कहावत है की, ” हाथी के दांत खानेके अलग , दिखाने के अलग ” होते है. इसका समान अर्थ ये भी हो सकता है कि करनी और कथनी मे फरक !. मनुष्य से लेकर पशु, पक्षी, प्राणी, सजीव जीवो को क़ुदरत ने हर एक को दांत की अनमोल भेट दी है. हाथी के दंत शुर से अनेक कलाकृति और चुडिया बनाई जाती है, जो अक्सर महँगी बिकती है.
शेर अपने विशेष दांत की वजह से खौफ पैदा करनेमे सफल होता है. आंख के बाद दांत मनुष्य का मुख्य अंग है. मगर बहोत कम लोग इसका जतन करते है. हमेशा मीठी चीज खाना, दांत बरोबर साफ ना करना जैसी दुर्लक्षता, दांत की बीमारी, या सड़न और दुर्गंध का कारण बनती है.
मानो की मेरी पास असली कोहिनूर हिरा हो और मे ये कहुँ की मेरी पास कोहिनूर हिरा है तो आप कदापि मुझ पर यकीन नहीं करोंगे. ऐसी ही अनमोल बात आपको बताने जा रहा हुं. मगर आप विश्वास नहीं करोंगे.
आप सभी जानते है की दांत की बीमारी नियमित ब्रश नहीं करने से होती है. मगर यदि आप दिन मे तीन बार दांत साफ करो तो मेरा दावा है जिंदगी भर आपके दांतो की खराबी नहीं होंगी. ये मेरे द्वारा आजमाई हुई बात है.
यदि आप स्वयं आज की तारीख मे कितनी भी उम्र के हो. चाहे आपके कुछ दांत गीर गये हो या सड़ गये हो मगर ये करने के बाद आगे आपके दांत सड़ना कम हो जायेगा. यदि आपको विश्वास ना हो तो भी एक साल ये नुस्खा अपनाने जैसा है. खाने के बाद अन्न का दाना दांत मे रह जाता है और बेक्टेरिया पैदा होकर दांत को ख़राब करते है. अगर दांत मे सड़ा अन्न बचेगा ही नही तो दांतमे खराबी कहांसे होंगी….?
वैसे देखा जाय तो मनुष्य के 28 से 32 दांत होते है. इसीलिए ईसको बत्तीसी भी कहा जाता है. माना जाता है की जिसके 32 दांत हो ऐसे 32 दांत वालोंकी वाणी, बोला हुआ शब्द सही साबित होता है.
जहरीले साप अपने दांत द्वारा डंस मारकर जहर फैलाता है. सबसे ज्यादा ख़तरनाक दांत मगर के होते है. मगर मच्छ को कुल मिलाकर 82 दांत होते है. बाग ( Tiger ) और शेर ( lion ) के कुल मिलाकर 26 से 30 दांत होते है.
हिरण , जिराफ, खरगोश, बंदर, चिम्पेंजी, बकरी , भैंस, गाय ये सभीको 32 दांत होते है. हाथी के 26 दांत होते है. चमगादड़ के 20 से 38 दांत होते है. कुत्ता और भालू के 42 दांत होते है. गेंडा को 30 दांत होते है. ऊंट को 34 दांत होते है. सूअर को 44 दांत होते है. शार्क मछली मे 50 दांत पाए जाते है. चिता मे 30 दांत पाए जाते है. चूहें के मुह मे बारह दांत होते है. डॉल्फिन को 80 से 100 दांत होते है.
दांत का दर्द असहनीय होता है. एलोपेथी मे डेंटिस्ट सड़े दांत से सड़न निकालकर सीमेंट भरना, चांदी भरना , रुट केनाल करना, दांत के उपर कैप बिठाना जैसे उपचार करते है. दांत इम्प्लांट मे आर्टिफीसियल दांत को कायमी रूप से बिठाया जाता है. यह ट्रीटमेंट बहुत महंगी होती है. सभी उपर नीचे के दांत ख़राब होने पर दांत का चौखटा बिठाया जाता है. आपके ख़राब दांत निकाल कर जितने दांत का चौखटा बिठाने चाहो बिठा सकते हो.
दांत मनुष्य को चहेरे की सुंदरता प्रदान करता है. यदि अभी से ही दांत के प्रति सजगता दिखाई तो भविष्य की बड़ी मुश्केली से बच सकते हो.
कहावत है की, ” हाथी के दांत खानेके अलग , दिखाने के अलग ” होते है. इसका समान अर्थ ये भी हो सकता है कि करनी और कथनी मे फरक !. मनुष्य से लेकर पशु, पक्षी, प्राणी, सजीव जीवो को क़ुदरत ने हर एक को दांत की अनमोल भेट दी है. हाथी के दंत शुर से अनेक कलाकृति और चुडिया बनाई जाती है, जो अक्सर महँगी बिकती है.
शेर अपने विशेष दांत की वजह से खौफ पैदा करनेमे सफल होता है. आंख के बाद दांत मनुष्य का मुख्य अंग है. मगर बहोत कम लोग इसका जतन करते है. हमेशा मीठी चीज खाना, दांत बरोबर साफ ना करना जैसी दुर्लक्षता, दांत की बीमारी, या सड़न और दुर्गंध का कारण बनती है.
मानो की मेरी पास असली कोहिनूर हिरा हो और मे ये कहुँ की मेरी पास कोहिनूर हिरा है तो आप कदापि मुझ पर यकीन नहीं करोंगे. ऐसी ही अनमोल बात आपको बताने जा रहा हुं. मगर आप विश्वास नहीं करोंगे.
आप सभी जानते है की दांत की बीमारी नियमित ब्रश नहीं करने से होती है. मगर यदि आप दिन मे तीन बार दांत साफ करो तो मेरा दावा है जिंदगी भर आपके दांतो की खराबी नहीं होंगी. ये मेरे द्वारा आजमाई हुई बात है.
यदि आप स्वयं आज की तारीख मे कितनी भी उम्र के हो. चाहे आपके कुछ दांत गीर गये हो या सड़ गये हो मगर ये करने के बाद आगे आपके दांत सड़ना कम हो जायेगा. यदि आपको विश्वास ना हो तो भी एक साल ये नुस्खा अपनाने जैसा है. खाने के बाद अन्न का दाना दांत मे रह जाता है और बेक्टेरिया पैदा होकर दांत को ख़राब करते है. अगर दांत मे सड़ा अन्न बचेगा ही नही तो दांतमे खराबी कहांसे होंगी….?
वैसे देखा जाय तो मनुष्य के 28 से 32 दांत होते है. इसीलिए ईसको बत्तीसी भी कहा जाता है. माना जाता है की जिसके 32 दांत हो ऐसे 32 दांत वालोंकी वाणी, बोला हुआ शब्द सही साबित होता है.
जहरीले साप अपने दांत द्वारा डंस मारकर जहर फैलाता है. सबसे ज्यादा ख़तरनाक दांत मगर के होते है. मगर मच्छ को कुल मिलाकर 82 दांत होते है. बाग ( Tiger ) और शेर ( lion ) के कुल मिलाकर 26 से 30 दांत होते है.
हिरण , जिराफ, खरगोश, बंदर, चिम्पेंजी, बकरी , भैंस, गाय ये सभीको 32 दांत होते है. हाथी के 26 दांत होते है. चमगादड़ के 20 से 38 दांत होते है. कुत्ता और भालू के 42 दांत होते है. गेंडा को 30 दांत होते है. ऊंट को 34 दांत होते है. सूअर को 44 दांत होते है. शार्क मछली मे 50 दांत पाए जाते है. चिता मे 30 दांत पाए जाते है. चूहें के मुह मे बारह दांत होते है. डॉल्फिन को 80 से 100 दांत होते है.
दांत का दर्द असहनीय होता है. एलोपेथी मे डेंटिस्ट सड़े दांत से सड़न निकालकर सीमेंट भरना, चांदी भरना , रुट केनाल करना, दांत के उपर कैप बिठाना जैसे उपचार करते है. दांत इम्प्लांट मे आर्टिफीसियल दांत को कायमी रूप से बिठाया जाता है. यह ट्रीटमेंट बहुत महंगी होती है. सभी उपर नीचे के दांत ख़राब होने पर दांत का चौखटा बिठाया जाता है. आपके ख़राब दांत निकाल कर जितने दांत का चौखटा बिठाने चाहो बिठा सकते हो.
दांत मनुष्य को चहेरे की सुंदरता प्रदान करता है. यदि अभी से ही दांत के प्रति सजगता दिखाई तो भविष्य की बड़ी मुश्केली से बच सकते हो.
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शिव सर्जन प्रस्तुति.