
कौरवो की एकलौती बहन “दुशाला”.
कल हमने महाभारत काव्य की पात्र गांधारी के बारेमें कुछ बातें शेयर की थी. आज मुजे कौरवो की एकलौती बहन दुशाला के बारेमें बात करनी है. …
कौरवो की एकलौती बहन “दुशाला”. Read Moreमेरे अनुभव की दुनिया
कल हमने महाभारत काव्य की पात्र गांधारी के बारेमें कुछ बातें शेयर की थी. आज मुजे कौरवो की एकलौती बहन दुशाला के बारेमें बात करनी है. …
कौरवो की एकलौती बहन “दुशाला”. Read Moreमहाकाव्य महाभारत हमारा धर्मिक पौराणिक महाग्रंथ है. मूल स्वरूप मे यह एक महाकाव्य है. कई भारतीय तथा विदेशी भाषाओं मे इसका अनुवाद हुआ है. आज मुजे ” …
महाभारत की एक पात्र, गांधार देश की “गांधारी”| Gandhari Read MoreImage Credit by -www.indianetzone.com रामायण की बात आते ही हमें , ” राम, लक्ष्मण, जानकी जय बोलो हनुमान जी ” की याद आती है. मगर आज मुजे अयोध्या के राजा …
दसरथ पुत्र राजा “शत्रुध्न”| Dhashrath Putra Satrudhan Read Moreजब प्रीतम प्रियतमा एक दूसरे के प्रेम मे पागल हो जाते है तो रूठना – मनाने की तो आम बाते हो जाती है. प्रेमी पंखी एक दूसरे के प्यार मे …
आरजू फ़िल्म का सदा बहार गीत| Arzoo Read More” कोहिनूर ” हिरे के बारेमें आप लोगोंने कई बार सुना होगा. मगर आज मुजे कोहिनूर हिरे की कुछ विशेष बातें आप सुज्ञ लोगों के साथ शेयर …
जगमगाता मूल्यवान हिरा “कोहिनूर”| Kohinoor Read Moreगुलामी प्रथा की हम लोग बात करते है तो आजसे 200 साल पहले अमेरिका के 16 वे राष्ट्रपति श्री अब्राहम लिंकन की हमें याद आती है जिन्होंने गुलामी प्रथा नेष्ट …
“अमानवीय गुलामी प्रथा”|Slavery Read Moreअंध विश्वास मनुष्य को पतन की ओर लेकर जाता है. प्रगति को रोक देता है.विश्वास जिसे हम लोग भरोसा भी कह सकते है. भरोसा करना , विश्वास करना अच्छी बात …
“अंध विश्वास और मानव जाती.” Read Moreआजसे करीब 55 साल पहले मैने कई ऐसे लोगों को देखा था जो माचीस का उपयोग ना करते, चकमक के दो पत्थरों को आपसमे घिसकर अग्नि प्रज्जवलित करते थे. पत्थर …
मानव की अद्भुत शोध “माचीस”| Match Box Read Moreहम लोग कई बार सुनते है की हताशा ( frustration ) की वजह किसीने जान दे दी. हताश होने का मतलब निराश होना , निराशावादी होना, निरुत्साहित होना, शक्तिहीनता का …
मानसिक विकार हताशा ( frustration ) Read Moreग्रीस के एथेंस मे ईसा पूर्व 470 मे सुकरात ( सॉक्रेटीस ) नामक एक महान दार्शनिक (Philosopher) हो गया, जिसने समाज मे बदलाब लानेके लिये हँसते-हँसते ज़हर तक पी लिया …
सुकरात दार्शनिकता का प्रणेता| Socrates Read More