देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कौन-सा है ? की जब बात चलती है तो तीन नाम उभरकर सामने आते है. (1) हावड़ा जंक्शन. (2) गोरखपुर जंक्शन. या (3) मुंबई – CSTछत्रपति शिवाजी टर्मिनस. वास्तव में हावड़ा जंक्शन, गोरखपुर जंक्शन और श्री छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) तीनों ही स्टेशनों की गिनती देश के सबसे बड़े स्टेशनों में होती है, लेकिन ये तीनों ही अलग अलग चीजों में सबसे बड़े हैं.
(1) कोलकाता का हावड़ा जंक्शन :
हावड़ा जंक्शन स्टेशन की बात हम करें तो यह प्लेटफॉर्म की संख्या के मामले में देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. इस स्टेशन पर 24 प्लेटफॉर्म हैं. भारत के किसी भी रेलवे स्टेशन पर इससे ज्यादा प्लेटफॉर्म नहीं है.
हुगली नदी के पश्चिमी तट के पास बना यह हावड़ा रेलवे स्टेशन कोलकाता शहर की शान है. हावड़ा स्टेशन में कुल 24 प्लेटफॉर्म बने हुए है जिसके साथ इस स्टेशन में 26 पटरियों की रेलवे लाइन बिछी हुई है, जो कोलकाता के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक बनती है, कोलकाता का यह रेलवे स्टेशन टर्मिनल-1 और टर्मिनल-2 के नाम से जाना जाता है.
हावड़ा को देश के सबसे सुंदर रेलवे स्टेशन की सूची में भी जगह मिली हुई है. स्टेशन की बिल्डिंग को सन 1854 में बनाया गया था. यह दुनिया के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है. करीब 600 यात्री ट्रेनें प्रतिदिन यह स्टेशन से गुजरती हैं.
(2) गोरखपुर जंक्शन :
गोरखपुर जंक्शन की बात करें तो यह प्लेटफॉर्म की लंबाई के मामले में देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. इसके प्लेटफॉर्म की लंबाई करीब 1300 मीटर है. पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक चंद्रवीर रमण के अनुसार गोरखपुर जंक्शन का नया भवन, पुरानी इमारत के सामने बनने जा रहा है. यह निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही करीब 100 साल पुरानी इमारत तोड़ी जाएगी.
करीब 612 करोड़ रुपये से नया जंक्शन का पुनर्विकास होगा. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया की तैयारी भी शुरू कर दी गई है. इसी साल के आखिरी तक निर्माण कराने वाली संस्था का चयन कर लिया जाएगा. निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य दो साल यानी कि 2025 रखा गया है. निर्माण कार्य पूरा होने तक ट्रेनों का संचलन प्रभावित नहीं होगा और न ही स्टेशन आने वाले किसी यात्री को ही दिक्कत होगी.
(3) मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनस :
मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) एक टर्मिनल रेलवे स्टेशन है. टर्मिनल उसे कहते हैं, जो उस रूट का सबसे आखिरी रेलवे स्टेशन होता है. यानी यहां ट्रेन आती हैं, लेकिन इससे आगे नहीं जाती बल्कि यहीं से वापस लौट जाती हैं. इस तरह टर्मिनल के मामले में यह देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है.
इसे पहले विक्टोरिया टर्मिनस VT भी कहा जाता था. भारत की वाणिज्य राजधानी मुंबई का एक ऐतिहासिक रेलवे-स्टेशन है, जो मध्य रेलवे, भारत का मुख्यालय भी है. यह देश के सबसे बिजी स्टेशनों में से एक है. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस में 18 प्लेटफार्म बने हुए हैं, जिसमें से 11 प्लेटफार्म लंबी दूरी की आउट-स्टेशन ट्रेनों के लिए हैं. वही 7 प्लेटफॉर्म स्थानीय उपनगरीय ट्रेनों के लिए हैं.
सन 1996 में, शिवसेना की मांग पर, तथा नामों को भारतीय नामों से बदलने की नीति के अनुसार, इस स्टेशन का नाम, राज्य सरकार द्वारा सत्रहवीं
शताब्दी के मराठा शूरवीर शासक श्री छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस बदला गया. फिर भी वी.टी. नाम आज भी लोगों के मुंह पर चढ़ा हुआ है. ता : 2 जुलाई, 2004 को इस स्टेशन को युनेस्को की विश्व धरोहर समिति द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया