नारी जगत जननी हैं. नारी को नारायणी कहा जाता हैं. नारी चाहे तो घर को स्वर्ग बना देती हैं. नारी चाहे तो घर को नर्क बना देती हैं. नारी को आज तक कोई समज नहीं पाया. व्यभिचारि स्त्री हो तो घर को बर्बाद कर देती हैं. जो स्त्री पर पुरुष के साथ संबंध रखती हैं, ऐसी स्त्री 3 तरह की हरकतें करती हैं. जानते हैं
एक कथा के माध्यम से.
एक गांव में धनीराम नामका एक बूढा सेठ रहता था. उसकी पत्नी का देहांत होनेके बाद उसने एक पिता को ढेर सारे रुपये देकर उनकी बेटी से शादी की. उसकी पत्नी खूब जवान थी. मगर सेठ ज्यादा बूढा हो गया था. जब उस लड़की ने बूढ़े पति का चेहरा देखा, तब
उसके मनमे धृणा हुई. वो बूढ़े पति को देखना भी पसंद नहीं करती थी.
बूढा सेठ नई दुल्हन पाकर खुश था. मगर उसे उम्र का ख्याल नहीं था. सर का बाल सफ़ेद होते ही स्त्री उनसे दूर भागने लगती हैं. उस सेठ की पत्नी उस सेठ से नफ़रत करती थी. जब वह सोती थी तो सेठ से दूर सोती थी. जब सेठ बाहर जाता था, तो वह परपुरुष को घर बुला लेती थी.
इस प्रकार उसका जीवन खूब आनंद से चल रहा था. एक दिन सेठ और उसकी पत्नी एक ही पलंग पर सोये हुए थे. सेठ की पत्नी सेठ से एक फुट दुरी रखकर सो रही थी. उसी दिन सेठ के घर एक चोर घुस गया.
चोर को देखकर वह स्त्री सेठ को गभराकर गले लग गई और कसकर सेठ को पकड़ लिया. देखकर बूढा सेठ अति प्रसन्न हुआ. उसे आनंद का अहसास हुआ. उसे आश्चर्य हुआ की रोज रोज मेरे से दूर रहने वाली मेरी पत्नी मुझे चिपक कर कैसे सो गई. नक्की आज कुछ तो जरूर हुआ हैं.
सेठ ने घर में जाकर देखा तो एक चोर छुपकर बैठा था. सेठ समझ गया की मेरी पत्नी ने चोर को देखकर मुझे चिपक गई. यह सोचकर सेठ चोर से बोला, वैसे मुझे आपको पुलिस के हवाले करना चाहिए. मगर तेरे लिए मेरी पत्नी मुजसे प्यार करने लगी हैं.
वह मुझे खूब परेशान करती थी. आज मुझे आलिंगन देने लगी हैं. हे चोर तू बहोत अच्छा हैं. मेरे घर से तू जो चाहे वो लेके जा. मैं कुछ नहीं करूँगा. और हा, तू रोज मेरे घर में चोरी करने के लिए आ जाना. और इसके लिए मैं आपको अलग पैसे दिया करूँगा. चोर को भी पता चल गया था कि सेठ बूढा होनेकी वजह उसकी पत्नी उसे भाव नहीं दे रही हैं,
चोर बोला सेठ तू चिंता मत कर. मैं चोरी करने तेरे घर रोज आऊंगा. और मैं वचन देता हूं कि तेरे घर चोरी भी नहीं करूँगा. अब चोर रोज सेठ के घर जाने लगा और चोर के डर से उसकी पत्नी भी उसे चाहने लगी. अब उसने परपुरुष को बुलाना बंद किया था. सेठ के घर में खुशहाली आ गई. घर स्वर्ग सा हो गया. कहानी खत्म.
अब हम लोग ऐसी स्त्री के बारेमें चर्चा करेंगे, जो पति के सामने नाटक करती हैं. और हर वक्त परपुरुष के साथ में रंगरांलिया मनाती हैं. इसका तीन मुख्य कारण हैं.
(1) जो स्त्री परपुरुष के साथ हमेशा प्रेम संबंध में हो वह अपने पति के साथ मान सम्मान के साथ वर्तन नहीं करती हैं. उसे इज्जत नहीं देती. ऐसी पत्नी पति को अपशब्द बोलती हैं. बार बार पति का अपमान करती हैं.
(2) ऐसी स्त्री पतिके नाराज होने पर उसे समजाने की कोशिश बिलकुल नहीं करती.
(3) ऐसी स्त्री प्रत्येक पुरुष के साथ तुम्हारी तुलना करने लगती हैं कि देखो तू कैसा हैं और वह कैसा हैं. तू ऐसा करता हैं वो ऐसा करता हैं.
यदि आपकी पत्नी दूसरे पुरुष के साथ तुम्हारी तुलना करती हो तो ऐसी बात पर सोचना जरुरी हैं. ऐसे वक्त समझ लेना चाहिए कि ऐसी स्त्री को परपुरुष अच्छे लगने लगे हैं. यदि ऐसा लक्षण दिखाई दे तो सोचना जरुरी हैं.