाता है. नाखूनों पर पीला निशान बीमारियों को दर्शाता काले पीले धब्बे असफलता और स्वास्थ्य की कमी को दर्शाता हैं. वही गुलाबी निशान सफलता का सूचक है और इससे धार्मिक यात्रा का योग बनाता है.
मेडिकल साइंस के अनुसार नाख़ूनों के ऊपर छोटे छोटे सफ़ेद रंग के धब्बे आने और बढ़ने जैसी स्थिति को ल्यूकोनाईकिया ( Leukonychia ) कहते हैं. जो किडनी, लिवर जैसी बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है. कभी कभी स्ट्रेस या डिप्रेशन में भी ऐसा होता है. नाख़ूनों पर सीधी खड़ी लाइन्स उभरती हुई दिखाई देती है. ये अगर सफेद होती हैं.तो इसका मतलब शरीर में न्यूट्रीशन की कमी होती है. लाल होनेपर अंदरूनी चोट को दर्शाती हैं. ये नीली होती हैं तो हाई ब्लड प्रेशर, ब्लीडिंग से होने वाली बीमारियों का संकेत देती है.
जामुनी रंग की होनेपर ये फेफड़ों की बीमारी या लीवर संबंधित बीमारी को दर्शाती हैं. अगर ये लाइन्स काली या भूरी दिखती हैं तो ये मेलानोमा नाम के कैंसर का लक्षण हो सकता है. अगर किसीके नाख़ून पिले दिखाई दे तो इसके पिछेका कारण फंगल इन्फेक्शन या जॉन्डिस जिसे हम लोग पीलिया कहते है वो हो सकता है. मगर आमतौर पर ज़्यादा नेल पॉलिश रिमूवर के इस्तेमाल से भी ऐसा होता है
नाख़ून को नियमित रूपसे काटना चाहिए. हरदम साफ़ सुथरा रखना चाहिए. इससे फंगल इन्फेक्शन को रोकने में बडी मदद मिलती है. नाख़ूनों की बीमारी अंदरूनी बीमारियों का संकेत हो सकती है. अतः डॉक्टर की सलाह लेना हितवाहक होता है.
नाखूनों के किनारे पर अक्सर सफेद लाइन दिखाई देती है. यह रक्त में प्रोटीन की कमी का लक्षण हो सकता है. इतना ही नहीं लिवर डिसीज, पोषण की कमी या फिर तनाव के कारण भी हो सकता है.
एक हाथ में सबसे लंबे नाखुनो का वर्ड रिकॉर्ड श्रीधर चिल्लाल को जाता है, जिसने सन 2016 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड्स में उनका नाम दर्ज किया गया था. पुणे के 82 वर्ष के श्रीधर चिल्लात ने 66 साल बाद अपने नाखुनो को काटे थे. उन्होंने सन 1952 साल से अपने बाएं हाथ के नाखून नहीं काटे थे. उनके एक अंगूठे के नाखून की लंबाई 197.8 सेंटीमीटर थी, जबकि सभी नाखूनों की संयुक्त लंबाई 909.6 सेंटीमीटर थी
माना जाता है कि शेर के नाखून और खाल में बहुत सारी शक्तियां होती हैं और बहुत सारे लोग इन शक्तियों को पाने के लिए बेताब रहते हैं. शेर के नाख़ून की अंतरराष्ट्रीय कीमत दस लाखसे करोड़ रुपये तक होती है.
बताया जाता है कि शेर का नाखून गले में पहनने से किस्मत बदल जाती है. उसके पास धन, संपत्ति और वैभव आने लगता है और वह तेजी से अमीर बनने लगता है. कई लोग दुश्मन के खतरों से बचने के लिए शेर के नाखून का ताबीज पहनते हैं.
साधक लोग तंत्र मंत्र और जादू की दुनिया में भी शेर के नाखून का बहुत उपयोग करते है. मगर यदि शेर के नाखून को अपनी पास रखा जाए तो किसी तंत्र का कोई असर नहीं होता है.
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