आपने कई लोगों के घरों में लाफिंग बुद्धा की छोटी-बड़ी मूर्तियां या तस्वीरें अवश्य देखी होंगी. लोग इसे सुख तथा समृद्धि का प्रतीक मानते हैं और शुभ अवसर लाने के लिए अपने-अपने घरोंमें रखते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि लाफिंग बुद्धा कौन थे और कहां के रहने वाले थे और इनकी हंसी का राज क्या है ? तो हम आपको बताते हैं कि आखिर लाफिंग बुद्धा की हंसी के पीछे क्या राज छुपा है.
वास्तु के अनुसार लाफिंग बुद्धा की मूर्ति समृद्धि और प्रचुरता का प्रतीक है. पीली सुनहरी लाफिंग बुद्धा की प्रतिमा सबसे लोकप्रिय है. लाफिंग बुद्धा घर में रखने से घर में सुख-शांति बनी रहती है. फेंगशुई ( चीन का वास्तु गाइड ) के अनुसार लाफिंग बुद्धा का घर में होना शुभ होता है, घर का वातावरण तनाव रहित और परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य स्वस्थ रहता है.
आदर्श रूप से, लाफिंग बुद्धा का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए जहां सूर्य उगता है. यह समृद्धि लाने के लिए जाना जाता है. धन में वृद्धि के लिए आप इसे दक्षिण पूर्व दिशा में रख सकते हैं. यदि आप अपनी ऊर्जा को शुद्ध करना और सकारात्मकता को सुदृढ़ करना चाहते हैं, तो आपको मुख्य द्वार के सामने लाफिंग बुद्धा को रखना चाहिए.
जिस तरह हिन्दू धर्म में कुबेर को धन के देवता माना जात हैं, उसी तरह चीन में लाफिंग बुद्धा को शुभ और धन समृद्धि लाने वाला माना गया है. कई लोग अपने घर में लाफिंग बुद्धा की मूर्ति रखते तो है, लेकिन सही जगह या सही तरह से न रखने की वजह से उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाता.
लाफिंग बुद्धा से जुड़ी खास बात ये है कि इसे कभी भी अपने पैसों से खरीदना नहीं चाहिए. फेंगशुई शास्त्र के मुताबिक खुद के पैसों से खरीदे गए लाफिंग बुद्धा से कोई परिणाम नहीं मिलता है. इसलिए इसे कभी भी खुद के पैसों से नहीं खरीदना चाहिए. गिफ्ट में लाफिंग बुद्धा मिलना बहुत शुभ माना जाता है. फेंगशुई के अनुसार तोहफे में मिला लाफिंग बुद्धा घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर आता है. ये घर से हर तरह की आर्थिक समस्याओं को दूर करता है.
लाफिंग बुद्धा की हंसी की कहानी बड़ी ही दिलचल्प है. कहा जाता है कि महात्मा बुद्ध के एक शिष्य हुआ करते थे, जिनका नाम होतई था. वो शिष्य जापान का रहने वाला था. ऐसा माना जाता है कि जब होतेई को ज्ञान की प्राप्ति हुई, तब वह जोर-जोर से हंसने लगे. तभी से उन्होंने लोगों को हंसाना और खुश देखना अपने जीवन का एक मात्र उदेश्य मान लिया.
कहा जाता है कि होतेई जहां भी जाते वहां लोगों को अपना बड़ा पेट दिखाकर हंसाते रहते. इसी वजह से जापान और चीन में लोग उन्हें हंसता हुआ बुद्धा बुलाने लगे, जिसको अंग्रेजी में लाफिंग बुद्धा कहते हैं होतई की तरह ही उनके अनुयायियों ने भी उनके एकमात्र उद्देश्य यानी लोगों को हंसाना और खुशी देना, को देश-दुनिया में फैलाया.
चीन में तो होतई यानी लाफिंग बुद्धा के अनुयायियों ने उनका इस कदर प्रचार किया कि वहां के लोग उन्हें भगवान मानने लगे. वहां लोग इनकी मूर्ति को गुड लक के तौर पर घरों में रखने लगे. हालांकि चीन में लाफिंग बुद्धा को पुताइ के नाम से जाना जाता है. जिस तरह भारत में भगवान कुबेर को धन का देवता माना जाता है, ठीक उसी प्रकार चीन में लाफिंग बुद्धा को ही सब कुछ माना जाता है. चीन वास्तु शास्त्र यानी फेंग शुई में घर में संपन्नता के लिए लाफिंग बुद्धा रखे जाते हैं.
लाफिंग बुद्धा के प्रकार :
(1) जो लाफिंग बुद्धा अपने दोनों हाथ को उठाए हुए होते हैं, माना जाता है वे तरक्की का मार्ग खोलते हैं. इन्हें यदि घर या कार्यस्थल पर रखा जाए तो पैसों की कमी नहीं होती.
(2) पैसों की कमी को दूर करने के लिए धन की पोटली लिए हुए लाफिंग बुद्धा की प्रतिमा का रखना शुभ होता है.
(3) जिनकी किस्मत का ताला न खुल रहा हो, उन्हें घर में लेटे हुए लाफिंग बुद्धा की मूर्ति को रखना चाहिए.
(4) पीले रंग के फल वु लू को हाथ में लिए हुए लाफिंग बुद्धा बीमारियों को दूर भगाते हैं.
(5) व्यापार में मुनाफे के लिए हाथ में थैला पकड़े हुए लाफिंग बुद्धा को लेकर आइए. इनकी मूर्ति को घर या ऑफिस में रख सकते हैं.
(6) परिवार की सुख-समृद्धि और शांति के लिए बच्चों के साथ बैठे हुए लाफिंग बुद्धा को घर में रखें.
(7) मन की शांति के लिए हमें घर और दुकान पर ध्यान की मुद्रा में बैठे लाफिंग बुद्धा रखना चाहिए.
(8) नाव पर बैठे हुए लाफिंग बुद्धा रखने से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है.
(9) ड्रैगन पर बैठे लाफिंग बुद्धा नकारात्मकता को दूर करते हैं.
(10) हंसते हुए बैठे लाफिंग बुद्धा को घर में सुख-समृद्धि लाने वाला माना जाता है.
(11) एक हाथ में सिक्का और दूसरे हाथ में पंखा लिए हुए लाफिंग बुद्धा खुशहाली लेकर आते हैं.
(12) धातु से बनी लाफिंग बुद्धा की मूर्ति रखने से कार्यक्षमता और कुशलता बढ़ती है.