रुस के महान उपन्यासकार ” टॉल्स्टॉय “

tolstoy

           रुस मे ता : 9 सितंबर 1828 के दिन यासनाया पॉलाना मे, इस धरा पर टॉलस्टॉय ने जन्म लिया, तब किसीने सोचा तक नहीं था कि ये बच्चा आगे चलकर दुनिया का श्रेष्ठ महान लेखक होगा. 

            लियो टॉल्स्टॉय को उनकी रचना वॉर एंड पीस (1865–1869) और अन्ना कैरेनिना (1875–1877) के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है , जिन्हें आमतौर पर लिखे गए बेहतरीन उपन्यासों में से एक माना जाता है. 

          रसियन लेखक लियो टॉल्स्टॉय की छोटी रचनाओं में, ” द डेथ ऑफ इवान इलिच ” (1886) को आमतौर पर उपन्यास के सर्वश्रेष्ठ उदाहरणों में वर्गीकृत किया गया है.

         लियो टॉल्स्टॉय को यथार्थवादी उपन्यास और दुनिया के महान उपन्यासकारों में से एक माना जाता है, विशेष रूप से अन्ना कारिना और युद्ध और शांति के लिए जाना जाता है.

          लियो टॉल्स्टॉय का जन्म ता : 9 सितंबर सन 1828 में हुआ था, जो अभिजात ( elite ) परिवार से थे. दो साल की उम्र से पहले उनकी मां की मृत्यु हो गई, और उनके पिता का सन 1837 में निधन हो गया. उनकी दादी की मृत्यु 11 साल बाद हो गई, अन्य अभिभावकों की मृत्यु के बाद, लियो टॉल्स्टॉय रूस के कज़ान में एक चाची के साथ रहने लगे थे. टॉल्स्टॉय के अनुसार, उनके भाई तात्याना अलेक्सांद्रोव्ना यर्गोलस्काया का उनके बचपन पर सबसे अधिक प्रभाव था.

          उन्हें सन 1902 से 1906 तक हर साल साहित्य में नोबेल पुरस्कार के लिए कई नामांकन मिले और सन 1901, 1902, और सन 1910 में नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन किया गया. मगर अवार्ड से वंचित रहे. ये अपने आप मे विवाद का विषय है. 

      लियो टॉल्स्टॉय ने क्रीमिया युद्ध के दौरान एक तोपखाने की रेजिमेंट में दूसरे लेफ्टिनेंट के रूप में सेवा प्रदान की थी. सेवस्तोपोल स्केच में भर्ती हुए. युद्ध में उनके अनुभवों ने उनके बाद के शांतिवाद को उत्तेजित करने में मदद की और उन्हें अपने बाद के काम में युद्ध की भयावहता के यथार्थवादी चित्रण के लिए सामग्री हासिल हुई. 

         टॉल्स्टॉय ने सोफिया आंद्रेयेवना बेर्स से शादी की, जो एक प्रसिद्ध मास्को चिकित्सक की बेटी थी , सन 1862 में और जल्द ही अपनी सारी ऊर्जाओं को, अपनी शादी और युद्ध और शांति की रचना में लगा दिया. टॉल्स्टॉय और उनकी पत्नी के 13 बच्चे थे, जिनमें से 10 बचपन से ही जीवित थे.

         19 वीं और 20 वीं सदी के महान रूसी लेखक लियो टॉल्स्टॉय को निमोनिया की वजह एक दिन ट्रैन यात्रा के बाद एस्टनोवा रेलवे स्टेशन पर हृदय गति रुकने से 82 साल की उम्र मे ता : 20 नवम्बर 1910 के दिन उनकी मृत्यु हो गई. 

        उसके अंतिम संस्कार के जुलूस को पुलिस ने सीमित करने की कोशिश की, लेकिन हजारों किसानों ने सड़कों पर उतरकर उनको आदरांजलि दी. 

      वैसे तो टोलस्ट्रोय के उपन्यास पर अनेकों फ़िल्म बनी है, मगर जे. पारिनी निदेशक द्वारा लियो टॉल्स्टॉय के अंतिम वर्ष के बारे में सन 2009 की एक फिल्म, ” अंतिम स्टेशन ” उनके 1990 के उपन्यास पर आधारित बनाई फ़िल्म ने अनेक रिकॉर्ड तोड़े थे. माइकल हॉफमैन के साथ क्रिस्टोफर टॉल्स्टॉय के रूप में और हेलेन मिरेन सोफ्या के रूप में अभिनय किया था. दोनों कलाकारों को उनकी भूमिकाओं के लिए ऑस्कर के लिए नामांकित किया गया था. 

        लियो टॉल्स्टॉय के मुख्य दस उपन्यासों की सूची निचे दे रहा हूं. 

( 1 ) Sevastopol Sketches (1855) 

         ( सेवस्तोपोल स्केच )

( 2 ) The Cossacks (1863)   

             ( कोस्सैक्स )

( 3 ) War and Peace (1869)  

         ( युद्ध और शांति )

( 4 ) Anna Karenina (1877) 

        ( अन्ना कैरेनिना )

( 5 ) A Confession (1882)  

         ( एक स्वीकारोक्ति )

( 6 ) What I Believe (1885)   

         ( मुझे जो लगता है )

( 7 ) The Death of Ivan Ilyich (1886)

         ( इवान इलिच की मौत )

( 8 ) The Kreutzer Sonata (1889)  

      ( क्रुट्जेर सोनाटा )

( 9 ) The Kingdom of God Is Within You (1894) 

        ( परमेश्वर का राज्य आपके भीतर है.)

(10) Resurrection (1899)    

         ( पुनरुत्थान )

गांधीजी और टोलस्ट्रोय :

        टॉल्स्टॉय की सामाजिक मान्यताओं से प्रभावित लोगों में महात्मा गांधीजी थे, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका में टॉल्स्टॉय के नाम पर एक सहकारी उपनिवेश की स्थापना की और लेखक के साथ पत्राचार किया. महात्मा गांधीजी ने अपने आध्यात्मिक और दार्शनिक विकास का श्रेय लियो टोलस्ट्रोय को दीया. 

लियो टोलेस्ट्रोय के बारेमे लिखना मतलब समुद्र से साक्षात्कार कराने जैसा है फिर भी मैने यहां गागर मे सागर समाविष्ट करने का प्रयास किया है. धन्यवाद. 

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