प्रसिद्ध “रणकपुर जैन मंदिर” राजस्थान.
जैन धर्म अपनी मंदिर की विशेषता के लिए भारत और विश्व भर में प्रसिद्ध है. आज मुजे बात करनी है राजस्थान के प्रसिद्ध “रणकपुर जैन मंदिर” की जो उदयपुर से …
प्रसिद्ध “रणकपुर जैन मंदिर” राजस्थान. Read Moreमेरे अनुभव की दुनिया
जैन धर्म अपनी मंदिर की विशेषता के लिए भारत और विश्व भर में प्रसिद्ध है. आज मुजे बात करनी है राजस्थान के प्रसिद्ध “रणकपुर जैन मंदिर” की जो उदयपुर से …
प्रसिद्ध “रणकपुर जैन मंदिर” राजस्थान. Read Moreएक जमाना था जब तत्कालीन राजा महाराजा अपने रहनेके लिये या आपातकालीन स्थिति में छुपने के लिए किले बनवाते थे. इसमे मुगल साम्राज्य, पुर्तगाल और मराठा साम्राज्य ने देश के …
हैदराबाद का Mountain Fortress प्रसिद्ध पहाड़ी किला – “गोलकोंडा” Read More“नारियल” को कल्पवृक्ष यांनी कि ( TREE OF HEAVEN ) कहा जाता है. नारियल एकबीजपत्री पौधा है. इस का तना लंबा तथा शाखा रहित होता है. मुख्य तने के ऊपरी …
कुदरत की अनमोल भेट ” नारियल.” Read Moreउत्सव मनुष्य स्वभाव की परंपरा है. दुनिया के हर देशमे वो अपनी अपनी परंपरा के अनुसार वो मनाया जाता है. आज हम यहां जापान के कुछ अनोखे त्यौहार के बारेमें …
जापान का अनोखा त्यौहार “ओ-बोन” Read Moreहमारे भारत देश को मंदिरों का देश भी कहा जाता है. वैसे मध्य प्रदेश अपनी संस्कृति और प्राचीन मंदिरों के लिए काफी प्रसिद्ध है. यहां विध्यमान खजुराहो मंदिर अपनी कामुक …
खजुराहो मंदिर की कलात्मक मूर्तियां| Khajuraho Read Moreमाँ के बारेमें जितना लिखा जाय, उतना कम है. आप 40 – 45 सालके हो? आपकी माताजी हयात है? यदि हा तो आप बड़े भाग्यशाली हो. अब भी पुख्ता समय …
माता का स्थान, स्वर्ग से महान. Read Moreगोत्र उन लोगों के समूह को कहते हैं जिनका वंश एक मूल पुरुष पूर्वज से अटूट क्रम में जुड़ा होता है. जैसे मेरे पिता, दादा, परदादा और आगे की ऐसी …
क्या आपको अपने गोत्र का पता है ? Read More” वारली ” एक जनजाति है. जो महाराष्ट्र् राज्य के पालघर जिले के दहाणु , तलासरी एवं ज्वाहर तालुका में अन्य जनजातियों के साथ पायी जाती है. ये जाती बहुत …
आदिवासी जाति और वार्ली चित्र कला. Read Moreभाषा और बोली में अंतर क्या है ? जानना दिलचस्प है. किसी भी भाषा में साहित्य प्रचुर मात्रा में होता है जबकि बोली में साहित्य का अभाव होता है. वैसे …
बोली और भाषा में अंतर तथा चार वेदोंकी की भाषा देववाणी संस्कृत. Read Moreवस्त्र परिधान मानव संस्कृति की सदियों पुरानी पारम्पारिक पहचान हैं. पाषाण युग में मानव पेड़ के बड़े पत्ते या छाल का आवरण बनाकर अपनी काया को ढकते थे. फिर आया …
भारतीय संस्कृति की वस्त्र परंपरा. Read More