सोच रहा था , 999 अंक के बारेमे लिखा जाय. मेरे मन मस्तिक से विचारों का प्रवाह बहने लगा. 9+9+9 = 27 होता हैं. अब 27 अंक को 2+7 करें तो = 9 अंक आता हैं. हमारे जीवन मे 9 का विशेष महत्व हैं. और मेरे लिए तो तीन नव, तीन गुनी खुशियाँ लेकर आया हैं.
जब आप 999 के मुकाम पर खड़े हो तो आपको यह जान लेना होगा की अब आप कोई कीर्तिमान के समीप खड़े हो और अब अगला कदम आपको कामियाबी की ओर ले जाने वाला हैं.
सनातन हिंदू धर्म के अनुसार अब तक भगवान विष्णु के कुल नव अवतार हो चूके हैं.
(1) मत्स्य अवतार.
(2) कूर्म/कच्छप अवतार.
(3) वराह अवतार.
(4) नरसिंह अवतार.
(5) वामन अवतार.
(6) परशुराम अवतार.
(7) राम अवतार.
(8) कृष्ण अवतार.
(9) बुद्ध अवतार.
(10) कल्कि अवतार अब तक प्रकट नहीं हुआ हैं. जिसका भक्तों को बेसब्री से इन्तेजार हैं. प्रभु के अब तक हुए नव अवतार में चार अवतार सत्ययुग में हुए थे. ( श्री मत्स्य , कुर्मा , वराह, नरसिंह ) तीन त्रेता युग में हुए थे. ( श्री राम , श्री परसुराम , श्री वामन ) और दो द्वापर युग में हुए हैं. ( श्री कृष्ण और गौतम बुद्ध.)
नवरात्रि नव दिनकी होती हैं. नव दिन तक माताजी के भक्त , माताजी की आराधना, पूजा, अर्चना करके रात्रि लोक नृत्य गरबा, डांडिया रास रचाते हैं.
(1) नवरात्रि का पहला दिन : नवरात्रि का पहला दिन माता शैलपुत्री का होता है. इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनें जाते हैं.
(2) नवरात्रि का दूसरा दिन : नवरात्रि का दूसरा दिन माता ब्रह्मचारिणी का होता है. इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहने जाते हैं.
(3) नवरात्रि का तीसरा दिन : नवरात्रि का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा का होता है. इस दिन भूरे रंग के कपड़े पहने जाते हैं.
(4) नवरात्रि का चौथा दिन : नवरात्रि का चौथा दिन मां कुष्मांडा का होता है. इस दिन नारंगी रंग के वस्त्र पहने जाते हैं.
(5) नवरात्रि का पांचवा दिन : नवरात्रि का पांचवा दिन मां स्कंदमाता का होता है. इस दिन सफेद रंग के वस्त्र पहने जाते हैं.
(6) नवरात्रि का छठा दिन : नवरात्रि का छठा दिन मां कात्यायनी का होता है. इस दिन लाल रंग के वस्त्र पहने जाते हैं.
(7) नवरात्रि का सातवां दिन : नवरात्रि का सातवां दिन मां कालरात्रि का होता है. इस दिन भक्तों को नीले रंग के कपड़े पहने जाते हैं.
(8) नवरात्रि का आठवां दिन : नवरात्रि का आठवां दिन मां महागौरी का होता है. इस दिन गुलाबी रंग के कपड़े पहने जाते हैं.
(9) नवरात्रि का नौवा दिन : नौवा दिन मां सिद्धिदात्री का होता है. इस दिन जामुनी रंग के कपड़े पहने जाते हैं.
नवरात्रि के नव दिन तक माता का श्रृंगार विविध रंग के कपड़ो का परिधान करके किया जाता हैं. अक्सर माना जाता हैं की नव दिन तक माताजी के स्वरूप के अनुसार वस्त्र धारण करने से माता रानी प्रसन्न होती हैं और मताजी की कृपा होती हैं.
महिलाएं नवरात्र के नौ दिन तक अलग-अलग रंगों के कपड़े पहनकर मां का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं.
नव अंक की महिमा को आगे बढ़ाते हैं…… राजा अकबर के दरबार मे नव रत्न थे. जिसमे
(1) मिर्जा राजा मानसिंह.
(2) बीरबल.
(3) मिया तानसेन.
(4) मूउल्ला दो प्याजा.
(5) हमीम हुमाम.
(6) अब्दुर्र रहीम खान ए खाना.
(7) राजा टोडर मल.
(8) फैजी.
(9) अबुल फजल.
इनमे बीरबल को सबसे ज्यादा ख्याति प्राप्त हैं. अकबर – बीरबल की अनेक कहानी दुनिया भर मे प्रसिद्ध हैं.
अब जानते हैं नव ग्रह के बारेमें.
सूर्य या किसी अन्य तारे के चारों ओर परिक्रमा करने वाले खगोल पिंडो को ग्रह कहते हैं. नवग्रह में (1) सूर्य, (2) चंद्र (3) मंगल (4) बुध (5) गुरु (6) शुक्र (7) शनि (8) राहु और (9) केतु आदि शामिल हैं.
तारे स्वप्रकाशित होते हैं, जबकि ग्रह पर प्रकाशित होते हैं. अपनी सौर्य मंडल का सूर्य भी एक तारा हैं, जो स्वप्रकाशित हैं.
9 = 9
9+9 =18. 1+8 = 9.
9+9+9=27. 2+7= 9
9+9+9+9=36.3+6=9
इसी तरह
99999=45.4+5=9
999999=54.5+4=9
9999999=63.6+3=9
99999999=72.7+2=9
999999999=81.8+1=9
9999999999=90.9+0=9
इसी तरह…
12 नव =108. 1+0+8=9
15 नव = 135 1+3+5=9
18 नव = 162.1+6+2=9
इसी प्रकार 66 नव = 594. 5+9+4=18.1+8=9.
इस तरह आप जितना आगे बढ़ोंगे, अंत मे 9 ही आएगा.
9 अंक की महिमा न्यारी हैं. जैन धर्म का चमत्कारिक नवकार मंत्र भी नव सूत्र से रचा हैं.
9 अंक की कुछ विशेषताएं :
(1) महाकाव्य महाभारत के कुल 18 अध्याय हैं. इसका अंक 1+8=9 होता हैं.
(2) गीता के 18 अध्याय हैं. जिसका अंक 1+8=9 होता हैं.
(3) भगवान कृष्ण ने अर्जुन को 18 दिन ज्ञान दिया था. 1+8=9. जिसका अंक 9 हैं.
(4) कौरवो और पांडवो की कुल सेना
18 अक्षौहिणी थी. जिसका अंक 1+8=9 हैं.
(5) महाभारत युद्ध 18 दिन चला था, और युद्ध मे सिर्फ 18 योद्धा ही जीवित बचे थे.
जिसका अंक 1+8=9 होता हैं.
(6) महाभारत युद्ध के बाद धृतराष्ट्र 18 साल तक जिंदा रहे थे. अंक 1+8=9.
(7) युधिष्ठिर राजा ने 18 साल तक राज्य किया था. अंक 1+8=9.
” अक्षौहिणी ” प्राचीन भारत में सेना का माप हुआ करता था. महाभारत ग्रंथ के अनुसार इसमें 21870 रथ, 21870 हाथी, 65610 घुड़सवार एवं 109350 पैदल सैनिक होते थे.
संजोग देखिये अक्षौहिणी सेना मे….
21870 रथ /हाथी इसको देखते हैं..
2+1+8+7+0=18 यांनी 1+8 = 9.
65610 घुड़सवार इसको देखते हैं…
6+5+6+1+0=18 यांनी 1+8=9.
109350 पैदल सैनिक को देखे
1+0+9+3+5+0=18 यांनी1+8=9
मित्रों यह थी 9 अंक की महिमा. ये मेरा 999वा मौलिक आर्टीकल हैं. आपको जरूर पसंद आया होगा.
——=== शिवसर्जन ===——