नोबेल एक ऐसा पुरुस्कार हैं जिसे पानेके लिए लोग तरसते हैं. यह पुरुस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में सन 1901 से नोबेल फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता हैं.
यह नोबेल पुरुस्कार शांuति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, अर्थशास्त्र और विज्ञान के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले लोगोंको दिया जाता हैं.
इसे विश्व का ” सर्वोच्च पुरस्कार ” माना जाता है. पुरस्कार के रूप में पाने वाले को प्रशस्ति-पत्र के साथ 10 लाख डालर की राशि प्रदान की जाती है.
इस पुरुस्कार के तहत उन लोगों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने मानव जाति के उत्थान के लिए कार्य किया हो.
वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी मृत्यु के पहले दिसंबर 1896 के पूर्व अपनी विपुल संपत्ति का बड़ा हिस्सा उन्होंने एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया था. उनकी इच्छा थी कि इस पैसे के ब्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाए जिनका काम मानव जाति के उत्थान के लिए सबसे आगे हो.
स्वीडिश बैंक में जमा इसी राशि के ब्याज से नोबेल फाउंडेशन द्वारा प्रति वर्ष शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र में सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है.
नोबेल फ़ाउंडेशन की स्थापना 29 जून 1900 के दिन की गई थी. उसके बाद सन 1901 से नोबेल पुरस्कार को दिया जाने लगा था. अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की शुरुआत 1968 से की गई थी.
पहला नोबेल शांति पुरस्कार सन 1901 में रेड क्रॉस के संस्थापक हेनरी ड्युनेंट और फ़्रेंच पीस सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष फ्रेडरिक पैसी को संयुक्त रूप से दिया गया था.
बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाले भारत के कैलाश सत्यार्थी और पाकिस्तान की प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई दोनों को सन 2014 के लिए शांति का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से दिया गया था.
सत्यार्थी मदर टेरेसा के बाद शांति का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए थे वहीं पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई सबसे कम आयु की नोबेल पुरस्कार विजेता बन गई थी.
सन 1901 से सन 2018 तक की अवधि में 590 नोबेल पुरस्कार 935 लोगों को दिए गये हैं.
पुरस्कार मिलने के दौरान कैद में रहे लोगों की संख्या तीन है. अब तक दो बार तीन व्यक्तियों को एक साथ मे यह पुरस्कार दिया गया हैं. करीब 19 बार इस पुरस्कार को नहीं दिया गया. इसमे प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध का समावेश हैं. सन 1976 मे युवा विजेता के रुप मे मैरीड कोरीगन को 32 साल की उम्र में यह पुरस्कार दिया गया था. इन्ही के साथ ही संयुक्त रुप से 33 वर्षीय ब्रेटी विलियम्स को यह पुरस्कार दिया गया.
अमेरिकी वैज्ञानिक लियोनिद हूर्विज़ सबसे बडी उम्र के नोबेल विजेता हैं , उन्होंने सन 2007 में 90 वर्ष की उम्र में अर्थशास्त्र के क्षेत्र में यह पुरस्कार प्राप्त किया था.
महिला विजेताओमे निम्नलिखित का समावेश हैं :
1905 बर्शा वोन सटनर
1931 जेन एडम्स
1946 इमिली ग्रीन वाल्च
1976 ब्रेटी विलियम्स
1976 मेरी कोरीगन
1979 मदर टेरेसा
1982 अल्वा मइरदई
1991 आंग सान यू की
1992 रिगोबर्टा मेंचू तुम
1997 जोडी विलियम्स
2003 शिरीन इबादी
2004 वांगरी मधाई
2011 एलिन जॉनसन सरलीफ, लेमाह गोवी, तवाकुल करमान
सन 1973 में वितनाम के राजनेता ली डक को अमेरिकी सक्रेटरी ऑफ द स्टेट हेनरी किसिंगर के साथ संयुक्त रूप से शांति का नोबेल पुरस्कर दिया गया. नोबेल पुरुस्कार के इतिहास में यह एक मात्र हस्ती हैं जिन्होंने पुरस्कार लेने से इनकार किया था.
सन 1961 में डैगहैमरसोल्ड को मरणोपरांत यह पुरुस्कार दिया गया था.
नामांकन वाले व्यक्तियों को गोपनीय रखा जाता हैं. ऐसे नाम को 50 साल तक उजागर नहीं किये जाते. ” नोबेल शांति पुरस्कार समिति ” प्रत्येक वर्ष नामांकन की संख्या उजागर करती है.
*** महात्मा गांधी जी को शांति नोबेल के लिए बार बार नामांकित किया गया. 1937, 1938, 1939, 1947 और अंत में जनवरी 1948 में हत्या किए जाने के ठीक पहले नामांकन के बावजूद नोबेल नहीं मिला. हालांकि नोबेल कमेटी ने सावर्जनिक रूप से इस भूल के लिए माफी भी मांगी. 1948 में महात्मा गांधी की मौत के साल कमेटी ने ‘कोई भी जीवित व्यक्ति योग्य नहीं’ कहते हुए किसी शांति का पुरस्कर नहीं दिया गया.
सन 1989 में दलाईलामा को शांति का नोबेल पुरस्कार दिए जाने पर कमेटी के चेयरमैन ने इसे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दिए जाने का एक हिस्सा बताया.
इसके अलावा श्री जवाहरलाल नेहरू को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री को नामांकन के बाद नोबेल नहीं दिया गया.
अमेरिका की जेन एडम्स को सन 1916 से सन 1931के बीच 91 बार सर्वाधिक नामांकिय किया गया. अंतमे सन 1931 में नोबेल दिया गया.
सोवियत संघ राष्ट्र के नेता जोसेफ स्टालिन को द्वितीय विश्वयुद्ध को खत्म करने के सराहनीय प्रायस के चलते सन 1945 और सन 1948 में नामांकन के बावजूद भी नहीं नोबेल नहीं मिला.
शांति के नोबेल को छोड़कर बाकी सभी नोबेल स्वीडन के स्टॉकहोम में दिए जाते हैं. शांति का नोबेल पुरस्कार नार्वे के ओस्लो में दिया जाता है. नोबेल पुरस्कार के संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल स्वीडन के निवासी थे. अपनी वसीयत में उन्होंने घोषणा की है कि शांति का नोबेल पुरस्कार किसी एक नार्वे की कमेटी द्वारा दिया जाए.
जब अल्फ्रेड नोबेल जीवित थे तो नार्वे और स्वीडन एक ही राजशाही के अंतर्गत थे. सन 1905 में नार्वे स्वतंत्र राज्य बना.
अल्फ्रेड नोबेल एक वैज्ञानिक थे. जिन्होंने लगभग 355 आविष्कार किए थे जिसमें डायनामाइट का आविष्कार भी सामिल हैं.
नोबेल पुरस्कार स्वीडन के राजा के हाथों से विजेताओं को दिया जाता है. इस पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा प्रति वर्ष अक्टूबर में की जाती है जहां 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्य तिथि पर इसे दिया जाता है.
नोबेल पुरुस्कार पाने वाले भारतीय :
(1) रवीन्द्रनाथ टैगोर = साहित्य
(2) चन्द्रशेखर वेंकटरमन = भौतिकी
(3) मदर टेरेसा = शांति ( प्रथम महिला नोबेल पुरस्कार विजेता )
(4) अमर्त्य सेन = अर्थशास्त्र
(5) कैलाश सत्यार्थी = शांति
(6) हरगोविन्द खुराना = मेडिसिन
(7) सुब्रह्मण्यन् चन्द्रशेखर = भौतिकी
(8) वेंकटरामन रामकृष्णन = रसायन शास्त्र
(9) वीएस नायपॉल = साहित्य
(10) अभिजीत बनर्जी = अर्थशास्त्र
जॉन बर्दीन एकमात्र नोबेल विजेता हैं जिन्हें सन 1956 और सन 1972 में दो बार भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
मैरी क्यूरी एकमात्र ऐसी महिला है जिसे सन 1903 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार और 1911 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
सन 1901और सन 2018 के बीच कुल 50 महिलाओं को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय रबींद्र नाथ टैगोर थे उन्हें यह पुरस्कार 1914 में “गीतांजलि” के लिए दिया गया था.
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