हिरन की एक दुर्लभ प्रजाति, “चिंकारा”

chinkara

चिंकारा को भारतीय गज़ेल भी कहा जाता है. ये हिरन की एक प्रजाति है जो दक्षिण एशिया में पाई जाती है. यह मुख्य रूप से घास के मैदानों, शुष्क क्षेत्रों और पहाड़ियों में पाया जाता है.

ता : 22 मई 1981 को इसे राजस्थान का राज्य पशु घोषित किया गया था. वर्तमान में राजस्थान का वन्य श्रेणी का राज्य पशु चिंकारा तथा पालतू पशु श्रेणी में ऊँट को रखा गया हैं, राजस्थान में जयपुर के नाहरगढ़ में इसे अक्सर देखा जा सकता हैं.

यह मुख्य रूप से घास के मैदानों, शुष्क क्षेत्रों और पहाड़ियों में पाया जाता है. इसका वैज्ञानिक नाम : GAZELL BENNETTI हैं. चिंकारा हिरन की एक प्रजाति हैं. ये दक्षिण एशिया में खासकर भारत में दिखाई देते हैं. घास, पत्तियां, और अन्य वनस्पति इनका भोजन होता हैं.स्वभाव से यह शर्मीला और घबराया हुआ लगता हैं. दूर दूर तक यात्रा नहीं करता.

राजस्थान का राज्य पशु ,बिश्नोई समुदाय के लिए पूजनीय हैं. इसका वजन लगभग 23 किलोग्राम होता हैं.

इसकी लंबाई 65 सेमी (26 इंच) होती है. ये मानव प्रजाति से दूर रहना पसंद करता है. चेहरे पर गहरे भूरे रंग की धारियां होती हैं, जो सफेद धारियों से घिरी होती हैं. नर और मादा दोनों के सींग होते हैं, हालांकि मादा के सींग छोटे होते हैं. नर चिंकारा के सींग करीब 39 सेमी तक लंबे हो सकते हैं,

बिश्नोई समुदाय चिंकारा की रक्षा करता है, लेकिन अन्य समुदायों द्वारा इसका शिकार भी किया जाता है. भारत में, चिंकारा को कई संरक्षित क्षेत्रों में पाया जा सकता है. चिंकारा के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय कानूनों का भी पालन किया जाता है.

चिंकारा तेज और फुर्तीले होते हैं, जो शिकारियों से बचने के लिए छलांग लगाकर दौड़ते हैं. चिंकारा शुष्क मैदानों और पहाड़ियों, रेगिस्तानों , सूखी झाड़ियों और हल्के जंगलों में रहते हैं. वे भारत में 80 से अधिक संरक्षित क्षेत्रों में निवास करते हैं. पाकिस्तान में, वे 1,500 मीटर (4,900 फीट) की ऊँचाई तक पाए जाते हैं. ईरान में, उनकी सबसे बड़ी आबादी कावीर राष्ट्रीय उद्यान है.

सन 2001 में, भारतीय चिंकारा की अनुमानित जनसंख्या 100,000 थी, जिसमें से 80,000 थार रेगिस्तान में रहते थे . पाकिस्तान में जनसंख्या बिखरी हुई है, और शिकार के कारण इसमें भारी कमी आई है. ईरान में भी, जनसंख्या बिखरी हुई है,अफ़गानिस्तान में, चिंकारा शायद बहुत दुर्लभ हैं.

चिंकारा हिरन की एक प्रजाति है. इसी प्रजाति के हिरन का सलमान खान ने शिकार किया था. हिरन की चिंकारा प्रजाति को इंटरनेशनल यूनियन फोर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) ने रेड लिस्ट में रखा है क्योंकि यह विलुप्ट हो रही है. आईसीयूएन के 2001 के डेटा के अनुसार थार रेगिस्तान इलाके में कुल 80 हजार चिंकारा हैं.

एक रिपोर्ट के अनुसार काला हिरन शिकार मामले में फ़िल्म एक्टर सलमान खान के खिलाफ 4 अलग-अलग केस दर्ज हुए थे. भवाद में दो और घोड़ा फार्म्स में एक चिंकारा के शिकार के लिए दो अलग-अलग मामले दर्ज हुए. एक केस कांकाणी में दो काले हिरन के शिकार के लिए और चौथा मामला लाइसेंस खत्म होने के बार भी रायफल और रिवॉल्वर रखने का था.

एक मामले में 12 अक्टूबर, 1998 को पहली बार एक्टर सलमान खान की गिरफ्तारी हुई और पांच दिन बाद उन्हें रिहाई मिल गई. 17 फरवरी, 2006 को सीजेएम कोर्ट ने उन्हें दोषी करारे दे दिया और एक साल की सजा सुनाई. हालांकि, हाईकोर्ट ने उन्हें बेल दे दी. दूसरे मामले में 10 अप्रैल, 2006 को सलमान खान को सीजेएम कोर्ट ने दोषी करार देते हुए पांच साल तक की सजा सुनाई. उस वक्त उन्हें 6 दिन के लिए जेल में रहना पड़ा और फिर वह हाईकोर्ट से बरी हो गए. सेशन कोर्ट ने उनकी सजा बरकरार रखी और उन्हें 26 से 31 अगस्त, 2007 तक जेल में रहना पड़ा था.

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