श्रमिकों के भले के लिए जमशेदजी ने अनेक नयी व बेहतर श्रम नीतियाँ अपनाईं. श्री जमशेदजी राष्ट्रवादी और क्रान्तिकारी नेताओं से नजदीकी संबंध रखते थे. श्री दादाभाई नौरोजी और श्री फिरोजशाह मेहता इसका उदाहरण था.
जमशेदजी की तीन जिज्ञासा थी, (1) एक अपनी लोहा व स्टील कम्पनी खोलना (2) जग प्रसिद्ध अध्ययन केन्द्र स्थापित करना और (3) जलविद्युत परियोजना प्रकल्प कार्यान्वित करना. मगर दुर्भाग्यवश उनके जीवन काल में तीनों में से कोई भी कार्य पूरा न हुआ.
” ताजमहल ” होटल’ के निर्माण के पीछे एक रोचक कहानी छुपी हुई है.सिनेमा के जनक लुमायर भाईयों ने अपनी खोज के छह महीनों बाद अपनी पहली फ़िल्म का शो मुम्बई में प्रदर्शित किया था. वैसे तो वे ऑस्ट्रेलिया जा रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में उन्होंने मुम्बई में भी शो रखने की बात सोची. 7 जुलाई, 1896 को उन्होंने मुम्बई के तत्कालीन आलीशान वोटसन होटल में अपनी छह अलग अलग फ़िल्मों के शो आयोजित किए. इन शो को देखने के लिए मात्र ब्रिटिश लोगों को ही आमंत्रित किया गया था, क्योंकि वोटसन होटल के बाहर एक तख्ती लगी रहती थी, जिस पर लिखा होता था कि ” भारतीय और कुत्ते होटल में नहीं आ सकते हैं “.
सन 1903 में यह अति सुंदर होटल बनकर तैयार हो गई. कुछ समय तक इस होटल के दरवाज़े पर एक तख्ती भी लटकती थी, जिस पर लिखा होता था कि ” ब्रिटिश और बिल्लियाँ अंदर नहीं आ सकतीं “.
तत्कालीन मुम्बई में ताज होटल की इमारत बिजली की रोशनी वाली पहली इमारत थी, इसीलिए इसकी चकाचौंध हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती थी. इसकी गणना संसार के सर्वश्रेष्ठ होटलों में की जाने लगी थी. दिसंबर 1903 में 4 करोड़ 21लाख रुपये के खर्च से होटल ताजमहल तैयार किया गया. इसमें भी अपनी राष्ट्रवादी सोंच को दिखाई थी . उन दिनों स्थानीय भारतीयों को बेहतरीन यूरोपियन होटलों में घुसने नही दिया जाता था. ताजमहल होटल इस दमनकारी नीति का करारा जवाब था.
भारतीय औद्योगिक क्षेत्र में जमशेदजी टाटा जी का योगदान हमेशा याद किया जायेगा. औद्योगिक क्रांति के वे जनक थे. उन्होंने औद्योगीकरण के लिए कई महत्त्वपूर्ण योजना बनायी और लोहे की खदानों के साथ कोयला और पानी सुविधा प्राप्त करने के लिये आपने बिहार के जंगलों में सिंहभूमि जिले में वह स्थान खोज निकाला.
जमशेदजी की अन्य बड़ी उल्लेखनीय उपलब्धिओ में पश्चिमी घाटों के तीव्र जलप्रपातों से बिजली उत्पन्न करना था. उन्होंने 8 फ़रवरी 1921 को लानौली में तत्कालीन गवर्नर द्वारा उसकी नींव रखी गयी, जिससे बम्बई की समूची विद्युत आवश्यकताओं की पूर्ति होने लगी थी. जमशेदजी के टाटा समूह ने पर्यटकों की सुविधा के लिए बम्बई में ताजमहल होटल बनाई जो पूरे एशिया मे श्रेष्ठ है.
भारत सरकार ने उनकी कदर करके टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी नौसरवानजी टाटा के नाम पर सिक्का जारी किया. उनके नाम पर जमशेदपुर शहर की स्थापना हुई है. हमारे भारतीय औद्योगिक क्षेत्र में श्री जमशेदजी का योगदान महत्वपूर्ण रहा है, जमशेदजी ने भारतीय औद्योगिक विकास का मार्ग ऐसे समय में कायम किया, जब उस दिशा में केवल यूरोपीय, अंग्रेज ही कुशल समझे जाते थे.
देश विदेशों मे भारत का नाम ऊंचा करने वाले ओधोगिक क्रांति के जनक जमशेदजी टाटा जी का सन 1904 में जर्मनी में देहांत हो गया था.
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