कर्मयोगी श्री ओमप्रकाश जी को समाज सेवाके पाठ, उनके गाडोदिया परिवार से विरासत में मिले हुए है.
गुजराती कहावत है…..
बाकर बच्चा लाख, लाखे बिचारा. सिंहन बच्चू एक, एके हजारा.
अर्थात बकरी के बच्चे लाख क्यू ना हो मगर वे लाख होते हुए भी बेचारे है. जबकि सिंह का बच्चा एक ही हो,तो भी वो बकरी के हजार बच्चे के बराबर है.
उपरोक्त कहावत समाज सेवक श्री ओमप्रकाश गाडोदिया जी और उनके गाडोदिया परिवार के लिए बिलकुल लागू पड़ती है. आप अन्य समाज सेवी हजारों कार्यकर्त्ता ओके लिए प्रेरणास्रोत ( ROLE MODEL) है. समाजसेवा, दानदाता के बाबत में गाडोदिया परिवार अन्य हजार परिवार के बराबर है.
समाजसेवी श्री ओमप्रकाश जी स्वयं अपने वार्ड में घूमते है. लोगोंकी परेशानी सुनते है और समाधान के लिए जुट जाते है.
आपके गाडोदिया परिवार ने अपने गांव लेडी मे हाई स्कूल, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, बालवाड़ी केंद्र, श्री राम मंदिर, साँद घर , धर्मशाला इत्यादि कई भवनो का निर्माण कराकर हजारों परिवार का काम एक ही परिवार ने किया है.
लोकनायक श्री ओमप्रकाश जी परोपकार संस्था के माध्यम से हर साल विशाल चिकित्सा शिविर का सफलता पूर्वक आयोजन करते है. आपने परहित सेवा संघ द्वारा संचालित हिंदू श्मशान भूमि को 11 साल के लीज पर देनेका प्रस्ताव स्थाई समिति में मंजूर करवाके मानवता का कार्य किया था.
अपने निजी कोष व परोकार संस्था के साथ मिलकर विद्यार्थियों को मुफ्त में नोटबुक वितरण करते है, तथा जरुरत मंद विद्यार्थियों को फीस देते है. गणपति विसर्जन, नवरात्रोत्सव,गणगौर महोत्सव तथा छठ पूजा आदि में भाविक भक्तों की सुविधा हेतु पानी, चाय और अल्प आहार की व्यवस्था करते है.
आपकी विशेषता ये है कि आप जो कहते है वो करके दिखाते है. श्री महाराजा अग्रसेन मार्ग ( मोदी पटेल ) स्थित आपने कई जनसमस्या ओका समाधान किया जिसमे आपने श्री साईं बाबा झोपड़पट्टी में 4 इंच व्यास की पाइप लाइन बिछाकर पानी की समस्या से निजात दिलवाई. अग्रसेन मार्ग पर कई वर्षो से उपेक्षित श्री साईं बाबा उद्यान का जीर्णोद्धार करवाकर इलेक्ट्रॉनिक खिलौने लगवाकर शहर में नई शुरुआत की. श्री साईं बाबा उद्यान में प्याऊ बनवाकर उसमें ठंडे पानीके कूलर की सुविधा उपलब्ध करवायी.
भाईंदर पश्चिम में पादचारी पूल से साईं बाबा उद्यान तक के रास्ते में पेवर ब्लॉक लगाकर रास्ते का सुशोभीकरण करवाया. साईं बाबा नगर में स्ट्रीटलाइट लगवाकर मार्ग को प्रकाशमय किया.
आपही के प्रयत्न से साईं बाबा मंदिर का लाइट का बिल पालिका से माफ करवाने मदद की.
शांति ज्योत, शांति सागर परिसर में गार्डन, कम्पाउंड वॉल एवं ग्रिल का निर्माण करवाया. महावीर ज्योत से बालाजी नगर रास्ते के फुटपाथ पर कोटा लाड़ी लगवाकर रास्ते को सुशोभित किया.
आपने पानी समस्या दूर करने के लिए राधासदन बिल्डिंग,श्री नाथ दर्शन, प्रेम कुंज बिल्डिंग, बलदेव स्मृति, कुंदन अपार्टमेंट और उषाकिरण आदि जगह एक इंच व्यास के नये पानी कनेक्शन दिलवाये.
बालाजी नगर के रेल्वे परिसर में बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए यहां सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवाये. रेल यात्री ओकी सुविधा के लिए आंदोलन करके भाईंदर पश्चिम में टिकट खिड़की शुरु करवायी. महानगर पालिका द्वारा संचालित 13 हिंदू श्मशान भूमि में मरणोंपरांत शव दहन के लिए मनपा से मुफ्त लकड़ी की शुरुआत कराई जो आज भी कायम है.
उल्लेखनीय है कि सेठ श्री रामचंद्र जी पहले मारवाड़ी थे जो करीब 135 साल पहले यातायात के अभाव की वजह से जोधपुर रियासत के नागौर जिले की लाडनूं तहसील अंतर्गत लेडी गांवसे ऊंट की सवारी द्वारा अहमदाबाद और वहासे रेल द्वारा भाईंदर पधारे थे.
ऐसी कंक्रीट पुष्ट भूमिका वाले श्री गाडोदिया परिवार से आने वाले लोक प्रिय समाज सेवक श्री ओमप्रकाश जी गाडोदिया जी का हम तहेदिल से गौरव करते है और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनायें प्रेषित करते है.
——=== शिवसर्जन ===——