जमाना तेजीसे बदल रहा है. अब तो पढ़ाई भी डिजिटल हो चुकी है. आप लोगोंने देखा होगा की करोना काल में स्कूलों ने भी ऑनलाइन पढ़ाना शुरु कर दिया था. अब तो अध्ययन का प्रचलन ऑनलाइन बढ़ रहा है. लोग ऑफलाइन शिक्षण संस्थाओं में जाने के बजाय कई ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. ऑनलाइन स्टडी आज के दौर में ऑफलाइन पढ़ाई से ज्यादा सुविधाजक है.
अगर UPSC IAS के लिए बेस्ट ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग की बात करें तो “दृष्टि IAS संस्था” का नाम सबसे उपर आता है. DRISHTI IAS वर्तमान समय में सिविल सेवा परीक्षा के लिए सबसे अच्छी कोचिंग संस्था मानी जाती है. जिसे डॉ. विकास दिव्यकीर्ति चलाते हैं.
वर्तमान समय में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति बेस्ट ऑनलाइन टीचर्स में गिने जाते हैं जो यूट्यूब पर अपने चैनल Drishti IAS, Drishti IAS English तथा Vikas Divyakirti तीनों के माध्यम से प्रशिक्षण देते हैं. केवल इतना ही नहीं वह हतोत्साहित छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक वक्ता स्पीकर भी हैं. जो अपने अनुभव और विचारों से उन्हें आगे बढने की प्रेरणा देते हैं.
डॉ.विकास दिव्यकीर्ति इस समय यह दृष्टि IAS नाम की शिक्षण संस्थान चलाते हैं, जहां पर भारतीय लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी के लिए छात्र-छात्राएं कोचिंग कर रहे हैं. वैसे इस समय इनका यूट्यूब चैनल छात्रों के लिए लोक सेवा आयोग परीक्षा की तैयारी के लिए पहली पसंद बन चुकी है. डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की संस्था UPSC के लिए भारत की सबसे मशहूर शिक्षण संस्था कही जाती है.
डॉ. विकास का जन्म तारिख : 26 दिसंबर 1973 के दिन हरियाणा में हुआ था. आज वें 50 साल के हो चुके है. आप हिंदू , ब्राह्मण जाति से है.
डॉ.विकास दिव्यकीर्ति ने UPSC की पहली एटेम्पट में सफलता हासिल की थी. इन्होंने अपनी पहली एटेम्पट में 384 रैंक हासिल करते हुए मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स पद प्राप्त कीया था.
सन 1996 में विकास दिव्यकीर्ति आईएएस के पद को प्राप्त करके कुछ महीनों बाद इन्होंने इस पद को छोड़ दिया था, क्योंकि इनका हिंदी साहित्य से बहुत गहरा लगाव था, जिस कारण इन्होंने इस पद को छोड़कर कुछ दिन बेरोजगार रहने के बाद छात्रों को IAS परीक्षा के लिए मार्गदर्शन देना शुरू कर
दिया था.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का विवाह ता : 26 मई 1997 को तरुणा वर्मा से हुआ था. उसके बेटे का नाम सात्विक दिव्यकीर्ति था. विकास दिव्यकीर्ति जी के माता-पिता हिंदी साहित्य के प्रोफ़ेसर थे. डॉ.विकास दिव्यकीर्ति की पत्नी दृष्टि कोचिंग संस्था में सह संस्थापक के रूप में कार्य करती हैं.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति जी आज यूट्यूब पर सबसे पसंदीदा शिक्षकों में से एक हैं. हालांकि इस समय यूट्यूब की दुनियां में Physics Wallah अर्थात अलख पांडेय, खान सर पटना तथा UPSC के लिए बेहतरीन शिक्षक एवम् प्रेरणादायक वक्ता अवध ओझा सर भी मशहूर हैं.
डॉ. विकास ने आईएएस जैसी सबसे बड़े सम्मानजनक पद वाले जॉब को छोड़कर एक अध्यापक व लेखक बनना स्वीकार किया. इन्होंने IAS ऑफिसर बनने के बाद अपने IAS की जॉब छोड़ दी और एक अध्यापक बन गए थे.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति भारत के माने जाने आई.ए.एस. कोचिंग के संस्थापक और एक लेखक हैं. इन्होने अपने आईएस जीवन की तैयारी के लिए काफी संघर्षों का सामना किया. कठिन मेहनत और परिश्रम के बाद डॉ. विकास दिव्यकीर्ति भारत के प्रसिद्ध आईएएस ऑफिसर बने है.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति में इतनी योग्यता हैं कि वह मात्र 1 से 2 महीने के अंदर ही किसी भी छात्र को आईएएस ऑफिसर बनने तक की ट्रेनिंग दे सकते है. डॉ. विकास ने जिस प्रकार से स्वयं को परिस्थिति में ढाला था, ठीक उसी प्रकार यह अपने छात्रों को भी IAS ऑफिसर बनने में सक्षम बनाते हैं.
संपूर्ण भारत वर्ष में IAS ऑफिसर की जॉब सबसे ऊंचे पद की और सबसे कठिन मानी जाती है. आईएएस की जॉब को डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने प्राप्त किया और इसे छोड़ दिया जिस कारण वर्तमान समय में चर्चा में है.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के माता पिता चाहते थे कि विकास पॉलीटिक्स में करियर बनाये. इसीलिए डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने अपने कॉलेज के समय में कुछ पॉलिटिकल पार्टी की तरफ से इलेक्शन भी लड़े थे. उनके दोस्तों के साथ हुई कुछ अप्रिय घटना के कारण इन्होंने पॉलिटिक्स से नाता तोडा था.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के तीन भाई हैं और इनके माता-पिता भी स्कूलों में टीचर रह चुके हैं. इनके पिता हरियाणा के रोहतक में स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक एफिलिएटिड कॉलेज में हिंदी के प्रोफेसर रहे हैं और इनकी माता हरियाणा के ही इंटर लेवल के स्कूल की लेक्चरर रह चुकी है.
डॉ विकास दिव्यकीर्तिने अपने तीनों भाइयों के साथ हरियाणा के भिवानी शहर में स्कूल से 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की थी. भिवानी के एक स्कूल में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की माता हिंदी की अध्यापिका थी. इनके माता पिता हिंदी साहित्य से है.
डॉ. विकास ने स्कूल की शिक्षा पुरी करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास विषय से बीए की डिग्री हासिल की. इसके बाद इन्होंने अपना विषय बदल दिया और हिंदी साहित्य में एम.ए. और एम.फिल की पढ़ाई पूरी की. इन सब को पूरा करने के बाद इन्होंने हिंदी विषय से ही पीएचडी भी पूरी कर ली और बाद में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने समाजशास्त्र और जन संचार विषयों में M.A.की डिग्री हासिल की.
अपनी पढ़ाई को जारी रखते हुए इन्होंने एलएलबी की डिग्री हासिल की. डॉ. विकास दिव्यकीर्ति हिंदी साहित्य विषय से यू.जी.सी, जे.आर.एफ. और समाजशास्त्र से नेट की परीक्षा को उत्तीर्ण किया है, और इन्होने दिल्ली के विश्वविद्यालय से और भारतीय विद्या भवन दोनों संस्थाओं से अंग्रेजी हिंदी अनुवाद में डिप्लोमा हासिल किया.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति एक शादी शुदा व्यक्ति हैं. इनकी पत्नी का तरुण वर्मा है, इन्होंने भी पीएचडी की डिग्री हासिल की है.
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने बच्चों को पढ़ाने की शुरुआत 24 वर्ष की उम्र से की थी. इस समय से इन्होंने स्टूडेंट्स को सिविल सर्विसेज की तैयारी को लेकर पढ़ाना शुरू किया. इनका कहना है कि इन्हें कुछ मनी प्रॉब्लम आ गई थी, जिसके कारण पढ़ाना शुरू किया था.
शुरुआती समय में 12 छात्रों को पढ़ाया करते थे और आज के समय में यह सिविल सर्विसेज के बहुत ही बड़े कोचिंग के कोचिंग संचालक हैं. आज के समय में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी मेहनत और छात्रों के सहयोग के साथ कई छात्रों को आईएस बनाने में उनकी मदद की है.
ज्यादा से ज्यादा लोगों को फ्री शिक्षा मिल पाए, इसलिए इन्होने वर्ष 2017 में अपने दो यूट्यूब चैनल शुरू किये. इनके एक यूट्यूब चैनल का नाम drishti IAS और दूसरा यूट्यूब चैनल drishti IAS English है.
इन्होने वर्ष 1996 में दिव्यकीर्ति कोचिंग सेंटर की स्थापना की, जो कि वर्तमान समय में टॉप 5 कोचिंग सेंटर में से एक है. इन्होने वर्ष 2017 में यूट्यूब चैनल खोले, जिन पर इनके कोचिंग के अध्यापकों द्वारा फ्री में सब्सक्राइबर्स को शिक्षा दी जाती है.
इन्होंने 1999 में दृष्टि आईएएस कोचिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना की थी. इसका मुख्यालय मुखर्जी नगर, दिल्ली में है. वहीं प्रयागराज और जयपुर में इसकी ब्रांचें हैं. उनकी पत्नी डॉक्टर तरुण वर्मा भी इस कोचिंग संस्थान की निदेशक हैं. दृष्टि आईएएस के यूट्यूब चैनल पर तकरीबन 70 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. वहीं इंस्टाग्राम पर उनके 7 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.