प्राणी संग्राहलय में आपने जिराफ को देखा होगा. जिराफ़ शब्द अरबी भाषा के अल-ज़िराफ़ा से आया है. सन
1590 के आसपास अरबी भाषा के ज़रिए जिराफ़ा शब्द इतालवी भाषा में प्रविष्ट हुआ था. जिराफ एक शाकाहारी पशु है. और यह सभी थलीय पशुओं मे सबसे ऊँचा होता है.
जिराफ भोजन के रूप में पौधे, पत्तियां आदि खाता है. उसकी लंबी टांग और गर्दन उन्हें पत्तियों, बीजों, फलों, कलियों और शाखाओं तक पहुंचने में मदद करती है. जिराफ एक दिन में 34 किलोग्राम तक भोजन खा सकते हैं.
जिराफ़ ऊँट की तरह लंबे समय तक बिना पानी पिए जीवित रह सकता है और घोड़े की तरह ही खड़े खड़े सो सकता है. दुनिया भर में जिराफ़ की 9 प्रजातियाँ मौजूद हैं, जो अपने आकार, त्वचा, रंग तथा निवास स्थान अनुसार भिन्न भिन्न होती हैं.
जिराफ़ पशु का वैज्ञानिक नाम “कैमलोपार्डालिस” है. यह नाम इसके ऊँट जैसे मुँह और ऊँचाई तथा तेंदुए जैसी धब्बों वाली त्वचा के कारण पड़ा है. जिराफ़ अफ़्रीका में उत्तर में चैड से दक्षिण में दक्षिण अफ़्रीका तथा पश्चिम में नाइज़र से पूर्व में सोमालिया तक पाए जाते हैं.
जिराफ़ बहुत खाना खाते हैं, लेकिन हफ्तों तक पीने के पानी बिना रह सकते हैं. जिराफ पानी का अधिकांश हिस्सा आहार में ग्रहण करने वाली वनस्पतियों से प्राप्त करते हैं. वैसे जिराफ़ एक बार में 12 गैलन तक पानी पी सकते हैं.
दुनिया का सबसे लंबा जिराफ़ “GEORGE” नामक MASAI BULL प्रजाति का जिराफ़ था, जिसकी लंबाई 19 फ़ीट 3 इंच थी. इसे सन 1959 में केन्या से ” CHESTER ZOO,” LANCAHIRE, UK लाया गया था. इसकी मौत जुलाई 1969 में हुई थी.
जंगलों में जिराफ़ का जीवन काल 10 से 15 वर्ष तक का होता है,जब कि चिड़ियाघर या देखरेख में उनका जीवन काल 20 से 25 वर्ष तक होता है. वैसे मादा जिराफ़ को “COW ” कहा जाता है, जबकि नर जिराफ़ को “BULL” कहा जाता है. और बेबी जिराफ़ को “CALF ” कहा जाता है.
जिराफ़ के शरीर पर बने पैटर्न या स्पॉट से उसकी उम्र की गणना की जा सकती है. स्पॉट का रंग जितना गहरा होता है, जिराफ़ की उम्र उतनी अधिक होती है.उनके शरीर पर बने पैटर्न यूनिक होते हैं. जिराफ़ के शरीर पर बने पैटर्न किसी दूसरे जिराफ़ के पैटर्न से कभी मेल नहीं खाते. जिराफ़ की औसत ऊंचाई 4.6 से 5.5 मीटर (15 से 18 फ़ीट) होती है. नर जिराफ़ का वजन करीब 1200 किलो और मादा का वजन करीब 830 किलो होता है.
यूरोप में पहला जिराफ़ ई. पू . 46 में अलेक्जेंड्रिया के जूलियस सीज़र द्वारा वहाँ लाया गया था. वर्षों के गृह युद्ध में विजयी होकर रोम वापसी के समय उन्हें जिराफ़ उपहार में मिला था. रोम के लोगों को दिखाने के बाद वह जिराफ़ शेर को खिला दिया था.
दौड़ते समय जिराफ़ के दिल की धड़कन प्रति मिनट 170 बीट्स होती है, जबकि आराम करते समय या फिर समान्य तौर पर उसके दिल की धड़कन प्रति मिनट 40 से 90 बीट्स होती है.
दुनिया का सबसे लंबा जीवित जिराफ़ ” ZULU ” है, जो 19 फ़ीट तक लंबा है, जो FOLLY FARM ZOO , SAUNDERFOOT में स्थित PEMBROKESHIRE UK में है. नेशनल ज्योग्राफिक के अनुसार जिराफ का बच्चा खड़े खड़े प्रजनन करने के कारण जन्म के दौरान लगभग 5 फीट नीचे तक जमीन पर गिरता है. मादा जिराफ़ एक बार में केवल एक बच्चे को जन्म देती है. कभी कभी ये जुड़वा बच्चे भी जन्मती हैं. लेकिन ऐसे अवसर बहुत कम होते हैं.
नवजात जिराफ़ की ऊंचाई लगभग 6 फीट तक हो सकती है. इस तरह पैदा होते ही वे वयस्क मनुष्यों की तुलना में काफी ऊँचे होते हैं. इनका वजन 45 से 68 किलो तक होता है.जन्म के 10 घंटे के भीतर ही जिराफ के बच्चे चलने फिरने लगते हैं.
बच्चों को पालने की पूरी ज़िम्मेदारी मादा जिराफ़ उठाती है. 3 से 6 वर्ष का होने पर जिराफ़ पूरी तरह व्यस्क हो जाते हैं. 5 वर्ष के बाद मादा जिराफ़ प्रजनन में सक्षम होती है. जिराफ़ का गर्भकाल 400 से 460 दिनों का होता है. इस तरह ये सबसे लंबे गर्भकाल वाले जीवों में उसकी गिनती होती है.
जिराफ के बाल से ढके हुए दो अलग अलग सींग होते हैं, जिसको ओसिकस कहा जाता है. नर जिराफ़ कभी कभी अन्य नर जिराफ़ से लड़ने के लिए सींग का उपयोग करते हैं.
जिराफ़ बहुत कम नींद लेते हैं. अतः वे खड़े खड़े ही सोते हैं. वे दिन भर में मात्र 10 मिनट से लेकर 2 घंटे तक की ही नींद लेते हैं. भूमि पर पाए जाने वाले समस्त स्तनधारियों में सबसे लंबी पूंछ जिराफ़ की होती है. वयस्क जिराफ़ की पूंछ 8 फीट तक लंबी हो सकती है.
ऑक्सीपेकर पक्षी जिराफ़ के शरीर पर पाए जाने वाले परजीवियों को खाते हैं. इस तरह ऑक्सीपेकर को भोजन मिल जाता है और जिराफ़ को अवांछित परजीवियों से छुटकारा मिल जाता है.
जिराफ़ की जीभ का ऊपरी हिस्सा गहरे नीले या जमुनी रंग का होता है. और निचला हिस्सा गुलाबी रंग का होता है. ऐसा माना जाता है कि इसकी जीभ का गहरे रंग का ऊपरी हिस्सा खाते समय तेज धूप में जलनेसे बचाता है.
जिराफ़ का ह्रदय 2 फ़ीट लंबा होता है और उसका वजन 11किलोग्राम के आसपास होता है. यह शरीर में प्रति मिनट लगभग 60 लीटर रक्त पंप कर सकता है. जिराफ़ का ब्लड प्रेशर बहुत अधिक होता है. 280/180mm Hg, जो कि इंसानों से दुगुना है.
जिराफ़ की जीभ 45 सेमी तक लंबी हो सकती है. लंबी जीभ के कारण वे बहुत ऊँचे पेड़ों से भी अपना आहार आसानी से प्राप्त कर पाते हैं. उसकी जीभ इतनी लंबी होती है कि ये इसकी सहायता से आराम से अपने कान साफ़ कर सकते हैं.
जिराफ़ के मुँह में इंसानों की तरह 32 दांत होते हैं. उनका मुँह इंसानों से काफ़ी अलग दिखता है. उनके दांत निचले जबड़े के सामने की ओर स्थित होते हैं. लेकिन ऊपरी जबड़े में दांत पीछे की तरफ़ होते हैं. उनके ऊपरी जबड़े में सामने की ओर दांतों के बजाय एक सख्त प्लेट के समान ऊतक होता है, जो पत्तियों को पकड़ने में सहायक होता है.
जिराफ़ के खुर करीब 12 इंच के होते है जो इतने तेज नुकीले होते हैं कि आवश्यकता पड़ने पर वे उससे शेर को भी मार सकते हैं.
जिराफ़ की चलने की गति लगभग 10 मील प्रति घंटा होती है. ऐसा उसके लंबे पैरों के कारण संभव हो पाता है.
जिराफ़ के दौड़ने की रफ़्तार 35 मील प्रति घंटे तक हो सकती है. जिराफ़ की गर्दन अन्य समस्त स्तनधारियों की तुलना में लंबी होती है, लेकिन इसकी गर्दन में अन्य जानवरों की तरह ही केवल सात कशेरुक ही होते हैं.
जिराफ़ की आवाज़ इतनी धीमी होती है कि उसे मनुष्यों द्वारा सुना जाना असंभव है. वे अक्सर हिस्स या बांसुरी जैसी बहुत धीमी आवाज़ निकालते हैं.
प्राचीन मिस्र की कला में जिराफ़ को महान शक्ति और ताकत के प्रतीक के रूप में चित्रित किया गया है. जिराफ़ के फेफड़े 55 लीटर तक हवा भरकर रख सकते हैं. इसकी तुलना में मानव फेफड़े की क्षमता 6 लीटर है. जिराफ़ तंज़ानिया (Tanzania) का राष्ट्रीय पशु है. विश्व में पहला “विश्व जिराफ़ दिवस” ता : 21 जून 2014 को मनाया गया था.