✈️ विमान का तकनीकी परिचय और मूल जानकारी
विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, पंजीकरण VT‑ANB, 12 वर्ष पुराना था और यह लंदन गैटक्वे एयरपोर्ट के लिए अहमदाबाद एयरपोर्ट से 12 जून 2025 को 13:38 IST पर उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया
इस तरह का विमान दुनिया भर में सबसे अधिक विश्वसनीय गढ़ा माना जाता है, और यह कंपनी का पहला ऐसा मॉडल था जिसका कोई पहले पहल हादसा हुआ था ।
विमान में कुल 242 लोग सवार थे — 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य
इनमें भारतीय (169), ब्रिटिश (53), पुर्तगाली (7) और कनाडाई (1) नागरिक शामिल थे
🚨 दुर्घटना की क्रमवार घटनाएँ
- विमान ने रनवे 23 से टेकऑफ़ किया और लगभग 30 सेकंड में 625 फीट तक चढ़ा ।
- तत्पश्चात अचानक भारी अवतरन शुरू हो गया, विमान का टेल डाउन हो गया, और यह तेज़ी से नीचे की ओर बढ़ा ।
- सबसे चौंकाने वाली दृश्यता यह है कि CCTV फुटेज में विमान का लैंडिंग गियर खुले हुए दिखाई दिया, जबकि टेकऑफ़ के समय उन्हें बंद होना चाहिए था ।
- विमान ने BJ मेडिकल कॉलेज हॉस्टल, मेघानी नगर क्षेत्र में टकराया, जहाँ दोपहर का समय चल रहा था, और यह एक महत्त्वपूर्ण आपदा स्थल बन गया m.economictimes.com।
💥 तकनीकी गड़बड़ और संभावित कारण
दुर्घटना के तकनीकी कारणों की तहकीकात अभी भी जारी है, लेकिन प्रारंभिक विश्लेषण में यह बिंदु आगे आए हैं:
- इंजन में शक्ति हानि (thrust loss) — दोनों इंजन में अचानक ताकत खो जाने की संभावना ।
- फ्लैप और गियर की स्थिति — टेकऑफ़ के बावजूद फ्लैप सही ढंग से सेट नहीं हो रहे थे, और गियर उड़ान के दौरान खुला ही रहा, जिससे अतिरिक्त ड्रैग बना और विमान ऊँचाई नहीं ले पाया ।
- पायलट त्रुटि या संबंधित प्रक्रियात्मक ग़लती — विशेषज्ञों के अनुसार संभव है कि दुर्घटना के दौरान पायलटों ने फ्लैप/गियर अनुचित तरीके से सेट किया हो ।
- तकनीकी दोष / रखरखाव की कमी — बोइंग ड्रीमलाइनर की मेन्टेनेंस रिपोर्ट या Air India के इनपुट की जांच ऑफिसियल टीम कर रही है ।
- पक्षी से टकराव (bird-strike) की भी संभावना जताई गई है, हालांकि इसे प्राथमिक जांच में शामिल नहीं किया गया है
- इंजन संबंधित झटके (thrust anomalies)— ग्लाइड थ्रस्ट व्यवधान भी जाँच के दायरे में हैं ।
वर्तमान में भारत की Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) नेतृत्व वाली टीम और बोइंग, FAA, NTSB, GE आदि की उच्च स्तरीय फोरेंसिक कमिटी हर पहलू पर गौर कर रही है और स्वैच्छिक रूप से सभी 787 विमानों की उपयुक्त जांच का आदेश दे दिया गया है
🧭 ब्लैक बॉक्स की भूमिका
विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (black box) मिला हुआ है, जिसे तुरंत एनालिसिस के लिए भेज दिया गया है ।
इसमें इंजन प्रदर्शन, थ्रस्ट पैरामीटर, फ्लैप-पोजिशन, गियर स्थिति, बढ़ाई जाने वाली हवा की गति आदि की जानकारी होती है। साथ ही ** cockpit voice recorder** भी उपयोगी साबित होगी ।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि कुछ ही दिनों में प्रारंभिक निष्कर्ष सामने आ सकते हैं, जबकि पूरी रिपोर्ट को अंतिम रूप देने में माहों भी लग सकते हैं ।
📊 मानव एवं स्थानीय जन हानि
ऑनबोर्ड कॉर्पस:
- कुल 241 लोग मृत, केवल 1 यात्री जीवित बचा ।
ग्राउंड कॉर्पस:
- चिकित्सा कॉलेज हॉस्टल और आसपास के इलाके में कम से कम 38–50 लोग मारे गए, सैकड़ों घायल ।
Death toll की सबसे नवीनतम जानकारी 274 है, जिसमें ऑनबोर्ड और ग्राउंड दोनों शामिल हैं ।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कुल मृतकों की संख्या 279 बताई गई है ।
💡 जीवित बचे व्यक्ति की कहानी
विष्वश कुमार रमेश, ब्रिटिश नागरिक (भारतीय मूल), सीट 11A पर बैठे थे।
उन्हें सिर्फ हल्की छाती, आंख व पैर की चोंटें आईं, वो अस्पताल में ठीक हो रहे हैं ।
घटना के समय रमेश ने बताया कि उन्होंने MAYDAY कॉल सुनी, बाद में जब वे होश में आए तो उन्होंने सीट बेल्ट खोली, इमरजेंसी गेट खोला और खुद को बाहर निकाला ।
पूर्व Qantas पायलट ने इसके बचाव को “चमत्कार” बताया, जिसमें भाग्य और त्वरित कार्यवाही का बड़ा योगदान है
🏥 हॉस्टल व उसके बाद — चिकित्सा त्वरित सहायता
क्रैश का खतरनाक केंद्र B.J. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल रहा, जहाँ छात्र भोजन कर रहे थे।
प्राकृतिक रूप से, कम से कम 50 लोग घायल हुए ।
🧬 पहचान की चुनौतियाँ — डीएनए और पोस्टमॉर्टम
दहशतनाक दुष्ट आग और धुंआवाले मलबे की वजह से अंगों की पहचान बहुत कठिन стала।
300+ डीएनए नमूनों एकत्रित किए गए ताकि मृतकों की पहचान ठोस तरीके से की जा सके — जिनमें विदेशी व भारतीय दोनों परिवारों ने हिस्सा लिया ।
गुजरात फ़ोरेंसिक और राष्ट्रीय जांच संस्थान (National Forensic Sciences University) की टीम 36 विशेषज्ञों के साथ इस प्रक्रिया में जुटी हुई है।
🏛️ सरकार और विमानन सुरक्षा कदम
- केंद्रीय मंत्री और पीएम मोदी ने प्रभावित स्थल का दौरा कर प्रारंभिक राहत-दिशा निर्देशित किए हैं ।
- DGCA ने Air India के सभी 787‑8/9 विमानों और GEnx इंजन वाली उड़ानों की गहन सेफ्टी निरीक्षणों का आदेश दिया है, और 8 में से 8 जांच शुरू हो चुकी है ।
- फ्लाइट संख्या ‘AI171’ और ‘AI172’ दोनों को सेवानिवृत्त करने, विमान सुरक्षा बढ़ाने और घातक घटनाओं को रोकने के दिशा-निर्देश जारी किए गए ।
🔎 निष्कर्ष और आगे की राह
- प्रारंभिक निष्कर्ष — गियर खुला रहना, फ्लैप सेटिंग की गड़बड़ी, उड़ान के दौरान ड्रैग का बढ़ना और ऊँचाई ना पकड़ पाना मुख्य चिन्हित हैं।
- त्रुटियों की जांच — पायलट, रखरखाव कर्मियों की प्रक्रियाओं की समीक्षा; एविएशन सुरक्षा प्रणाली पर पुनर्विचार होगा।
- भविष्य की सुरक्षा — ब्लैक बॉक्स डेटा रिपोर्ट, डीएनए पहचान, और विमानन प्रोटोकॉल में सुधार की योजना बनी हुई है।