“जय जय महान राष्ट्र माझा.” Jay Jay Mahrashtra
मी महाराष्ट्र. मेरा जन्म ता : 1 मई 1960 मे हुआ. इससे पहले भी मैं अस्थित्व मे था. तब लोग मुजे ” बॉम्बे प्रदेश ” के नामसे पहचानते थे. मेरी …
“जय जय महान राष्ट्र माझा.” Jay Jay Mahrashtra Read Moreमेरे अनुभव की दुनिया
मी महाराष्ट्र. मेरा जन्म ता : 1 मई 1960 मे हुआ. इससे पहले भी मैं अस्थित्व मे था. तब लोग मुजे ” बॉम्बे प्रदेश ” के नामसे पहचानते थे. मेरी …
“जय जय महान राष्ट्र माझा.” Jay Jay Mahrashtra Read Moreगोवा राज्य अपने नैसर्गिक सौंदर्य के लिए और प्रसिद्ध नयनरम्य समुद्र तटों के कारण देश और विदेश के पर्यटकों का आकर्षण केंद्र है. यहां के लोगोंका पर्यटन मुख्य व्यवसाय है. …
प्राकृतिक सौंदर्य सभर “गोवा.” |Goa Read Moreशिवालय ( शिव का स्थान ), हिमालय ( हिम – बर्फ का स्थान ) और विद्यालय ( विद्या का स्थान ) की तरह मंत्रालय भी मंत्री ओका स्थान कहा जा …
“महाराष्ट्र – मुंबई का मंत्रालय.” Read Moreआज मुजे हमारे मिरा भाईंदर शहर को जल आपूर्ति करने वाली नदी माता उल्लास नदी की कुछ जानकारी आप लोगो के साथ शेयर करनी है. उल्हास नदी महाराष्ट्र …
मिरा भाईंदर को पानी पूर्ति करनेवाली ” उल्लास नदी.” Read Moreध्रुव का तारा ध्रुवमत्स्य तारामंडल का सब से रोशन तारा है. यह पृथ्वी से दिखने वाले तारों में से 45वां सब से रोशन तारा है. और यह हमारी पृथ्वी से …
दिशा सूचक ध्रुव का तारा. Read Moreवैदिक काल में आजकी तरह अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरण नहीं थे फिरभी हमारे वैदोंमे मंडल की स्थिति, गति, दूरी और विस्तार की हमें विस्तृत जानकारी मिलती है. आकाश में दिखाई देनेवाला …
भारत के सात महान ” सप्तऋषि.” Read More” मुंबा आई ” के नाम से ” मुंबई ” नाम रखा गया है. हम सब जानते है की मुंबई सात द्रीप का समूह था. इन …
हेप्टेनिशिया से बॉम्बे फिर मुंबई. (मी मुंबईकर.) Read Moreकिसीने खूब कहां है, ” जीवन चलनेका नाम, चलतें रहो सुबह शाम.” गति से प्रगति की ओर प्रयाण किया जा सकता है. पानी यदि एक जगह रुक गया तो अशुद्ध …
सौर्य मंडल का एक ग्रह “पृथ्वी” | Earth Read More” लक्षद्वीप ” भारत के दक्षिण पश्चिमी तट से करीब 200 से 440 कि.मी. की दुरी पर सागर मे बसा एक द्वीपसमूह है. अरब सागर मे फैले 36 द्वीपों के …
केंद्र शासित प्रदेश, ” लक्षद्वीप.” |Lakshadweep Read Moreहम लोग जिस पृथ्वी की सतह पर वास्तव्य कर रहे है, यह आग का गोला है. कालांतर के बाद पृथ्वी का ऊपरी हिस्सा ठंडा होते गया और शुरू हुआ जीवसृस्टि …
दुनिया के ख़तरनाक ” ज्वालामुखी.”| Read More