ज्यादातर लोग क्रिकेट के बड़े चाहक होते है. ये विश्व स्तर पर खेले जाने वाला खेल है. वानखेड़े स्टेडियम मुंबई का एक प्रमुख खेल का मैदान हैं. यहाँ क्रिकेट खेला जाता हैं. वानखेड़े स्टेडियम की स्थापना सन 1974 में हुईं थी. इसकी क्षमता 33,108 दर्शक की है. इसका स्वामित्व मुंबई क्रिकेट संघ है.
इसके छोरों के नाम (1) गरवारे पवेलियन एंड और (2) टाटा एंड है. यहां पर प्रथम टेस्ट का आयोजन ता : 23 से ता : 29 जनवरी 1975 तक
भारत बनाम वेस्ट इंडीज़ के बिच हुआ था. अंतिम टेस्ट ता : 14 से 16 नवंबर 2013 को भारत बनाम वेस्ट इंडीज़ के बिच हुआ था. प्रथम एक दिवसीय मैच
17 जनवरी 1987 के दिन भारत और श्रीलंका के बिच हुआ था.
सन 2014 में, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्रीऔर वर्तमान उपमुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फड़नवीसशपथ ग्रहण समारोह इसी मैदान के अंदर आयोजित किया गया था.
भारत में पहला टेस्ट 1933-34 में इंग्लैंड के बॉम्बे जिमखाना में आयोजित किया गया था. दूसरे विश्व युद्ध के बाद, क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया (सीसीआई) का ” ब्रेबॉर्न स्टेडियम ” सिटी का दूसरा मैदान बन गया था. सी.सी.आई. और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एम.सी.ए) के बीच विवाद के बाद एक अलग स्टेडियम बनाया गया था.
स्टेडियम का नाम एसोसिएशन के अध्यक्ष बैरिस्टर श्री शेषराव कृष्णराव वानखेड़े के नाम पर रखा गया था. स्टेडियम की प्रारंभिक क्षमता लगभग 45,000 थी. पहला टेस्ट 1974-75 सीज़न में आयोजित किया गया था. ज़ब वेस्टइंडीज की टीम ने भारत का दौरा किया था.
स्टेडियम में सात अलग-अलग स्टैंड हैं (1) सुनील गावस्कर स्टैंड, (2) नॉर्थ स्टैंड, (3) विजय मर्चेंट स्टैंड, (4) सखाराम स्टैंड, (5) अखिल भारतीय स्टैंड, (6) दिवेचा अमरनाथ और (7) गरवारे स्टैंड है.
सन 1996 में, वानखेड़े स्टेडियम का नवीनीकरण किया गया, इस दौरान, दिन और रात के मैचों के आयोजन के लिए उत्कृष्ट रोशनी प्रदान करने के लिए फ्लडलाइटें लगाई गईं. वानाखेड़े को 2011 विश्व कप से पहले 2010-11 में अपना दूसरा संस्करण प्राप्त हुआ और यह मैदान फरवरी 2011 तक घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटके लिए उपलब्ध किया गया. स्थापना के बाद वानखेड़े स्टेडियम की क्षमता लगभग 33,000 तक कम हो गई थी.
सन 1984-85 में इसी मैदान पर रवि शास्त्री ने क्रेडिट के तिलक राज के एक ओवर में छह छक्के लगाकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज डबल शतक जड़ा था. यह वही मैदान है जहां एमएस धोनी ने श्रीलंका टीम के खिलाफ 12 साल पहले छक्का लगाकर भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनाया था.
सन 2011 क्रिकेट विश्व कप के नवीनीकरण के बाद, स्टेडियम में अब 33,108 की क्षमता है. पहले इसकी क्षमता लगभग 45,000 थी. मैदान मुंबई में मरीन लाइन्स के पास स्थित है.
इस ग्राउंड पर पहला टेस्ट मैच भारत और वेस्टइंडीज के बीच ता : 23 से 28 जनवरी 1975 तक खेला गया था. उस वक्त केवल टेस्ट मैच खेले जाते थे.
मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट स्टेडियमों में से एक है. इसने इतिहास के कुछ सबसे यादगार क्रिकेट मैचों की मेजबानी की है, जिसमें सन 1983 क्रिकेट विश्व कप फाइनल, सन 2011 क्रिकेट विश्व कप फाइनल और 2013 इंडियन प्रीमियर लीग फाइनल शामिल है.
वानखेड़े स्टेडियम मुंबई के चर्चगेट इलाके में है. यह सार्वजनिक परिवहन द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और शहर के विभिन्न हिस्सों से स्टेडियम तक पहुंचने के कई रास्ते हैं. मुंबईकर लोकल ट्रेन से वसई-विरार और बोरीवली जैसे दूर-दराज़ के क्षेत्र से यात्री चर्चगेट जाने वाली लोकल ट्रेनों में यहां तक पहुंच सकते हैं, क्योंकि चर्चगेट स्टेशन यह स्टेडियम के पास में स्थित है.